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प्रादेशिक

आजम खान के जौहर ट्रस्ट को 100 रु सालाना में दी गई जमीन वापस लेगी योगी सरकार

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azam khan

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लखनऊ। सपा नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल में आजम खान, उनके बेटे और पत्नी को फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई थी। अब योगी सरकार ने आजम खान के जौहर ट्रस्ट की जमीन को वापस लेने का फैसला किया है। मंगलवार को यूपी कैबिनेट की मीटिंग में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई।

कैबिनेट के फैसले के अनुसार रामपुर में जौहर ट्रस्ट को लीज पर दी गई मुर्तजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की जमीन को माध्यमिक शिक्षा विभाग को वापस करने का निर्णय लिया गया है। इसे योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। जौहर ट्रस्ट को लेकर आजम खां पिछले दिनों भी लगातार सवालों में बने रहे थे। आरोप है कि जमीन नियमों का उल्लंघन कर ली गई थी।

लखनऊ के लोकभवन में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई कैबिनेट की मीटिंग में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत तमाम मंत्री मौजूद रहे। बैठक के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कैबिनेट में हुए फैसलों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कैबिनेट में जौहर ट्रस्ट से जुड़ा प्रस्ताव रखा गया था. इस पर कैबिनेट के विचार के बाद मंजरी दे दी गई।

दरअसल, रामपुर के विधायक आकाश सक्सेना ने सोमवार को सीएम योगी से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया कि तत्कालीन सपा सरकार में आजम खान ने जौहर ट्रस्ट के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की 41,181 वर्गफीट जमीन महज 100 रुपये सालाना किराये पर 30 साल के लिए लीज पर ली थी। उन्होंने बताया कि आजम खान को जौहर ट्रस्ट की जमीन गलत तरीके से दी गई। कैबिनेट की बैठक में इस जमीन के लीज पर चर्चा की गई। आखिर में योगी कैबिनेट ने प्रस्ताव पर विचार करते हुए जमीन को वापस लेने पर मुहर लगा दी।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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