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नेशनल

दिल्ली पुलिस का लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर बड़ा एक्शन, देशभर से सात शूटर्स गिरफ्तार

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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देशभर से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सात शूटर्स को गिरफ्तार किया है। सभी शूटर्स देश के अलग- अलग राज्यों से गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा गिरफ्तारी पंजाब से हुई है। इनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं। सूत्रों की मानें तो बाबा सिद्दकी केस में गिरफ्तार शूटर्स से भी स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देशभर में लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से जुड़े बदमाशों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस की इसी छापेमारी के बाद सात शूटर्स को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल पुलिस बदमाशों से पूछताछ कर रही है।

वहीं, एनआईए ने शुक्रवार को जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। उस पर 2022 में दर्ज दो एनआईए मामलों में आरोप पत्र दायर किया गया है। बाबा सिद्दीकी की हत्या से जुड़े मामले में पुलिस ने खुलासा किया कि एनसीपी नेता की हत्या करने वाले तीन संदिग्ध शूटरों ने हत्या से पहले एक मैसेजिंग ऐप के माध्यम से जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई के कनाडा स्थित चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई के साथ बातचीत किया था।

लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल पर NIA ने घोषित किया 10 लाख का इनाम

इससे पहले एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। अनमोल उर्फ भानू गैंगस्‍टर लॉरेंस का सगा भाई है। अनमोल सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी आरोपी है। साल 2023 में जांच एजेंसियों ने उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी जिसके बाद फर्जी पासपोर्ट पर वो भारत से भाग गया था।

जानकारी के मुताबिक भारत से भागने के बाद अनमोल बिश्नोई अपना ठिकाना बदलता रहता है। साल 2023 में उसे केन्या में देखा गया था। वहीं 2024 में वो कनाडा से गैंग ऑपरेट कर रहा है। अनमोल बिश्नोई पर हत्या, रंगदारी जैसे 18 से अधिक मामले दर्ज हैं।

स्नैपचैट के जरिये अनमोल बिश्नोई से संपर्क में थे बाबा सिद्दीकी के हत्यारे

14 अप्रैल को सलमान खान के घर पर गोलीबारी के बाद अनमोल बिश्नोई ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। वहीं यह भी पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले शूटर भी स्नैपचैट के जरिए अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का आतंक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड में है। वे विदेश में रहकर ही अपने सदस्यों को हथियार उपलब्ध करवा देते हैं।

अनमोल बिश्नोई जोधपुर जेल में रह चुका है और 7 अक्टूबर 2021 को वह जमानत पर रिहा हुआ था। रिहाई के बाद फर्जी पासपोर्ट पर वह कनाडा भाग गया था। इसी साल अप्रैल महीने में सलमान की बालकनी ओर हुई फायरिंग मामले की जिम्मेदारी भी अनमोल बिश्नोई ने ली थी।

सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी नाम

अनमोल का असली नाम भानु है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी अनमोल बिश्नोई का नाम आया था। बताया जाता है कि उसने विदेश में बैठकर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा के साथ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की पूरी प्लानिंग की थी।

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

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संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

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