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सड़क के कुत्ते की इज्जत है, मुसलमान की नहीं: असदुद्दीन ओवैसी
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों को लेकर केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश के जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां मुसलमान खुली जेल में जिंदगी काट रहा है।
ओवैसी ने कहा देख लीजिए कि देश में क्या हो रहा है। उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है। जहां-जहां भाजपा की सरकार है वहां मुसलमान खुली जेल में जिंदगी काट रहा है। मदरसों को गिराया जा रहा है। गुजरात में क्या हुआ बताइए। कहा गया कि मुसलमानों ने डांडिया में पत्थर फेंके।
पुलिस ने मुस्लिम नौजवानों की पकड़ा और उन्हें बीच रास्ते पर लेकर आए। इन लोगों को एक खंभे से बांध दिया गया। वहां पर 300-400 लोग खड़े थे। पुलिसकर्मी जैसे ही मुसलमान की पीठ पर लाठी मारता है, वहां बैठे लोग नारे लगाने लगते हैं।’
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असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमान को सड़क पर लाकर मारा जाना जुल्म नहीं तो क्या है? क्या यही भारत का लोकतंत्र है? क्या यह भारत का संविधान है? आखिर मौलिक अधिकार, कानून-व्यवस्था और धर्मनिरपेक्षता कहां है? उन्होंने कहा कि सड़क के कुत्ते की इज्जत है लेकिन मुसलमान की नहीं।
क्या यही है हमारी इज्जत
ओवैसी ने कहा, ‘मुसलमानों को सड़क पर लाकर पीटा जाता है। क्या यही हमारी इज्जत है? क्या यही हमारी जान की कीमत है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर चुप क्यों हैं? मोदी जिस राज्य के मुख्यमंत्री थे, वहां पुलिसवाले मुसलमान को सड़क पर लाकर लाठी से मारते हैं और वहां खड़े लोग सीटी मारते हैं। इसकी वीडियो बनाई जाती है।’
मैं जालिम का साथ नहीं दे सकता
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘मैं पूछता हूं कि कोर्ट किस लिए है? पुलिस किस काम के लिए है? इन्हें बंद कर दीजिए। चुनाव आएगा तो लोग बोलेंगे कि ओवैसी को वोट मत दो, लेकिन मैं आपसे दूर नहीं होने वाला हूं। जिस किसी पर भी जुल्म होगा, मैं उसके साथ रहूंगा। मैं जालिम का साथ नहीं दे सकता हूं। जब तक मेरी जिंदगी है, मैं लड़ता रहूंगा।’
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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग
नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।
विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।
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