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बिजनेस

कार्डिएक अरेस्ट से पेपर फ्राई के को-फाउंडर अंबरीश मूर्ति का निधन

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नई दिल्ली। मशहूर ऑनलाइन फर्नीचर कंपनी पेपरफ्राई के को-फाउंडर अंबरीश मूर्ति का कार्डिएक अरेस्ट से निधन हो गया है। वह 51 साल के थे। अंबरीश लेह में थे जब उन्हें दिल का दौरा पड़ा। अंबरीश ने 2011 में आशीष शाह के साथ मुंबई में फर्नीचर और होम डेकोर कंपनी की स्थापना की थी। वह IIM कलकत्ता के पूर्व छात्र और ट्रैकिंग के शौकीन थे। पेपरफ्राई से पहले अंबरीश ईबे में कंट्री मैनेजर थे।

पेपरफ्राई के अन्य सह-संस्थापक आशीष सिंह ने एक ट्वीट के जरिए इस बात की दुखद सूचना दी कि दिल का दौरा पड़ने के कारण उन्होंने अपने दोस्त और गुरु अंबरीश मूर्ति को खो दिया है।

आशीष सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि “यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि मेरे दोस्त, गुरु, भाई, आत्मीय साथी अंबरीश मूर्ति अब नहीं रहे. कल रात लेह में दिल का दौरा पड़ने से उन्हें खो दिया। कृपया उनके लिए प्रार्थना करें और उनके परिवार और करीबियों को शक्ति प्रदान करें।अंबरीश मूर्ति की मौत की खबर के बाद ट्विटर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वालो का तांता लग गया।

गौरतलब है कि अंबरीश मूर्ति एक दक्ष बाइकर भी थे जो कि मुंबई से लेह बाइक के जरिए जा चुके थे। अंबरीश मूर्ति ने कारोबारी जगत में एंट्री 1996 में ली थी जब उन्होंने कैडबरी के साथ सेल्स और मार्केटिंग प्रोफेशनल के रूप में काम करना शुरू किया।

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बिजनेस

हर दिन 48 करोड़ रु, जानिए कौन हैं जगदीप सिंह जिन्हें सालभर में मिलती है 17,500 करोड़ रु की सैलरी

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नई दिल्ली। भारतीय मूल के जगदीप सिंह इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। वह ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने एक दिन में 48 करोड़ रुपये सैलरी पाकर इतिहास रच दिया है। वहीं साल भर में जगदीप सिंह 17,500 करोड़ रुपये सैलरी के रूप में कमाते है। ये अमाउंट कई बड़ी कंपनियों के सालाना टर्नओवर से भी ज्यादा है।

जगदीप सिंह भारतीय मूल के आंत्रप्रेन्योर हैं, जिन्होंने 2010 में क्वांटमस्केप नाम की कंपनी की स्थापना की। यह कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सॉलिड-स्टेट बैटरियों पर काम करती है। उनकी बैटरियों ने ईवी इंडस्ट्री में क्रांति ला दी है। चार्जिंग समय को कम करना और ऊर्जा दक्षता को बढ़ाना, उनकी बैटरियों की सबसे बड़ी खासियत है। इनोवेशन के क्षेत्र में इस तरह के योगदान ने उन्हें वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाई।

जगदीप सिंह की शिक्षा और अनुभव की बात करें तो उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से बीटेक और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से एमबीए की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने कई बड़ी नामी कंपनियों में काम किया और अपनी खुद की कंपनी भी शुरू की। उनकी मेहनत और दूरदर्शिता ने क्वांटमस्केप को न केवल एक सफल व्यवसाय बल्कि टेक्नोलॉजी इनोवेशन की नई परिभाषा बना दिया।

जगदीप सिंह की कंपनी, क्वांटमस्केप, 2020 में अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्ट हुई। निवेशकों का भारी समर्थन मिलने के कारण कंपनी का मूल्यांकन तेजी से बढ़ा। सिंह के सैलरी पैकेज में 2.3 बिलियन डॉलर के शेयर शामिल थे, जिससे उनकी सालाना आय 17,500 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई। यह सैलरी उन्हें न केवल इंडस्ट्री में सबसे अधिक वेतन पाने वाला व्यक्ति बनाती है, बल्कि उनके द्वारा किए गए काम की खासियत को भी दिखाती है।

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