उत्तर प्रदेश
आमजन की सुरक्षा प्राथमिकता, प्रत्येक व्यक्ति को बचाने के लिए निरंतर कार्य करती रहेगी टीमः सीएम योगी
लखनऊ/बहराइच | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण भी किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष में भेड़ियों के हमले में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मुलाकात की। सीएम ने घायलों से मिलकर भी हालचाल जाना। सीएम ने सहायता राशि, घायलों को लगाए जाने वाले इंजेक्शन, पीड़ित परिवारों के स्वास्थ्य और बच्चों की पढ़ाई आदि की भी जानकारी ली। सीएम योगी आदित्यनाथ यहां मीडिया से भी मुखातिब हुए। सीएम ने कहा कि आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है, जब तक क्षेत्र खतरे से मुक्त नहीं हो जाता, वन विभाग, जिला प्रशासन-पुलिस टीम निरंतर यहां कार्य करेगी।
वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात, 4 थर्मल ड्रोन से भी रखी जा रही नजरः सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखा है। जनहानि पर पीड़ित परिवार को तत्काल पांच लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराते हैं। जंगली जानवरों के हमले में घायलों के लिए एंटी रैबीज वैनम उपलब्ध कराई गई है। सीएम योगी ने कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए यहां वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात है। 4 थर्मल ड्रोन लगाए गए हैं। पहली प्राथमिकता भेड़िए को रेस्क्यू करने की है। यदि उसकी हिंसक गतिविधियां बढ़ीं या उसने जनहानि का प्रयास किया तो उसे शूट करने के भी आदेश दिए गए हैं। यह अंतिम विकल्प है, इससे पहले अन्य विकल्पों पर भी कार्य किया जा रहा है।
सूचना मिलते ही शुरू कर दी गई कार्रवाई
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महसी विधानसभा क्षेत्र के नदी से सटे इलाकों में दो माह से भेड़ियों के आतंक के कारण कुछ जनहानि हुई है। भेड़ियों ने कुछ बच्चों को घायल भी किया है। जनप्रतिनिधियों ने जब पहली बार इससे अवगत कराया तो मैंने प्रशासन को तत्काल अभियान चलाने का निर्देश दिया था। इसके उपरांत वन मंत्री व विभागीय अधिकारियों को टीम के साथ भेजा गया।
अब तक 5 भेड़िए रेस्क्यू, एक की तेजी से चल रही तलाश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस क्षेत्र के 20-25 किमी. दायरे में दो महीने में 8 जनहानि हुई। अब तक पांच भेड़िए रेस्क्यू किए गए हैं। एक अभी भी पकड़ से बाहर है। जंगली जानवरों की दृष्टि से जो क्षेत्र संवेदनशील होता है। इस सीजन में ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती हैं। जिन क्षेत्रों में जंगली जानवर रहते हैं, वहां पानी घुस आता है तो वे अन्य स्थानों की तरफ प्रस्थान करते हैं और शिकार की तलाश में कभी-कभी मानव बस्ती के समीप आ जाते हैं। जहां इन्हें आसान शिकार मिलता है, वहां ऐसे हमले दिखते हैं।
टीम मुस्तैद, दो-तीन सितंबर के बाद से घटनाओं को रोकने में मिली सफलता
सीएम योगी ने कहा कि 17 जुलाई को पहली घटना हुई थी, जब भेड़िए ने एक वर्ष के बच्चे को शिकार बना लिया था। फिर यह लगातार चलता रहा। सीएम ने कहा कि भेड़िए ने अलग-अलग गांवों को निशाना बनाया। हमले के दायरे में भी चार-पांच दिन का अंतर रहा। पहली सितंबर को अंतिम घटना घटी थी। इसके बाद जनहानि की सूचना नहीं है। दो-तीन सितंबर को एक बच्चे पर हमले की सूचना थी। इसके उपरांत हमले की भी शिकायत नहीं है।
घरों पर दरवाजे लगवाने की हो रही व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में अब तक केंद्र व राज्य सरकार ने 56 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराया है। यहां सभी पीड़ितों के पास भी पक्के आवास है। हालांकि कुछ लोगों के घर के बाहर दरवाजे नहीं थे। अन्य मद से दरवाजा लगाने की व्यवस्था की गई। स्वच्छ भारत मिशन में हर परिवार को एक-एक शौचालय दिए गए थे। फिर भी जहां यह व्यवस्था नहीं हो पाई, ऐसे लोगों के लिए अतिरिक्त शौचालय की व्यवस्था की है। लाइटिंग, सुचारू पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। जो पात्र व्यक्ति अब तक आवास की सुविधा से वंचित है, तत्काल उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। प्राथमिकता के आधार पर कैंप लगाकर पात्रों को आवास, शौचालय, आयुष्मान, राशन कार्ड आदि सुविधाओं से आच्छादित कराने का भी निर्देश दिया गया है।
बच्चों को दी चॉकलेट
इस दौरान सीएम ने उपस्थित बच्चों को दुलारा-पुचकारा। नाम पूछा और उन्हें चॉकलेट भी दी। सीएम ने बच्चों से उनकी शिक्षा, स्कूल और कक्षा आदि के बारे में भी जानकारी ली।
इस दौरान वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, बहराइच सांसद आनंद कुमार गोड़, विधायक सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, अनुपमा जायसवाल, सरोज सोनकर, रामनिवास वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, प्रज्ञा त्रिपाठी आदि की मौजूदगी रही।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि
लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।
देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई
🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।
🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।
🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।
इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.
‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।
मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!
यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…
वनावरण
1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण
1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)
सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद
1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड
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