उत्तर प्रदेश
सीएम योगी का विपक्षियों पर प्रहार, बोले- आपका पर्व-त्योहार आता था तो वे कर्फ्यू लगा देते थे
गोंडा/लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपके एक वोट ने देश की तकदीर को बदल दिया। पहले आप जिन लोगों को वोट देते थे, उन्हें राम के नाम से भय होता था। राम का नाम लेने में संकोच होता था। आपका पर्व-त्योहार आता था तो वे कर्फ्यू लगा देते थे। अराजकता फैलाते थे, आस्था पर प्रहार करते थे। आपके वोट को आपके खिलाफ प्रयोग करते थे। सुरक्षा व नौजवानों के रोजगार में सेंध लगाते थे। किसानों की खुशहाली को रौंदते थे और व्यापारियों के यहां डकैती डलवाते थे पर आज बेटी और व्यापारी सुरक्षित है। डबल इंजन की सरकार है तो आस्था का सम्मान है। आज सुबह ही लखनऊ में 100 नौजवानों को नियुक्ति पत्र दिया है। यूपी के नौजवान नियुक्ति पत्र प्राप्त कर अग्रणी सेवा में जा रहे हैं, क्योंकि सरकार संवेदनशील तरीके से उनके विकास के लिए कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने गोंडा के शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह थॉमसन इंटर कॉलेज ग्राउंड में 1689.46 करोड़ की 422 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। साथ ही स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का उद्घाटन किया और देवी बख्श सिंह के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम करने की घोषणा की। सीएम ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चाबी, चेक, प्रमाण पत्र आदि वितरित किया।
आज सबके मुंह से जयश्रीराम निकलता है
सीएम ने कहा कि पूरा गोंडा अयोध्या दर्शन करने चला गया है। पैदल भी चुपचाप चले गए होंगे, आपको कौन रोकने वाला है। बीच में सरयू मैया हैं। इस पार से उस पार चले गए तो कोई पूछेगा भी नहीं। अयोध्या में रामलला के विराजमान होने का सर्वाधिक लाभ गोंडा को मिल रहा है, सारा विकास इधर आ रहा है। अच्छी सरकारें आती हैं तो गरीबों का कल्याण होता है। विकास और आस्था को ऐसे ही सम्मान होता था। राम मंदिर लोगों के लिए सपना था। कभी राम के नाम पर डंडे बरसते थे और गोलियां चलती थीं पर आज सबके मुंह से जयश्रीराम की बोली निकलती है। आज रामभक्तों पर गोली नहीं, पुष्पवर्षा हो रही है। 22 जनवरी को श्रीरामलला विराजमान कार्यक्रम को पीएम बढ़ाकर पांच सदी का इंतजार समाप्त कर रहे थे तब हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा हो रही थी।
देश बदल चुका है, हम नए भारत में रह रहे हैं
सीएम ने कहा कि हमारा देश बदल चुका है। हम नए भारत में रह रहे हैं, जिसने दुनिया में 140 करोड़ भारतवासियों का गौरव बढ़ाया है। आतंकवाद, नक्सलवाद समाप्त हो गया। देश सुरक्षा व समृद्धि के नित नए प्रतिमान को गढ़ता हुआ आगे बढ़ रहा है। मोदी जी को तीसरा कार्यकाल दीजिए, भारत उनके नेतृत्व में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। प्रधानमंत्री जी भी कहते हैं कि हमारा संकल्प विकसित भारत होना चाहिए। विकसित भारत के लिए विकसित उप्र और विकसित उप्र के लिए विकसित गोंडा भी आवश्यक है। विकसित गोंडा के लिए यहां की सड़कों को फोरलेन से जोड़ा जा रहा है। विकसित भारत के लिए गोंडा में मेडिकल कॉलेज दिया गया है। विकसित भारत के लिए आजादी के बाद डबल इंजन सरकार ने वनटांगिया समुदाय को पहली बार न्याय दिया। विकसित भारत के लिए बाढ़ की परियोजनाओं को पूरा करने आए हैं। चार दशक से लंबित सरयू नगर राष्ट्रीय परियोजना को पूरा करने का काम हुआ है। कोई सोचता था कि श्रावस्ती वायुसेवा से जुड़ेगा। अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका है। अयोध्या से गोंडा को फोरलेन की कनेक्टिविटी से जोड़ने की कार्रवाई हो रही है। 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर 8000 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
