उत्तर प्रदेश
विपक्ष की गुमराह करने की राजनीति का दें जवाबः सीएम योगी
अयोध्या|मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चुनाव प्रभारियों, पार्टी पदाधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में समीक्षा की। चुनाव को लेकर उन्होंने बूथ प्रबंधन पर विशेष जोर दिया। बूथ प्रबंधन के विभिन्न विषयों पर उन्होंने विस्तार से पदाधिकारियों को जानकारी दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने “हर घर तिरंगा (13 से 15 अगस्त)” अभियान को लेकर पार्टी पदाधिकारियों को प्रत्येक परिवार से सम्पर्क स्थापित करने के लिए निर्देशित किया।
विपक्षियों के दोहरे रवैये की पोल जनता के सामने खोलें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। बोले कि सरकार हर वर्ग के लिए विकास योजनाएं चला रही हैं। इसका लाभ भी आमजन को मिल रहा है। हमारे कार्यकर्ता हर हाल में आमजन से जुड़कर विकास के मुद्दे लोगों तक पहुंचाएं। सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि विपक्ष की गुमराह करने की राजनीति का जवाब दें। इसके लिए पदाधिकारियों को सक्रिय रहना होगा। लोकसभा चुनाव में विपक्षियों ने जनता से छलावा किया है। सीएम ने कहा कि संविधान की रक्षा भाजपा सरकारों के समय ही की गई। कांग्रेस के समय में अनेक चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया गया। सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि विपक्षियों के दोहरे रवैये की पोल जनता के सामने खोंले।
सीएम ने बूथ जीतो, चुनाव जीतो का दिया मंत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘बूथ जीतो चुनाव जीतो’ अभियान को गति देने के लिए सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। सभी बूथ समितियों को सक्रिय करने के साथ लाभार्थियों से लगातार संपर्क स्थापित करते रहने का निर्देश भी सीएम ने दिया। चुनाव को लेकर उन्होंने बूथ प्रबंधन पर विशेष जोर दिया। बूथ प्रबंधन के विभिन्न विषयों पर उन्होंने विस्तार से पदाधिकारियों को जानकारी दी।
इनकी रही मौजूदगी
बैठक में प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सतीश चंद्र शर्मा, गिरीश चंद्र यादव, मयंकेश्वर शरण सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, भाजपा जिला महामंत्री राघवेन्द्र पाण्डेय, मंडल प्रवासी अवधेश पाण्डेय बादल, ओम प्रकाश सिंह, कमलाशंकर पाण्डेय, अभिषेक मिश्रा, कृष्ण कुमार पाण्डेय खुन्नू सहित पांचों मंडलों के अध्यक्ष, प्रभारी, सभी मोर्चों के जिला व महानगर अध्यक्ष सहित प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।
उत्तर प्रदेश
योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच
लखनऊ | योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।
लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।
कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान
राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।
हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश
टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।
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