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प्रादेशिक

सीएम योगी ने पीएम मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के आयोजन स्थल का किया निरीक्षण

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद लखनऊ में इस माह के प्रथम सप्ताह में प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के आयोजन स्थल का आज निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी सम्बन्धित विभाग अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से सभी तैयारियों को व्यवस्थित ढंग से पूरा करें। उन्होंने कार्यक्रम स्थल में स्थापित किए जा रहे उत्तर प्रदेश पवेलियन, स्टॉलों व मॉडलों का अवलोकन किया तथा आवश्यक निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने तत्पश्चात अपने सरकारी आवास पर आहूत एक बैठक में प्रधानमंत्री जी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आयोजन से जुड़े सभी कार्यों को समय से पूरा करें। उन्होंने कहा कि आयोजन में सम्मिलित होने वाले राज्य अतिथियों व कार्यक्रम से जुड़े हुए सभी गणमान्य लोगों के प्रवास एवं सुरक्षा की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण आयोजन है। ऐसे में, सम्बन्धित विभागों की यह जिम्मेदारी है कि वह इसकी सफलता के लिए सारे प्रयास करे और अपने उत्तरदायित्वों का भलीभांति निर्वाह करे। यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्यक्रम में आने वाले गणमान्य अतिथियों को कोई असुविधा न हो। उनकी अगवानी की जाए, उन्हें एस्कोर्ट करते हुए उनके गंतव्य तक आना-जाना सुनिश्चित किया जाए। उनकी सुविधा के लिए उनके साथ सक्षम अधिकारी लगाए जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोजन के दौरान यातायात व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखी जाए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। वी0आई0पी0 को वाहन पार्किंग को लेकर कोई समस्या न आने पाए, इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री जी ने निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति में किसी भी समस्या से निपटने के लिए बैकअप की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने कार्यक्रम स्थल तथा प्रयोग किए जाने वाले रास्तों से अवैध होर्डिंग भी हटाने के निर्देश दिए। सड़कों की साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए। प्रमुख भवनों में लाइटिंग की विशेष व्यवस्था की जाए।

समीक्षा बैठक में नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सचिव नगर विकास अनुराग यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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