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राजौरी के सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमला, तीन जवान शहीद; दोनो आतंकी भी ढेर
राजौरी। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में स्थित सैन्य शिविर पर आतंकवादियों ने देर रात अचानक हमला कर दिया। इस हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए जबकि दो अन्य घायल हो गए हैं। आत्मघाती हमले में शामिल दोनो आतंकवादियों को सेना ने जवाबी फायरिंग में मार गिराया। इलाके में और आतंकवादियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सेना व एसओजी के जवानों ने सर्च आपरेशन चलाया है।
एडीजीपी (जम्मू) मुकेश सिंह ने सैन्य शिविर पर आतंकी हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि जिला राजौरी से 25 किलोमीटर दूर नियंत्रण रेखा से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में स्थित सैन्य शिविर की हद में रात के अंधेरे में प्रवेश करते ही जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
इस हमले में 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को मुठभेड़ स्थल से सुरक्षित निकालते हुए अन्य जवानों ने आतंकवादियों पर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। दोनों आतंकवादियों को वहीं ढेर कर दिया गया। इस बीच घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाया गया परंतु डॉक्टरों ने 3 जवानों को बलिदानी घोषित कर दिया जबकि दो अन्य घायल जवानों का इलाज चल रहा है।
सेना का एक अधिकारी भी इस मुठभेड़ में घायल हो गया है जिसे उपचार के लिए हॉस्पिटल भेजा गया। एरिया को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है जिस पर 16 कॉप्स के लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह स्वयं नजर बनाए हुए हैं।
11 राज राइफल्स की रिपोर्ट के अनुसार, आतंकवादियों ने दरहाल-परगल में आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश की। वहां मौजूद संतरी ने आतंकवादियों को चुनौती दी और फायरिंग का आदान-प्रदान हुआ। यह क्षेत्र राजौरी के थाना दारहाल से करीब 6 किलोमीटर दूर है।
लोकेशन पर सुरक्षाबलों के अतिरिक्त दल भेजे गए। फिलहाल इस फायरिंग के बाद दो आतंकी ढेर, सेना के दो जवान भी घायल।
पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है और तलाशी अभियान जारी है।
सुरक्षाबलों का कहना है कि यह आतमघाती हमला था। इलाके में और आतंकवादी भी मौजूद हो सकते हैं। इसी आशंका के चलते सेना और एसओजी के जवानों ने सैन्य शिविर के आसपास के इलाकों में सर्च आपरेशन चलाया हुआ है। मारे गए आतंकवादी जम्मू-कश्मीर से हैं या पाकिस्तान से इसका पता लगाया जा रहा है। नियंत्रण रेखा के आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है और गश्त भी बढ़ा दी गई है।
बता दें कि पिछले चौबीस घंटों के भीतर जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले सुरक्षाबलों ने बड़गाम में टीआरएफ के कमांडर लतीफ राथर समेत तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। लतीफ के साथ मारे गए दो अन्य आतंकी पाकिस्तानी बताए जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि आतंकी संगठन स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू व कश्मीर में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश रच रहे हैं।
सात लाख का इनामी था लतीफ राथर
एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि लतीफ राथर व उसके दोनों साथियों को कश्मीर में टारगेट किलिंग का काम सौंपा गया था। कश्मीरी हिंदू कर्मी राहुल भट्ट, अनुसूचित जाति की अध्यापिका रजनी बाला और टीवी कलाकार अमरीन बट की हत्या का मास्टरमांइड टीआरएफ कमांडर लतीफ राथर करीब 10 वर्ष से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था और उस पर सात लाख का इनाम था। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार व गोला बारूद भी बरामद हुआ है।
नेशनल
76वें गणतंत्र दिवस पर पीएम मोदी ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं, कही ये बात
नई दिल्ली। 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने शुक्रवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कामना की कि यह राष्ट्रीय उत्सव संविधान के मूल्यों को संरक्षित करने के साथ ही एक सशक्त व समृद्ध भारत बनाने की दिशा में जारी प्रयासों को और मजबूत करे। बता दें कि भारत आज 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह का आयोजन हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट की। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस की ढेरों शुभकामनाएं! आज हम अपने गौरवशाली गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर हम उन सभी महान विभूतियों को नमन करते हैं, जिन्होंने हमारा संविधान बनाकर यह सुनिश्चित किया कि हमारी विकास यात्रा लोकतंत्र, गरिमा और एकता पर आधारित हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह राष्ट्रीय उत्सव हमारे संविधान के मूल्यों को संरक्षित करने के साथ ही एक सशक्त और समृद्ध भारत बनाने की दिशा में हमारे प्रयासों को और मजबूत करे, यही कामना है।’’
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति हैं मुख्य अतिथि
बता दें कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं। गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्र की सैन्य क्षमता और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया जायेगा। दरअसल, भारत को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ। ठीक 75 वर्ष पहले आज ही के दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।
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