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उत्तर प्रदेश

दीपोत्सव 2024: भव्य पुष्पक विमान दिलाएगा त्रेतायुग की याद

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अयोध्या। प्रभु श्रीराम की नगरी में तीन दिन (28 से 30 अक्टूबर) तक श्रद्धालुओं को त्रेता युग का अनुभव कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जोर-शोर से दीपोत्सव की तैयारियां चल रही हैं। रामनगरी को चौतरफा सजाया जा रहा है। कहीं तोरणद्वार बन रहे हैं तो कहीं जबरदस्त लाइटिंग की जा रही है। इन सबके बीच एक और अनोखी पहल की जा रही है। वह है पुष्पक विमान की। दावा किया जा रहा है की इसे एक बार जिसने भी देखा वह देखता ही रह जाएगा। रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भगवान राम के आगमन की खुशी में इस बार दीपोत्सव और भी भव्य तरीके से मनाया जाएगा। इसी उद्देश्य से इस बार राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 25 लाख दीये प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है। पहली बार उत्सव में 10 हजार स्थानीय लोगों को भी शामिल होने का मौका मिलेगा।

कैनवास पर बनाया जा रहा पुष्पक विमान

पर्यटन विभाग ने अयोध्या को सजाने और संवारने के लिए एजेंसियों को चयनित किया है। उसी में से एक विविद इंडिया एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग कंपनी है। कंपनी की सवीना जेटली ने बताया कि लता चौक के पीछे की साइड एक पुष्पक विमान बनाया जा रहा है। इसे फ्लेक्स पर न बनाकर कैनवास के जरिये बनाया जा रहा है, ताकि अयोध्या प्रदूषण मुक्त बनी रहे। उन्होंने बताया कि पुष्पक विमान एक सेल्फी पॉइंट भी रहेगा। यहां दो फीट की ऊंचाई पर 36 फीट ऊंचा और 24 फीट चौड़ा पुष्पक विमान बनाया जा रहा है।

पुष्पक विमान में श्रीराम की 5 फीट 10 इंच की प्रतिमा होगी

सवीना जेटली में बताया कि पुष्पक विमान में माता सीता, भगवान राम, उनके तीनों भाई की फाइबर की प्रतिमा रहेगी। इसमें भगवान की प्रतिमाएं 5 फीट 10 इंच व माता सीता की 5 फीट 4 इंच की प्रतिमा रहेगी, जबकि हनुमान जी बैठे हुए दिखाई पड़ेंगे।

राम की पैड़ी पर आठ फीट ऊंचा होगा राम दरबार

सवीना जेटली ने बताया कि हमारी टीम दिल्ली व लखनऊ से आई है। हालांकि कारीगर स्थानीय ही हैं। उन्होंने बताया कि राम की पैड़ी पर आठ फीट ऊंचा राम दरबार बनाया जाएगा, जिसमे भगवान के स्वरूप बैठेंगे। इसके अलावा अयोध्या धाम में 11 थीम गेट बनाये जा रहे हैं। तीन गेट रामकथा पार्क में ही लगवाए गए हैं। इसकी सुंदरता लोगों को खूब आकर्षित करेगी।

10 क्विंटल फूलों से सज रहे मुख्य द्वार

राम मंदिर में जाने वाले चार प्रमुख गेट को सजाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए 10 क्विंटल फूलों को मंगाया गया है। सभी गेट पर तोरणद्वार बनाये जाएंगे।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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