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प्रादेशिक

कानून के राज के चलते आज उत्तर प्रदेश निवेश के लिहाज से ‘मोस्ट फेवरेबल डेस्टिनेशन’ बन गया है : पीएम मोदी

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लखनऊ। देश-विदेश में ‘भारत के नए ग्रोथ इंजन’ के तौर पर ख्याति बटोर रहा उत्तर प्रदेश तेजी से वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर बढ़ चला है। प्रदेश ने सीएम योगी के कुशल मार्गदर्शन में कानून के राज और सुरक्षा के वातावरण को स्थापित करने का जो कार्य किया है यह उसका ही परिणाम है कि आज प्रदेश निवेश के लिहाज से भी ‘मोस्ट फेवरेबल डेस्टिनेशन’ बना हुआ है। उत्तर प्रदेश की इसी विकासगाथा की पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जमकर तारीफ की है। यूपी में आयोजित रोजगार मेले के आयोजन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विकास के उत्तर प्रदेश मॉडल के जरिए देश के कई अन्य राज्यों में फैली अराजकता को भी निशाने पर लिया। उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुआई में जिस प्रकार राज्य तरक्की कर रहा है उससे सीख लेने की नसीहत देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कभी यूपी विकास के मामले में बहुत पीछे और अपराध के मामले में आगे था मगर अब कानून का राज स्थापित होने से विकास की नई ऊंचाई छू रहा है। सुरक्षा का वातावरण, कानून का राज ही विकास की रफ्तार की कुंजि है और यूपी से बेहतर इस बात का उदाहरण कौन सा राज्य हो सकता है।

पीएम बोले, विकास तभी संभव जब भयमुक्त माहौल हो

यूपी में आयोजित रोजगार मेले के आयोजन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज उत्तर प्रदेश निवेश समेत उन्नति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है क्योंकि यहां लोगों में सुरक्षा की भावना है, अपराध पर लगाम लगी है और भयमुक्त समाज नई उड़ान की ओर अग्रसर है। कानून व्यवस्था का ऐसा शासन लोगों में विश्वास पैदा करता है। कानून का राज स्थापित होने से ही यूपी विकास की नई ऊंचाई छू रहा है। यह बात समझनी होगी कि अगर आपको प्रदेश में निवेश लाना है जो सुरक्षा को पहली प्राथमिकता देनी होगी जैसे उत्तर प्रदेश ने दी। वह बोले, आज हम देखते हैं कि जिन राज्यों में अपराध की प्रमुखता है और लोगों में भयमुक्त माहौल नहीं है वहां तमाम कोशिशों के बावजूद निवेश भी न के बराबर ही आ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि राज्यों को यह समझना होगा और यूपी के उदाहरण से सीखना होगा। वह प्रदेश जो कभी अपराध के मामले में सबसे आगे था, आज वह निवेश और तरक्की के मामले में नित नई ऊंचाइयां छू रहा है। ऐसा होना संभव हुआ राज्य की सरकार की अपराथ के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के कारण। आज उत्तर प्रदेश में अपराध नहीं निवेश के आंकड़े बढ़ रहे हैं क्योंकि यहां भयमुक्त समाज की स्थापना का कार्य लगातार गति पकड़ रहा है। लोगों में प्रदेश को लेकर विश्वास जाग रहा है और यह पॉजिटिव ट्रांसफॉर्मेशन ही उत्तर प्रदेश की इस विकास गाथा की कुंजी है जिससे अन्य राज्य भी नसीहत ले सकते हैं।

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झारखण्ड

जयराम महतो “टाइगर” ने लगाया विजयी तिलक, झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी को 10,945 वोटों से हराया

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झारखंड। जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने झारखंड विधानसभा चुनाव में आखिरकार कैंची चला ही दी. जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो को छोड़कर कोई दूसरा उम्मीदवार जीत तो नहीं दर्ज कर पाया, लेकिन इस पार्टी ने कई सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन का खेल खराब कर दिया.

चुनाव आयोक के आंकड़ों के मुताबिक, जयराम महतो ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी को 10,945 वोटों से हराया. जयराम कुमार महतो को 94,496 तो वहीं, बेबी देवी को 83,551 वोट मिले. झारखंड की गिरिडीह जिले की डुमरी विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 20 नवंबर को वोट डाले गए थे. 30 साल के जयराम महतो को ‘टाइगर’ के नाम से भी जाना जाता है. जयराम महतोने अपनी पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JKLM) के साथ चुनावी मैदान में कदम रखा था. डुमरी विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला था, लेकिन जयराम महतो ने सबको पीछे छोड़ दिया.

डुमरी सीट पर पिछले विधानसभा चुनावों के नतीजे

JMM के दिग्गज नेता जगरनाथ महतो के निधन के कारण 2023 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. जिसमें उनकी पत्नी बेबी देवी ने जेेएमएम की टिकट पर जीत दर्ज की थी. उन्होंने आजसू की यशोदा देवी को 17,153 वोटों से हराया था.

झारखंड में 2005 में पहली बार चुनाव हुए थे. इस चुनाव में जगरनाथ महतो ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद हुए 2009, 2014 और 2019 के चुनावों में भी जगरनाथ महतो ने इस सीट से जीत हासिल की थी. इस सीट से वो लगातार चार बार विधायक चुने गए थे. जयराम महतो को उनके प्रशंसक ‘टाइगर’ नाम से बुलाते हैं. उनके पहले ‘जगरनाथ महतो’ को भी टाइगर उपनाम से जाना जाता था.

 

 

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