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प्रादेशिक

अपने सरकारी आवास पर सीएम योगी ने नव निर्वाचित 7 महापौर से की मुलाकात

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नव निर्वाचित सात महापौर से मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर मुलाकात की। सीएम योगी ने सभी महापौरों को जीत की शुभकामनाएं दीं। साथ ही पीएम मोदी के विजन ‘आत्मनिर्भर भारत’ की तर्ज पर अपने-अपने नगर निगमों को भी आत्मनिर्भर बनाने का सुझाव दिया। सीएम योगी ने नगर निगमों की आय बढ़ाने से लेकर क्षेत्रीय समस्याओं के निस्तारण के साथ ही जनप्रतिनिधियों के समर्थन के साथ सभी मेयरों को नगर निगमों की सकारात्मक छवि प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। नवनिर्वाचित उपस्थित महापौर ने जीत का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया। सीएम ने कहा कि विकास ही सफलता का माध्यम है। विकास के लिए पैसे की कमी नहीं है। विकास के जरिये आप परिवर्तन लाइये। आप सभी कार्यों में मानक और गुणवत्ता पर विशेष फोकस रखें। सीएम ने कहा कि प्राथमिकता बनाकर कार्य करें, जिससे हर वार्ड का समुचित विकास होगा। सीएम ने सीएसआर के पैसे से जनता से जुड़े कई बेहतर कार्य करने के भी निर्देश दिए।

नया करने का दिया सुझाव

सीएम योगी ने उपस्थित सभी महापौर को ‘कुछ अच्छा’ और ‘कुछ नया’ करने का सुझाव दिया। सीएम ने क्षेत्रीय समस्याओं के निस्तारण के प्रति सक्रिय और सजग रहने को भी कहा। उन्होंने अंडरग्राउंड केबलिंग के कार्य को प्राथमिकता पर रखने के साथ ही कूड़ा प्रबंधन में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट, स्ट्रीट लाइट को भी तरजीह देने को कहा। इसके अलावा नगरीय इलाकों में आवारा कुत्तों की समस्याओं के निराकरण व गोवंश को भी प्राथमिकता पर रखने के निर्देश दिए। सेफ सिटी के लिए मुख्यमंत्री ने जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी 17 नगर निगम को ‘स्मार्ट’ बनाने पर विशेष जोर है। सीएम ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में शौचालय की सफाई व मेंटिनेंस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने आम आदमी के लिए कन्वेंशन सेंटर बनवाने का भी निर्देश दिया। इससे निगम की आय होने के साथ लोगों को भी लाभ मिलेगा। सीएम ने बरसात से पहले नालों की सफाई और प्लास्टिक पर अंकुश लगाने को भी कहा।

विभिन्न माध्यमों से बढ़ाएं नगर निगम की आय

मुलाकात में सीएम योगी ने नगर निगमों की आय को बढ़ाते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने को प्रमुखता से रखा। उन्होंने नगर निगम के कर सुधार समेत आय के अन्य साधनों पर जोर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तकनीक के जरिये टैक्सेशन के लिए आम नागरिकों को सुविधाएं प्रदान की जाएं, ताकि वे सरलता से टैक्स जमा कर सकें। लोगों को टैक्स जमा करने के प्रति जागरूक किया जाए। ऑनलाइन सुविधाएं प्रदान की जाएं। सीएम ने महापौर को जनप्रतिनिधियों के संपर्क में रहने और उनसे तालमेल बनाकर काम करने के लिए भी निर्देशित किया। मल्टीलेवल पार्किंग के जरिये सड़क पर वाहन खड़े न होने का लाभ मिलेगा और इससे आय का स्रोत भी बढ़ेगा।

समान समस्याओं के निदान पर भी दिए निर्देश

सीएम ने ऐसी समस्याओं के निदान पर भी जोर दिया, जो सभी नगर निगमों में समान हैं। इनमें सड़क पर जलभराव की स्थिति को सुधारने, नाला सफाई और स्वच्छता समेत अन्य अहम समस्याएं शामिल रहीं। अवैध टैक्सी स्टैंड को लेकर भी सीएम ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में अवैध टैक्सी स्टैंड को चिह्नित कर उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएं। इन अवैध टैक्सी स्टैंड के अल्टरनेटिव पर भी काम किया जाए, ताकि आम लोगों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े। सभी बड़े चौराहों पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए थे, जहां अभी ये कार्य न हुआ हो वहां प्राथमिकता के आधार पर इसके क्रियान्वयन को सुनिश्चित करें। सीएम से मुलाकात करने वाले महापौर में झांसी के बिहारी लाल, अलीगढ़ के प्रशांत सिंघल, मेरठ के हरिकांत अहलूवालिया, शाहजहांपुर की अर्चना वर्मा, मुरादाबाद के विनोद अग्रवाल, गाजियाबाद की सुनीता दयाल, आगरा की हेमलता दिवाकर सम्मिलित रहीं।

उत्तर प्रदेश

डिजिटल महाकुम्भ: तकनीक बनी हथियार, 2,750 एआई सीसीटीवी संदिग्ध गतिविधियों पर रख रहे नजर

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महाकुंभ नगर। दिव्य और भव्य महाकुम्भ को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए प्रबंधन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। इस बार एआई तकनीक को पुलिस ने अपना हथियार बनाया है। 2700 से ज्यादा एआई सीसीटीवी महाकुम्भ नगर में लगाए गए हैं। वह सीधे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे और उसकी रिपोर्ट कंट्रोल रूम को देंगे। मेले के दौरान 37,000 पुलिसकर्मी और 14,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी चौकसी बरत रही हैं। सीसीटीवी और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हर कोना सुरक्षित है। यहां तक कि मेले में परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।

वॉच टावरों से बनाया सुरक्षा का अभेद्य घेरा

पूरे मेला क्षेत्र में अब तक 123 वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां स्नाइपर, एनएसजी, एटीएस और सिविल पुलिस के जवान तैनात हैं। वॉच टावरों को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनसे दूरबीन की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा सके। हर वॉच टावर पर अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। सभी वॉच टावरों को ऊंचाई और रणनीतिक स्थानों पर स्थापित किया गया है ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो। पुलिस के साथ जल पुलिस और फायर ब्रिगेड भी पूरी तरह मुस्तैद हैं।

स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता

महाकुंभ मेले के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ श्रद्धालु, स्नानार्थी, कल्पवासी और पर्यटक आने की संभावना है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। मेले के सभी जोन और सेक्टर में अलग-अलग स्थानों पर वॉच टावर बनाए गए हैं। प्रवेश के सात मुख्य मार्गों पर भी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।

मुख्य धार्मिक स्थलों पर कड़ी की सुरक्षा

अखाड़ा क्षेत्र, बड़े हनुमान मंदिर, परेड मैदान, वीआईपी घाट, अरैल, झूसी, और सलोरी जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष वॉच टावर बनाए गए हैं। यहां तैनात जवान आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस हैं।

अत्याधुनिक तकनीक से लैस हुई कुम्भ की सुरक्षा

– 2,750 AI आधारित सीसीटीवी कैमरे और 80 VMD स्क्रीन मेले की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
– 3 जल पुलिस स्टेशन और 18 जल पुलिस कंट्रोल रूम तैनात हैं।
– 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं।
– 4,300 फायर हाइड्रेंट किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

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