Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

राष्ट्र के प्रति दायित्व बोध कराने का पर्व है काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष: मुख्यमंत्री

Published

on

Loading

लखनऊ, : भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अमर कथानक ऐतिहासिक काकोरी ट्रेन एक्शन का शताब्दी वर्ष पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 09 अगस्त को शताब्दी वर्ष की शुरुआत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काकोरी में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे, वहीं स्वाधीनता दिवस तक ‘हर घर तिरंगा’ फहरा कर अमर शहीदों को नमन भी किया जाएगा।

बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने शताब्दी वर्ष समारोह की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन देश के स्वाधीनता समर की अमर कहानी है। यह राष्ट्र के प्रति दायित्व बोध कराने वाला पर्व है। अगले वर्ष 2025 में जबकि इस घटना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं तो यह अपने अमर नायकों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन का एक सुअवसर है। उन्होंने कहा कि पूरे एक वर्ष तक विविध कार्यक्रमों के माध्यम से काकोरी ट्रेन एक्शन की स्मृतियों को नमन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा इस वर्ष 09 अगस्त को काकोरी में मुख्य समारोह के आयोजन के बाद प्रदेश के प्रत्येक शहीद स्मारक पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। 9 अगस्त को स्कूलों में प्रभात फेरी निकल जाए। स्कूलों ,कॉलेजों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के विषय में डिबेट का आयोजन किया जाए। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संबंध में हो। विजेता बच्चों को पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जाए ।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अवसर पेंटिंग की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाए ।यह पेंटिंग स्थानीय या क्षेत्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से संबंधित हो। 9 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन के अवसर पर प्रत्येक शहीद स्मारक पर पुलिस बैंड के माध्यम से राष्ट्र गीत के धुन बजाया जाए। इससे पूर्व शहीद स्मारकों के आस-पास स्वच्छता का अभियान चलाया जाए। विभिन्न अस्पतालों में फलों का वितरण किया जाए। युवा रक्तदान करें। साथ ही, एक पेड़ मां के नाम भी नाम पर भी पौधरोपण किया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 9 अगस्त काकोरी ट्रेन एक्शन के अवसर पर हर घर तिरंगा लगाने का कार्यक्रम प्रारंभ किया जाए। 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच हर घर पर तिरंगा लगाए जाए। यह एक जनांदोलन के रूप में हो। एक पोर्टल तैयार किया जाए, जिस पर लोग अपने घरों पर तिरंगा लगने के बाद सेल्फी लेकर उसे अपलोड करें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह में गौरव गाथा स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्र चिंतन विचार ,शहीदों को नमन, पर्यावरण संरक्षण एक जीवन शैली, सांस्कृतिक विरासत एवं गौरवशाली इतिहास, समर्पण एवं राष्ट्र की सेवा इत्यादि विषयों पर काकोरी ट्रेन एक्शन पर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

Published

on

Loading

लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

Continue Reading

Trending