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प्रादेशिक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता के संदेश को विश्वभर में पहुंचाया: नायब सिंह सैनी

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चंडीगढ़। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि विश्वभर में गीता संदेश समस्या समाधान बन रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता के संदेश को विश्वभर में पहुंचाया है। अफ्रीका महाद्वीप से लेकर यूरोपीय और एशियाई देशों में गीता वाणी गूंज रही है। इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अफ्रीकी महाद्वीप का तंजानिया कंट्री पार्टनर होगा और उड़ीसा स्टेट पार्टनर की भूमिका में रहेगा। 9वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरुआत 28 नवंबर को सरस और शिल्प मेले के साथ होगी। 18 दिन चलने वाले गीता महोत्सव का समापन 15 दिसंबर को होगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी गीता महोत्सव के आयोजन को लेकर शुक्रवार को हरियाणा निवास में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि 8 वर्ष पहले 2016 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता महोत्सव को मनाने की शुरुआत की गई थी, कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर से पूरे विश्व में गीता वाणी का संदेश गूंज रहा है। अभी तक ऑस्ट्रेलिया, मारीशस, लंदन, श्रीलंका और कनाडा में गीता महोत्सव मनाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मसरोवर के तट पर लघु भारत की झलक दिखाई देगी। देशभर से शिल्पकार और कलाकार अपने हुनर और प्रतिभा को प्रदर्शित करेंगे।

गीता महोत्सव में इस बार तंजानिया देश की कंट्री पार्टनर के तौर पर सहभागिता रहेगी। तंजानिया पैवेलियन में संस्कृति, अध्यात्म और वहां के रहन-सहन से लोग रूबरू होंगे। तंजानिया और भारतीय संस्कृति का आपस में गहरा संबंध हैं, तंजानिया में भी प्रवासी भारतीय गीता और रामायण का पाठ करते हैं। इसके साथ ही ब्रह्मसरोवर के तट पर उड़ीसा की शिल्पकला के दर्शन भी होंगे। जगन्नाथ भगवान पुरी के गीता महोत्सव में साक्षात पर्यटक दर्शन कर सकेंगे।

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गुजरात

गुजरात में अल्प्राजोलम बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, 107 करोड़ रु की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोग गिरफ्तार

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आणंद। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने आणंद जिले में अल्प्राजोलम नाम का पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. एटीएस टीम ने इस दौरान मौके से 107 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवा के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस पूरे मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

एजेंसी के अनुसार, एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों ने खंभात शहर के पास एक फैक्ट्री किराए पर ली थी. यहां नींद की गोलियों में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ अल्प्राजोलम का निर्माण कर रहे थे. सहायक पुलिस आयुक्त (एटीएस) हर्ष उपाध्याय ने बताया कि अल्प्राजोलम एक पदार्थ है.

अल्प्राजोलम के दुरुपयोग के कारण यह नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के दायरे में आता है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस ने गुरुवार की शाम फैक्ट्री पर छापा मारा. इस दौरान 107 करोड़ रुपये की कीमत का 107 किलोग्राम अल्प्राजोलम पदार्थ मिला. इसी के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

अल्प्राजोलम को तैयार करने के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) लाइसेंस जारी करता है. यह दवा भी एनडीपीएस अधिनियम के दायरे में आती है. छापेमारी के समय आरोपियों से जब लाइसेंस मांगा गया तो उनके पास कोई लाइसेंस नहीं था. इस दौरान पांच आरोपी यूनिट का संचालन कर रहे थे, जबकि छठा व्यक्ति रिसीवर था. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पांचों आरोपियों ने साइकोट्रोपिक पदार्थ बनाने के लिए फैक्ट्री किराए पर ली थी.

 

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