Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

प्रेरणादायक: 42 की मां ने 24 साल के बेटे के साथ पास की पीएससी की परीक्षा

Published

on

Loading

त्रिवेंद्रम। केरल के एक मां-बेटे ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा को एक साथ पास कर एक मिसाल कायम की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 42 साल की मां और 24 साल के बेटे ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा एक साथ पास किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार केरल के मलप्पुरम की 42 वर्षीय मां बिंदु और उसके 24 वर्षीय बेटे विवेक ने लोक सेवा आयोग (पीएससी) की परीक्षा एक साथ पास की है। बिंदु का सेलेक्शन लास्ट ग्रेड सर्वेंट्स (LGS) में हुआ, वहीं विवेक लोवर डिविजनल क्लर्क (LDC) के लिए चयनित हुआ है।

विवेक ने बताया कि हम एक साथ कोचिंग क्लास में गए लेकिन घर पर एक साथ पढ़ाई नहीं करते थे। उन्होंने बताया कि बस वे कुछ विषयों पर आपस में चर्चा कर लिया करते थे। मैं अकेले पढ़ाई करना पसंद करता हूं। मेरी मां हमेशा पढ़ाई नहीं करती हैं, क्योंकि वह एक आंगनबाड़ी शिक्षिका हैं। आंगनबाड़ी की ड्यूटी के बाद वक्त मिलने पर वह पढ़ाई करती थी।

विवेक ने बताया मेरी मां ने मुझे इसके लिए प्रोत्साहित किया और पिता ने हमारे लिए सभी सुविधाओं का इंतजाम किया। हमें अपने शिक्षकों से बहुत प्रेरणा मिली। हम दोनों ने एक साथ पढ़ाई की, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि हम साथ परीक्षा पास करेंगे। हम दोनों माँ और बेटा इस सफलता से बहुत खुश हैं।

वहीं, बिंदू (मां) का कहना है कि जब उनका बेटा 10 साल का था तो वह अपने बेटे को पढ़ाने के लिए खुद किताबें पढ़ती थी। यहीं से मेरे दिमाग में आया कि क्यों न हम भी बेटे के साथ सरकारी नौकरी की तैयारी करें। लिहाजा, हम दोनों ने एक साथ तैयारी करनी शुरू कर दी. हमारी यही कोशिश आज रंग लाई है।

बेटे बढ़ाया मां का हौसला

बेटे के साथ पीएससी परीक्षा पास करने वाली बिंदू पिछले 10 वर्षों से आंगनबाड़ी शिक्षिका हैं। वह आंगनबाड़ी की ड्यूटी करने के बाद पढ़ाई करती थी। पीएससी में सफलता के बाद बिंदु ने बताया कि बार-बार परीक्षा पास करने कोशिश के दौरान कोचिंग सेंटर के शिक्षकों, उनके मित्रों और उनके बेटे ने उन्हें विवेक ने उन्हें बहुत प्रोत्साहित किया और हर तरह से अपना समर्थन जारी रखा।

मां ने चौथे अटेंप्ट में पास की परीक्षा

रिजल्ट जारी होने के बाद बिंदु को 92वीं रैंक और उनके बेटे को 38वीं रैंक मिली। बता दें, जब बिंदु का बेटा 10वीं कक्षा में था, तो उसकी मां ने ही उसे ‘केरल पब्लिक सर्विस कमीशन’ की परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रोत्साहित किया था। 9 साल बाद वो मां-बेटे एक साथ सरकारी नौकरी की परीक्षा में बैठे और पास भी हुए। गौरतलब है कि बिंदू इससे पहले तीन अटेंप्ट दे चुकी थीं, दो एलजीएस परीक्षा के लिए और एक एलडीसी के लिए, आखिर चौथी बार में उन्हें सफलता मिल गई।

विशेष श्रेणियों के लिए आयु सीमा में छूट

एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल में इन पदों के लिए आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित है लेकिन विशेष श्रेणियों के लिए आयु सीमा में छूट दी गई है। ओबीसी वर्ग के लिए आयु सीमा में तीन साल की छूट है जबकि एससी-एसटी और विधवा उम्मीदवारों के लिए पांच साल की छूट का प्रावधान है। वहीं, मूक बधिर और नेत्रहीनों के लिए यह छूट 15 वर्ष की है और दिव्यांगों को इन पदों आयु सीमा में 10 साल की छूट दी जाती है।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending