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अन्तर्राष्ट्रीय

US राष्ट्रपति जो बाइडन का बड़ा बयान- ‘दो देश समाधान’ से ही इस्राइल-फलस्तीन में हो सकती है शांति

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तेल अवीव। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस्राइल और फलस्तीन लोगों की स्थायी शांति के लिए द्विराष्ट्र समाधान (दो देश समाधान) सही है। जो बाइडन ने ये भी कहा कि वह उम्मीद कर रहे हैं कि जब तक सारे बंधक रिहा नहीं हो जाते, तब तक इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हमास द्वारा जल्द ही अमेरिकी बंधकों को भी रिहा किया जाएगा।

बाइडन ने द्विराष्ट्र समाधान की वकालत की

हमास ने रविवार को 17 और बंधकों को रिहा किया, जिनमें एक चार साल की अमेरिकी बच्ची भी शामिल है। इसके बाद ही मीडिया से बात करते हुए बाइडन ने शांति के लिए द्विराष्ट्र समाधान की बात की। बता दें कि दो देशों के समाधान के तहत इस्राइल के साथ ही फलस्तीन भी आजाद देश हो।

साल 1991 में अमेरिका की मध्यस्थता में मैड्रिड शांति सम्मेलन में इस्राइल और फलस्तीन के बीच टू स्टेट सॉल्यूशन (द्विराष्ट्र समाधान) पर सहमति भी बनी थी। हालांकि फलस्तीन की वेस्ट बैंक में जो सरकार है, वह दो देश के समाधान का समर्थन करती है, वहीं गाजा में मौजूद हमास इसके विरोध में है और पूरे इस्राइल पर दावा करता है।

रविवार को रिहा हुए 17 बंधक

बाइडन ने कहा कि द्विराष्ट्र समाधान से ही इस्राइल और फलस्तीन के लोगों के लिए लंबे समय तक शांति आ सकती है। इससे इस्राइली और फलस्तीनी दोनों पक्ष समान स्वतंत्रता और गरिमा के साथ रह सकते हैं। वहीं रविवार को हमास ने 14 इस्राइली और तीन थाई नागरिकों को और रिहा कर दिया। रविवार को रिहा किए गए लोगों में 9 बच्चे भी शामिल हैं।

वहीं बदले में इस्राइल द्वारा 39 फलस्तीनी कैदियों को जेल से रिहा किया गया। हमास द्वारा रिहा किए गए लोगों में 84 साल के बुजुर्ग भी शामिल हैं, जिनकी तबीयत खराब बताई जा रही है। वहीं इस्राइली सेना का कहना है कि राहत सामग्री के 200 ट्रक गाजा पट्टी में दाखिल हुए हैं।

जर्मनी के राष्ट्रपति रविवार को इस्राइल पहुंचे और इस्राइल को अपना पूर्ण समर्थन दिया। सोमवार को इस्राइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क से मुलाकात करेंगे। मस्क इस्राइल का दौरा करेंगे। इस मुलाकात में सोशल मीडिया पर बढ़ रहे यहूदी विरोध को लेकर बात हो सकती है।

अन्तर्राष्ट्रीय

14 जनवरी को अपना आखिरी भाषण देंगे जो बाइडेन

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अमेरिका। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन आगामी 14 जनवरी को अपना आखिरी भाषण देंगे। यही उनका विदाई भाषण भी होगा। इसके लिए ह्वाइट हाउस ने तैयारी शुरू कर दी है। नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से पांच दिन पहले यानि बुधवार को ओवल ऑफिस से बाइडेन का यह विदाई भाषण होगा। बीस जनवरी को पद छोड़ने से पहले यह राष्ट्रपति के तौर पर अमेरिकियों और दुनियाभर के लोगों के लिए बाइडेन का यह अंतिम भाषण होगा, जो रात आठ बजे आरंभ होगा।

इससे पहले बाइडेन सोमवार को विदेश मंत्रालय में अपने कार्यकाल की विदेश नीति पर केंद्रित एक भाषण देंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरिन जीन-पियरे ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि बाइडेन सोमवार को अपने भाषण में ‘‘50 से अधिक वर्षों के अपने सार्वजनिक जीवन’’ पर बात करेंगे। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच हुई ‘डिबेट’ में बाइडन (82) का प्रदर्शन कुछ खास नहीं था, जिसके बाद से उनकी ही पार्टी के सदस्य बाइडेन के इस पद की दौड़ से हटने की बात करने लगे थे और अंतत: बाइडेन ने ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने का फैसला किया था।

बाइडेन की जगह कमला हैरिस से हुआ ट्रंप का मुकाबला

बाइडेन की पीछे हटने के बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को डेमोक्रेट्स की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया। इसके बाद अमेरिकियों को देश की पहली महिला राष्ट्रपति मिलने की उम्मीद भी जगी, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें चुनाव में हरा दिया। इस प्रकार ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए। हालांकि बाइडेन का दावा है कि यदि वह नैतिक दबाव में पीछे नहीं हटे होते तो ट्रंप को हरा सकते थे।

 

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