Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

T20 World Cup: USA से हारी पाकिस्तानी टीम, सुपर ओवर तक खिंचा मैच

Published

on

Loading

नई दिल्ली। यूएसए की टीम ने पाकिस्तान टी 20 वर्ल्ड कप के मुकाबले में हराकर सबको हैरान कर दिया है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम के तीन बल्लेबाज 5 ओवर के अंदर ही आउट हो गए। फिर जैसे-तैसे पाकिस्तान ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 159 रन बनाए। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करने उतरी यूएसए की टीम की शुरुआत शानदार रही। 5 ओवर तक उसका कोई विकेट नहीं गिरा। फिर ओपनर स्टीवन टेलर के आउट होने के बाद कप्तान मोनांक पटेल और एंड्रीस गूस ने मिलकर बाजी पलट दी। आखिरी ओवर में मुकाबला टाई रहा। फिर यूएसए ने सुपर ओवर में 18 रन बनाए। जिसका पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम महज 13 रन बना सकी। इस हार के बाद अब सवाल उठना शुरू हो गया है कि कहीं ऐसा तो नहीं होगा कि पाकिस्तान पहले ही राउंड से बाहर हो जाए। वैसे ऐसा हो सकता है, चलिए आपको समीकरण बताते हैं।

दरअसल इस साल के टी20 वर्ल्ड कप में कुल मिलाकर 20 टीमें खेल रही हैं। सभी टीमों के लिए आईसीसी ने चार ग्रुप बनाए हैं। हर एक ग्रुप में 5 टीमें रखी गई हैं। हर टीम ग्रुप स्टेज में अपने ही ग्रुप की दूसरी टीम से एक एक मैच खेलेगी। इसके बाद हर ग्रुप से टॉप 2 टीमें सुपर 8 में जाएंगी। यानी ग्रुप की बाकी तीन टीमों का खेल खत्म हो जाएगा। वैसे तो ग्रुप इस तरह से बनाए गए हैं कि बड़ी टीम आसानी ने आगे चली जाए। लेकिन यूएसए ने जो पाकिस्तान के खिलाफ किया, उसके बारे में तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा।

अब जरा समझते हैं कि पाकिस्तानी टीम क्या सुपर 8 में नहीं पहुंच पाएगी। पाकिस्तान की टीम अपना एक मैच खेल चुकी है, जिसमें उसे हार मिली है। वहीं यूएसए की टीम अपने दो मैच खेल चुकी है और दोनों जीती है। भारत ने एक मैच खेलकर उसे जीतने में कामयाबी हासिल की है। अब अगर भारतीय टीम पाकिस्तान को अगले मुकाबले में हरा देती है तो अमेरिका के अलावा भारत के भी चार अंक हो जाएंगे, वहीं पाकिस्तान का खाता नहीं खुलेगा। अमेरि का अभी एक मैच आयरलैंड से भी होना है। अगर अमेरिका ये मैच भी जीत जाती है तो उसके पास कुल 6 अंक हो जाएंगे। वहीं भारतीय टीम पाकिस्तान के बाद अमेरिका से भी अपना मैच जीत जाती है तो उसके भी 6 अंक हो जाएंगे। यानी अगर ऐसा हुआ तो फिर पाकिस्तान की टीम पर संकट के बादल मंडराने लगेंगे।

पाकिस्तानी टीम अमेरिका से हार ही चुकी है। अगर भारत से भी हार जाती है तो उसके पास केवल दो ही मैच और बचेंगे। यानी अगर टीम उन दो मैचों को जीत भी जाती है तो भी केवल 4 ही अंक होंगे, जो सुपर 8 में जाने के लिए नाकाफी हैं। ऐसे में ये जरूर हो सकता है कि पाकिस्तानी टीम कहीं टीम इंडिया को ही ना हरा दे। अगर ऐस हुआ तो फिर टी20 विश्व कप 2024 और भी ज्यादा रोचक हो जाएगा। ऐसे में अब भारत बनाम पाकिस्तान और आयरलैंड बनाम यूएसए मैच सभी की नजर रहने वाली है।

 

Continue Reading

खेल-कूद

पूर्व भारतीय कोच कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ आज मना रहे हैं अपना 51वां जन्मदिन

