प्रादेशिक
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन को लेकर योगी सरकार ने की जोरदार तैयारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मेजबानी में पहली बार होने जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन को लेकर योगी सरकार ने जोरदार तैयारी की है। सीएम योगी के निर्देश पर इन गेम्स का आयोजन उसी तरह भव्य होगा जैसा फरवरी माह में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। उल्लेखनीय है कि 25 मई से यूपी के चार शहरों में होने जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की सभी तैयारियां अंतिम दौर में हैं। इन गेम्स के सफल आयोजन की मदद से सरकार का लक्ष्य और बड़े खेल आयोजनों की मेजबानी हासिल करने का है।
ऐतिहासिक होंगे खेल
उत्तर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने बुधवार को बीबीडी बैडमिंटन अकादमी में बने कंट्रोल रूम में खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां प्रतियोगिताएं होंगी वहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं चाक-चौबंद रहनी चाहिए। खिलाड़ियों के लिए आने-जाने का बेहतर प्रबंध किया जाए। गर्मी के दृष्टिगत पेयजल की अधिक से अधिक व्यवस्था होनी चाहिए। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आ रहे महिला एवं पुरूष खिलाड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए। खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का सफल आयोजन कराना सभी की जिम्मेदारी है। इसलिए आयोजन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को एक टीम भावना से कार्य करना होगा और यूनिवर्सिटी गेम्स को ऐतिहासिक बनाना होगा।
25 स्क्रीन से खेल का प्रसारण
अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डॉ नवनीत सहगल ने बताया कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) की तरह किया जाएगा। पूरा शहर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी के रंग में नजर आएगा। खिलाड़ियों एवं अन्य आगंतुकों के लिए उच्चस्तरीय सुविधा की जा रही हैं। एअरपोर्ट पर खिलाड़ियों के स्वागत का अच्छा प्रबंध रहेगा। चारों शहरों में 25 स्क्रीन के माध्यम से खेल का प्रसारण कराया जाएगा। गेम्स के प्रति जनसहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए मैराथन का आयोजन होगा।
सभी वेन्यू पर बनेगा छोटा अस्पताल
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए जितने भी वेन्यू निर्धारित किए गए हैं, वहां पर एक छोटा हास्पिटल बनेगा। चिकित्सकों की ड्यूटी रहेगी। सामान्य दवाइयां उपलब्ध रहेंगी। खेल वेन्यू के आस-पास हास्पिटल भी चिन्हित किए गये है। आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही एम्बुलेंस की भी पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। इसके लिए लखनऊ सहित नोएडा, वाराणसी एवं गोरखपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश भेज दिये गये हैं। डॉ सहगल ने बताया कि खिलाड़ियों की सुविधा के लिए 200 एनसीसी कैडेट् सहित 1500 वालंटियर्स की सेवाएं ली जाएंगी। इनके अतिरिक्त विभिन्न यूनिवर्सिटीज के 42 लाइजनर आफिसर्स भी लगाए गए हैं। खिलाड़ियों के ठहरने के लिए एसी कमरों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान पुरस्कार वितरण के लिए प्रदेश समेत अन्य राज्यों के भी मंत्रीगणों को आमंत्रित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश
डिजिटल महाकुम्भ: तकनीक बनी हथियार, 2,750 एआई सीसीटीवी संदिग्ध गतिविधियों पर रख रहे नजर
महाकुंभ नगर। दिव्य और भव्य महाकुम्भ को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए प्रबंधन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। इस बार एआई तकनीक को पुलिस ने अपना हथियार बनाया है। 2700 से ज्यादा एआई सीसीटीवी महाकुम्भ नगर में लगाए गए हैं। वह सीधे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे और उसकी रिपोर्ट कंट्रोल रूम को देंगे। मेले के दौरान 37,000 पुलिसकर्मी और 14,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी चौकसी बरत रही हैं। सीसीटीवी और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हर कोना सुरक्षित है। यहां तक कि मेले में परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।
वॉच टावरों से बनाया सुरक्षा का अभेद्य घेरा
पूरे मेला क्षेत्र में अब तक 123 वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां स्नाइपर, एनएसजी, एटीएस और सिविल पुलिस के जवान तैनात हैं। वॉच टावरों को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनसे दूरबीन की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा सके। हर वॉच टावर पर अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। सभी वॉच टावरों को ऊंचाई और रणनीतिक स्थानों पर स्थापित किया गया है ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो। पुलिस के साथ जल पुलिस और फायर ब्रिगेड भी पूरी तरह मुस्तैद हैं।
स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता
महाकुंभ मेले के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ श्रद्धालु, स्नानार्थी, कल्पवासी और पर्यटक आने की संभावना है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। मेले के सभी जोन और सेक्टर में अलग-अलग स्थानों पर वॉच टावर बनाए गए हैं। प्रवेश के सात मुख्य मार्गों पर भी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
मुख्य धार्मिक स्थलों पर कड़ी की सुरक्षा
अखाड़ा क्षेत्र, बड़े हनुमान मंदिर, परेड मैदान, वीआईपी घाट, अरैल, झूसी, और सलोरी जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष वॉच टावर बनाए गए हैं। यहां तैनात जवान आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस हैं।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस हुई कुम्भ की सुरक्षा
– 2,750 AI आधारित सीसीटीवी कैमरे और 80 VMD स्क्रीन मेले की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
– 3 जल पुलिस स्टेशन और 18 जल पुलिस कंट्रोल रूम तैनात हैं।
– 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं।
– 4,300 फायर हाइड्रेंट किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
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