सीएम ने की घोषणा- देवी बख्श सिंह के नाम पर होगा गोंडा मेडिकल कॉलेज
सीएम ने घोषणा की कि 1857 के जिस योद्धा व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने गोंडा में मोर्चा संभाला था, उन देवी बख्श सिंह के नाम पर गोंडा मेडिकल कॉलेज का नाम होगा। कॉलेज में उनकी प्रतिमा लगेगी। 1857 का उनका इतिहास लिखा जाएगा। आजादी के नायकों व भारत मां की सेवा करने वालों को भारत सम्मान देगा। इनके नाम पर मेडिकल कॉलेज, पॉलीटेक्निक, कॉलेज, हाइवे व एक्सप्रेसवे आदि होंगे। उन्हें सम्मानित कर भावी पीढ़ी प्रेरणा प्राप्त करती रहेगी।
गोंडा के विकास के लिए यहां के जनप्रतिनिधि मुझसे झगड़ा भी करते हैं
सीएम ने कहा कि 2017 के पहले गोंडा की स्थिति क्या थी। 2015-16 का सर्वे आया था तो गोंडा सबसे गंदा शहर था, तब मैंने प्रतीक भूषण से कहा था कि जनता ने आशीर्वाद दिया है, विधायक बने हैं तो गोंडा को स्वच्छ शहर के रूप में स्थापित करो। उन्होंने प्रयास किया, आज गोंडा स्वच्छ हो गया। यहां के जनप्रतिनिधि विकास के लिए बात करने आते हैं। यह लोग मुझे घर का व्यक्ति मानते हैं और गोंडा के विकास के लिए झगड़ा करते हैं। गोंडा और देवीपाटन कमिश्नरी में विकास कार्यों में पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी।
गोंडा से भी आए आवाज- फिर एक बार मोदी सरकार
सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार नहीं होती तो क्या रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो पाता। आपकी आस्था को डबल इंजन की भाजपा सरकार सम्मान दे रही है। पूरे देश में एक ही आवाज है, फिर एक बार-मोदी सरकार। सीएम ने विश्वास जताया कि देश की आवाज के साथ गोंडा की आवाज भी मोदी सरकार के संकल्प के साथ बढ़ेगी।
इस अवसर पर गोंडा के सांसद कीर्तिवर्धन सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र, विधायक रमापति शास्त्री, विनय कुमार द्विवेदी, बावन सिंह, प्रेम नारायण पांडेय, प्रभात कुमार वर्मा, प्रतीक भूषण सिंह, अजय सिंह, विधान परिषद सदस्य अवधेश कुमार सिंह ‘मंजू’, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र, जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप आदि मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश
महाकुंभ में कैलाश मानसरोवर शिविर का आयोजन, एनआरआई हरि गुप्ता करेंगे मानसरोवर से जुड़े रहस्यों का पर्दाफाश
महाकुंभ में एनआरआई हरि गुप्ता द्वारा कैलाश यात्रा शिविर कैलाश मानसरोवर से जुड़ी समस्याओं और रहस्यों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए महाकुंभ में एक शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें भारत और विदेश से कई मशहूर हस्तियों, अधिकारियों और सफल व्यवसायियों के शामिल होने की उम्मीद है। जिसमें चर्चित भारतीय फिल्म निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह मौजूद रहेंगे । दुष्यंत प्रताप सिंह अपने बेहतरीन निर्देशन के साथ – साथ पटकथा लेखन के लिए भी मशहूर हैं और साथ ही अमरजीत मिश्रा ट्रस्टी (दिव्य प्रेम सेवा मिशन) हरिद्वार और मशहूर व्यवसायी एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुधीर हलवासिया मौजूद रहेंगे। साथ ही सुधीर हलवासिया ने कहा कि कैलाश मानसरोवर शिविर हमारी भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देगा और उसमें सभी प्रकार से सहयोग करने की बात कही।
