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प्रादेशिक

कर्नाटक के बेलगावी की फैक्ट्री में लगी आग, कर्मचारियों ने भागकर बचाई जान

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बेंगलुरु। कर्नाटक के बेलगावी में स्नेहम नाम की एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। फैक्ट्री में सेलो टेप का निर्माण होता है। आग लगने के समय कर्मचारी अंदर काम कर रहे थे। सभी कर्मचारी बाहर भागे, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सभी कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकले या नहीं। आग लगाने के बाद लपटें ऊपर तक उठ रही हैं। वहीं आग लगने की सूचना मिलने के बाद दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं।

बेलगावी सबसे बड़े औद्योगिक विकास क्षेत्र में से एक है

बेलगावी में कई बड़े उद्योग हैं, जिनमें से आईएनडीएएल एल्युमीनियम फैक्ट्री और पॉलीहाइड्रॉन प्राइवेट लिमिटेड महत्वपूर्ण हैं। बेलगावी खाद्यान्न, गन्ना, कपास, तम्बाकू, तिलहन और दूध उत्पादों के लिए एक व्यापार केंद्र के रूप में कार्य करता है। उद्योगों में चमड़ा, मिट्टी, मिट्टी के बर्तन, साबुन, कपास और कीमती धातुएं शामिल हैं। यह अपने पावरलूम उद्योगों के लिए बहुत प्रसिद्ध है जो कई बुनकरों को रोजगार प्रदान करते हैं।

आग लगने से मची अफरा-तफरी, ब्रिगेड कर रही रेस्क्यू

फिलहाल मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम मौजूद और आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, एक शिफ्ट में लगभग 60 से 70 कर्मचारी काम करते हैं। आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्रशासनिक स्तर पर स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। इस घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग लगने के कारण फैक्ट्री को काफी नुकसान हुआ है। स्नेहम फैक्ट्री में सेलो टेप का उत्पादन किया जाता है। घटना के बाद प्लास्टिक के कच्चे माल में सबसे ज्यादा नुकसान होने की खबर है।

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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