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गरीबों की सच्ची हितैषी है योगी सरकार, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने में कायम किया रिकॉर्ड

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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को मिशन के रूप में यूपी में क्रियान्वित कर रही योगी सरकार को गरीबों के बेहतर स्वास्थ्य के मोर्चे पर बड़ी सफलता मिली है। सीएम योगी के निर्देश पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम जेएवाई) की समीक्षा की। इसमें सामने आए तथ्यों से स्पष्ट है कि प्रदेश में तेजी के साथ गरीबों के स्वास्थ्य कल्याण को उठाए जा रहे कदमों का परिणाम दिखने लगा है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, अंत्योदय अन्न योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान और भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की समीक्षा में जो तथ्य सामने आए हैं, वो योगी सरकार के निरंतर प्रयासों का ही नतीजा है।

लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा एबी पीएम जेएवाई

बात आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की करें तो बीते पांच वित्तीय वर्ष में सरकार ने प्रदेश के 1.16 करोड़ परिवारों को इससे लाभान्वित करने का संकल्प लिया है। सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि प्रदेश में अब तक 68.92 लाख परिवारों को इससे आच्छादित किया जा चुका है। ये लक्ष्य का 59.01 प्रतिशत है। इसी प्रकार सरकार ने 5.83 करोड़ लाभान्वितों का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें से लगभग दो करोड़ गरीबों को आयुष्मान कार्ड जारी कर दिया गया है। इसमें भी पूर्व अनुमोदित कार्डों की संख्या 17 लाख 36 हजार 311 है, जिसमें अब तक 2171 करोड़ की राशि दी जा चुकी है।

मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में 8 लाख से ज्यादा कार्ड जारी

इसी प्रकार मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान (एमएमजेएए) में प्रदेश के 8.43 लाख परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसमें से अबतक 3.79 लाख परिवारों को जोड़ा जा चुका है। जोकि लक्ष्य का लगभग 45 प्रतिशत है। इसी प्रकार कुल लाभान्वितों की संख्या 30.15 लाख तय की गई है, जिसमें से 8 लाख से अधिक को एमएमजेएए कार्ड जारी भी हो चुके हैं। यूपी के हापुड़ में 100 प्रतिशत गरीब परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से जोड़ने का बड़ा लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। इसी क्रम में अमरोहा में 69 प्रतिशत, शामली में 66, गाजियाबाद में 65, बरेली में 63, आजमगढ़ में 63, मुजफ्फरनगर में 62, बागपत में 61, हाथरस में 59 और अंबेडकर नगर में 57 प्रतिशत परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत कवर कर लिया गया है।

लाखों मजदूर परिवारों को भी मिला आयुष्मान भारत कार्ड का लाभ

ऐसे ही अंत्योदय अन्न योजना के 36.34 लाख लाभार्थी परिवारों को आयुष्मान कार्ड से जोड़ने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है, जिसमें से अबतक 26.83 लाख परिवारों को इस योजना से जोड़ने में सफलता मिल चुकी है। ये लक्ष्य का 73.80 प्रतिशत है। इसके अलावा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से पंजीकृत मजदूरों के 11.65 लाख परिवारों को भी आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है, जिसमें से 7.86 लाख परिवारों को इससे आच्छादित किया जा चुका है। ये लक्ष्य का 67.52 प्रतिशत है। सरकार की ओर से अबतक 11,67,332 मजदूरों को पंजीकृत किया जा चुका है।

साल दर साल अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रही योगी सरकार

दअरसल, 2018 में शुरू हुई आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने यूपी में साल-दर साल बड़े पैमाने पर गरीब परिवारों को योजना से जोड़ने का कार्य निर्धारित समय में पूरा किया है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में जहां 28,28,792 कार्ड जारी किये गये, वहीं 2019-20 में 65,29,407 कार्ड जारी किये गये। कोविड काल के दो साल में क्रमश: 2020-21 में 44,06,370 और 2021-22 में 41,53,905 कार्ड जारी किये गये। वहीं 2022-23 में सभी पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 89,06,573 आयुष्मान भारत कार्ड उत्तर प्रदेश की गरीब जनता के स्वास्थ्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जारी किये गये हैं।

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केरल के कन्नूर जिले में चोरों ने व्यवसायी के घर से उड़ाए एक करोड़ रुपये, सोने के 300 सिक्के

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कन्नूर। केरल के कन्नूर जिले में चोरों के एक गिरोह ने वालापट्टनम में एक व्यवसायी के घर से एक करोड़ रुपये की नकदी और सोने की 300 गिन्नियां चुरा लिए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।पुलिस के मुताबिक चोरी की यह घटना उस समय हुई जब व्यवसायी और उसका परिवार एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के मदुरै गए हुए थे। उन्होंने बताया कि चोरी का पता तब चला जब रविवार रात को व्यवसायी का परिवार घर लौटा और लॉकर में रखा कीमती सामान गायब पाया।

सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा

पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर के सभी लोग 19 नवंबर से ही घर से बाहर थे। और संदेह है कि चोरों ने रसोई की खिड़की की ग्रिल काटकर घर में प्रवेश किया। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा जा सकता है।

चोरों को लिए गए फिंगरप्रिंट

पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान आलमारी में बंद करके रखे गए थे। इसकी चाबी दूसरे कमरे में रखी गई थी। पुलिस और ‘फिंगरप्रिंट’ (अंगुलियों के निशान) लेने वाले विशेषज्ञों की एक टीम घर पहुंची और सुबूत एकत्र किए तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।

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