इस अवसर पर बॉलीवुड डायरेक्टर दुष्यंत प्रताप सिंह ने कहा कि किसी भी अन्य वासि भारतीयों द्वारा कैलाश मुक्ति अभियान के बैनर तले इतने बड़े अभियान का बीड़ा उठाना अपने आप में ही अद्भुत और बहुत साहस व लगन का विषय है और इस परिपेक्ष में सारे अन्य वासि भारतीयों को तकरीबन 15 से 20 अलग-अलग देशों के भारतीयों को एक झंडे तले लाना और अपने सांस्कृतिक विरासत के लिए आध्यात्मिक विरासत के लिए भोलेनाथ शिव के लिए संघर्ष शुरू करना अपने आप में बहुत ही प्रेरणादायक है और हम लोग भी इस कार्य में जो भी योगदान हमारा हो सकता है वो हम लोग अपना योगदान दे रहे हैं हरि गुप्ता के साथ वहीं दिव्य प्रेम सेवा मिशन के ट्रस्टी अमरजीत मिश्रा जी ने कहा भारत एक सांस्कृतिक व आध्यात्मिक देश के तौर पर वैश्विक रूप से सभी देशों का अगवा है और हरि गुप्ता जी ने यह जो प्रकल्प छेड़ा है l कैलाश मुक्ति अभियान वास्तव में ही बहुत प्रेरणादायक एवं एक अरुण संकल्प है और उन्होंने यह आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास व्यक्त किया की बहुत जल्द ही सभी भारतीयों को जो देश-विदेश पूरे विश्व में जहा जाएं उन्हें अपने आराध्य देव के दर्शन सुगम रूप से उपलब्ध हो सकें।
यह एक विडंबना है कि पिछले 5 सालों से भारतीय पासपोर्ट धारकों को मानसरोवर जाने की अनुमति नहीं है, जबकि अन्य देशों के नागरिक आसानी से वहां जा सकते हैं। किसी भी सरकार द्वारा किसी भी कारण से हिंदू धर्म की तीर्थयात्रा को रोकना उचित नहीं है। यह हिंदू शिवभक्तों के मानवाधिकारों के बिल्कुल खिलाफ है। जबकि भारत सरकार ने 50 किलोमीटर दूर से कैलाश पर्वत को देखने के लिए कुछ मार्ग बनाए हैं, लेकिन यह कुछ ऐसा है जैसे भोजन की थाली को देखना लेकिन उसे सूंघना, छूना, महसूस करना या खाना नहीं। जब भोजन को देखकर सामान्य भूख नहीं मिटती है l तो 50 किलोमीटर दूर से उसे देखने से आध्यात्मिक भूख कैसे मिटेगी।
भले ही यात्रा की अनुमति मिल गई हो, लेकिन वास्तविक यात्रा से भारतीय यात्रियों को कोई लाभ नहीं होगा। उन्हें अभी भी कैलाश की यात्रा के लिए नेपाल और उसके मागों पर निर्भर रहना पड़ता है। भारत से पिथौरागढ़ या सिक्किम के रास्ते बहुत लंबे और उबड़-खाबड़ रास्ते हैं। हरि गुप्ता दिल्ली से कैलाश के लिए सीधी चार्टर उड़ानें शुरू करने के इच्छुक हैं और एयरलाइन ऑपरेटरों से बातचीत कर रहे हैं। दिल्ली से कैलाश तक की केवल 500 किमी की उड़ान है।
आचार्य हरि गुप्ता विदेश में 30 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं और एक सफल व्यवसायी है। उन्होंने भोलेनाथ ने कई बार दर्शन किए हैं और कैलाश मुक्ति के लिए आवश्यक कार्य करने के लिए मार्गदर्शन दिया है। वे इस अनुभव को भोलेनाथ की लीला के रूप में भी लिख रहे हैं। आचार्य हरि गुप्ता ने कहा कि कैलाश न केवल हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह सिख, जैन और बौद्धों के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ऐसा कहा जाता है कि सिखों के पहले गुरु गुरुनानक जी ने भी कैलाश की यात्रा की थी।
पहले जैन गुरु ऋषभदेव जी ने भी कैलाश की यात्रा की थी। आचार्य हरि गुप्ता को भोलेनाथ ने कई रहस्य बताए हैं जैसे पांच कैलाश हैं, जिनमें भोलेनाथ की अलग-अलग लीलाएं हैं। इनमें से एक मुख्य कैलाश वर्तमान में तिब्बत के अंतर्गत है, जो चीन के अंतर्गत आता है। उन्हें रहस्यमयी तरीके से कई लोगों से मिलने का मौका भी मिलता है, जिनमें से एक ने भगवान शिव के एक मंदिर के बारे में बताया है जो कैलाश के पास है और जिसके बारे में शायद ही कोई जानता हो, जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग उनके पास है।
