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बिजनेस

दिल्ली हवाई अड्डे पर रोके गए भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर व उनकी पत्नी, LOC बना आधार

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BharatPe co-founder Ashneer Grover and his wife stopped at Delhi airport

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नई दिल्ली। फिनटेक कंपनी भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को कल गुरुवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे उनके खिलाफ जारी LOC (लुक आउट सर्कुलर) के आधार पर रोक दिया गया। मामले से जुड़े सूत्रों ने मीडिया को बताया कि दंपती न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो रहे थे।

बता दें कि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के अनुरोध पर दोनों के खिलाफ LOC जारी किया गया था। इससे पहले जून में EOW ने दंपति और परिवार के कुछ अन्य सदस्यों के खिलाफ धन के कथित गबन और भारतपे का संचालन करने वाली रेजिलिएंट इनोवेशंस प्राइवेट लिमिटेड को 81 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के लिए प्राथमिकी दर्ज की थी।

क्या है LOC

LOC एक परिपत्र पत्र होता है जिसका इस्तेमाल अधिकारी यह जांचने के लिए करते हैं कि कोई यात्रा करने वाला व्यक्ति कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा वांछित है या नहीं। जिस व्यक्ति के खिलाफ LOC जारी किया गया है, वह देश से बाहर यात्रा नहीं कर सकता।

हालांकि ग्रोवर दंपति मामले पर टिप्पणी के लिए तुरंत उपलब्ध नहीं थे। बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में, दिल्ली उच्च न्यायालय को दिए गए एक स्टेटस पोर्ट में EOW ने कहा कि विक्रेता चालान में विसंगतियां थीं और भारतपे से जुड़े कुछ मानव संसाधन (HR) परामर्श फिनटेक यूनिकॉर्न से धन निकालने के लिए स्थापित किए गए थे।

जिन आठ HR कंसल्टेंसी पर सवाल उठाया गया है, वे फिनटेक कंपनी की पूर्व प्रमुख और सह-संस्थापक अश्नीर ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन के रिश्तेदारों से जुड़े हुए पाए गए हैं।

EOW ने कहा कि जांच अभी भी अपने प्रारंभिक चरण में है। सूत्रों ने कहा कि दंपति को जांच में शामिल होने के लिए अगले सप्ताह EOW के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। भारत पे के वकील MZM लीगल के जुल्फिकार मेमन ने मीडिया को बताया, “EOW द्वारा दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल ताजा स्टेटस रिपोर्ट के बाद, जहां उन्हें गबन के सबूत मिले हैं, EOW के लिए आरोपियों के खिलाफ LOC जारी करना उचित है।”

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बिजनेस

हर दिन 48 करोड़ रु, जानिए कौन हैं जगदीप सिंह जिन्हें सालभर में मिलती है 17,500 करोड़ रु की सैलरी

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नई दिल्ली। भारतीय मूल के जगदीप सिंह इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। वह ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने एक दिन में 48 करोड़ रुपये सैलरी पाकर इतिहास रच दिया है। वहीं साल भर में जगदीप सिंह 17,500 करोड़ रुपये सैलरी के रूप में कमाते है। ये अमाउंट कई बड़ी कंपनियों के सालाना टर्नओवर से भी ज्यादा है।

जगदीप सिंह भारतीय मूल के आंत्रप्रेन्योर हैं, जिन्होंने 2010 में क्वांटमस्केप नाम की कंपनी की स्थापना की। यह कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सॉलिड-स्टेट बैटरियों पर काम करती है। उनकी बैटरियों ने ईवी इंडस्ट्री में क्रांति ला दी है। चार्जिंग समय को कम करना और ऊर्जा दक्षता को बढ़ाना, उनकी बैटरियों की सबसे बड़ी खासियत है। इनोवेशन के क्षेत्र में इस तरह के योगदान ने उन्हें वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाई।

जगदीप सिंह की शिक्षा और अनुभव की बात करें तो उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से बीटेक और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से एमबीए की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने कई बड़ी नामी कंपनियों में काम किया और अपनी खुद की कंपनी भी शुरू की। उनकी मेहनत और दूरदर्शिता ने क्वांटमस्केप को न केवल एक सफल व्यवसाय बल्कि टेक्नोलॉजी इनोवेशन की नई परिभाषा बना दिया।

जगदीप सिंह की कंपनी, क्वांटमस्केप, 2020 में अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्ट हुई। निवेशकों का भारी समर्थन मिलने के कारण कंपनी का मूल्यांकन तेजी से बढ़ा। सिंह के सैलरी पैकेज में 2.3 बिलियन डॉलर के शेयर शामिल थे, जिससे उनकी सालाना आय 17,500 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई। यह सैलरी उन्हें न केवल इंडस्ट्री में सबसे अधिक वेतन पाने वाला व्यक्ति बनाती है, बल्कि उनके द्वारा किए गए काम की खासियत को भी दिखाती है।

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