Published

on

Loading

मुंबई। पूर्व भारतीय कोच, कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का आज 51वां जन्म दिन हैं। 11 जनवरी 1973 को इंदौर में जन्मे राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट के मैदान पर ढेरों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। इनमें कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी हैं, जिन्हें तोड़ पाना आसान नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में जब द्रविड़ मैदान पर बल्ला लेकर उतरते थे तो दुनिया का हर गेंदबाज कांप जाता था।

टेस्ट क्रिकेट में द्रविड़ लंबी पारियों के लिए जाने जाते थे। वे 10 -10 घाटे क्रीज़ पर टिके रहते थे और गेंदबाजों की हालत खस्ता कर देते थे। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 31258 गेंदों का सामना किया है। इस दौरान उन्होंने कुल 736 घंटे क्रीज पर समय बिताया। शायद यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्‍तानों में शुमार स्टीव वॉ ने एक बार अपनी टीम से कहा था कि ’15 मिनट में द्रविड़ का विकेट लेना है और अगर ऐसा नहीं कर पाए तो बाकी 10 खिलाड़ियों को आउट करने के बारे में सोचना।’

वॉ का यह बयान बताता है कि द्रविड़ को आउट करना कितना मुश्किल था। राहुल की बल्लेबाजी के बारे में पाकिस्तान के दिग्गज तेज शोएब अख्तर ने कहा था, ‘द्रविड़ को गेंदबाजी करना सचिन से ज्यादा मुश्किल था। राहुल के डिफेंस को भेदना आसान नहीं था, इसीलिए उन्‍हें द वॉल कहा गया।’ अख्तर ने यह तक कहा था कि द्रविड़ नेट्स में भी आउट नहीं होते थे।’

द्रविड़ ने 17 साल की उम्र में कर्नाटक के लिए खेलना शुरू किया। राहुल ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में अपना टेस्ट डेब्यू किया। इस मैच में वे शतक से चूक गए थे और 95 पर आउट हुए थे। लॉर्ड्स में शतक बनाना द्रविड़ के लिए एक बड़े सपने जैसा था। जो उनके करियर के अंत में पूरा हुआ जब द्रविड़ ने अपने आखिरी इंग्लैंड दौरे पर इस मैदान पर शतक जड़ा।
द्रविड़ अपने क्रिकेट करियर में कभी गोल्डन डक पर आउट नहीं हुए। उन्‍होंने 164 टेस्ट मैचों में स्लिप में 210 कैच लपके जो एक रिकॉर्ड है। राहुल ने अपने करियर का एकमात्र टी20 मैच इंग्लैंड के खिलाफ साल 2011 में खेला था। इसमें उन्होंने 31 रन बनाए थे और लगातार तीन छक्के भी जड़े थे।

राहुल द्रव‍िड़ ने अपने करियर में कुल 164 टेस्ट मैचों की 286 पारियों में 52.31 के शानदार औसत से 13288 रन बनाए। इस दौरान दिग्गज बल्लेबाज ने 36 शतक और 63 अर्धशतक ठोके। वहीं वनडे क्रिकेट में द्रविड़ ने 344 मैचों की 318 पारियों में 39.17 की औसत से 10889 रन बनाए। वनडे में द्रविड़ ने 12 शतक और 83 अर्धशतक जड़े। द्रविड़ वनडे और टेस्ट में 10 हज़ार से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे भारतीय हैं।

उनसे पहले यह कारनामा सचिन तेंदुलकर ने किया था।

साल 2021 में राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का हेड कोच बनाया गया, जिसमें टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी शानदार देखने को मिला। विदेशी सरजमीं पर भी टेस्ट सीरीज में भारत ने इस दौरान काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। द्रविड़ की कोचिंग में क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारत तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 रैंक पर आया। साल 2023 में भारत में खेले गए वर्ल्ड कप में भले ही भारतीय टीम को फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा लेकिन पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया का एकतरफा प्रदर्शन देखने को मिला था।

लेकिन द्रविड़ यहीं नहीं रुके अंत में जाते -जाते वे 2024 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत ही गए और भारत ने 13 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म किया। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में वे राजस्थान रॉयल्स (RR) के कप्तान और कोच रेह चुके हैं। टीम इंडिया का कोच बनाने के बाद द्रविड़ को आईपीएल से दूर रहना पड़ा था। लेकिन अब द्रविड़ आईपीएल 2025 में एकबार फिर से राजस्थान रॉयल्स टीम के लिए हेड कोच की भूमिका में दिखाई देंगे।

Continue Reading

Trending