यह अद्भुत शिव मंदिर पास के शहर में एक पहाड़ पर है और सीढ़ियाँ चढ़कर पहुँचा जा सकता है। इसके एक तरफ पानी का झरना है। इसकी परिक्रमा के चारों ओर गहरी घाटी है। भक्तों को खीर का प्रसाद दिया जाता है जिसे चावल को सिर्फ़ इतना पकाकर मीठा किया जाता है कि वह मीठा हो जाए और उसमें कोई मीठा पदार्थ नहीं मिलाया जाता। आगंतुकों को कभी-कभी चार काले कुत्ते भी दिखाई देते हैं जिन्हें चार वेदों का प्रतीक माना जाता है। मंदिर को हर साल पशुपति नाथ मंदिर से पहला एकमुखी रुद्राक्ष भी मिलता है जिस पर नेपाल के राजा का पहला अधिकार होता है।
कुछ साल पहले कैलाश की यात्रा करने वाले संजय जैन ने उन्हें मानसरोवर ताल के बारे में कुछ रहस्य भी बताए हैं। उन्होंने बताया कि मानसरोवर झील में कई पत्थर हैं जिन पर ओम, सांप या डमरू के प्राकृतिक निशान हैं। उन्होंने न केवल उन्हें अपनी आँखों से देखा है बल्कि उन्हें अपने साथ भी लाया है। सत्यापन के लिए दिल्ली में भी ऐसे दो पत्थर उपलब्ध हैं।
दूसरा रहस्य यह है कि मानसरोवर ताल के पास पक्षी किसी से भी भोजन ले लेते हैं जबकि राक्षस ताल के पास पक्षी कोई भी भोजन स्वीकार नहीं करते। यह जानकर आश्चर्य होता है कि यहाँ दो ताल हैं, एक में मीठा और साफ पानी है जबकि दूसरे में वह नहीं है। एक में लहरें हैं और दूसरे में नहीं। एक बर्फ में जम जाता है जबकि दूसरा नहीं। भोलेनाथ द्वारा दी गई एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंत र्दृष्टि यह है कि जब हम गूगल मैप को 180 डिग्री घुमाते हैं- तो हम झीलों के आकार को शिवलिंग और योनि के रूप में पहचान सकते हैं।
आचार्य हरि गुप्ता सभी संतों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें इसके लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए सांसदों को ईमेल के जरिए पत्र भी भेजे हैं। भोलेनाथ की प्रेरणा से उन्होंने जय कैलाश नाम से एक भजन भी लिखा है जिसमें भगवान शिव, कैलाश पर्वत और उसके महत्व के बारे में आसानी से बताया गया है। यह गीत Youtube.com/@JaiKailasha पर है। गौरतलब है कि 60 साल के अपने पूरे जीवन में उन्होंने शायद ही कभी संगीत सुना हो और कभी कोई कविता या गीत नहीं लिखा हो। आचार्य हरि गुप्ता इस उद्देश्य के लिए www.kailashmukti.com के नाम से एक वेबसाइट भी बना रहे हैं।
कैलाश आने वाले कई लोगों ने बताया है कि मानसरोवर और उसके आस-पास के स्थानों पर तीर्थयात्रियों के ठहरने, शौचालय, चिकित्सा और यात्रा के लिए शायद ही कोई सुविधा है। उनका इरादा तीर्थयात्रियों के लिए वहां भी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का है और इसके लिए वे भारत और चीन सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। आचार्य हरि गुप्ता को पूरा विश्वास है कि यह काम जल्द ही पूरा हो जाएगा क्योंकि इस आंदोलन का मार्गदर्शन स्वयं भोलेनाथ कर रहे हैं। यह भोलेनाथ की ही कृपा है कि 4 महीने पहले एक व्यक्ति द्वारा शुरू किया गया प्रयास अब करोड़ों लोगों तक पहुँच रहा है। वे सभी शिवभक्तों, मीडिया, अधिकारियों और राजनेताओं से अपील कर रहे हैं कि वे इस बारे में आवाज उठाएं और इसे जल्द से जल्द हल करने के लिए मिलकर काम करें ताकि शिवभक्त बिना किसी प्रतिबंध, भय या परेशानी के इस पवित्र स्थान की यात्रा करके अपने इष्ट देव की पूजा से आध्यात्मिक लाभ उठाएँ।
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