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तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सीएम योगी का अधिकारियों को निर्देश-अस्पतालों में न रहे उपकरणों की कमी

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लखनऊ। कोरोना महामारी के दृष्टिगत प्रदेश की स्थिति हर दिन के साथ बेहतर होती जा रही है। बीते 24 घंटों में 02 लाख 66 हजार टेस्ट किए गए। 21 जिलों में संक्रमण का कोई मामला नहीं आया। जबकि 52 जिलों में पाए गए नए केस की संख्या इकाई अंकों में है। संक्रमण दर 0.1% से भी कम स्तर पर आ चुका है, जबकि रिकवरी दर 98.5% है। वर्तमान में कुल एक्टिव केस घटकर 3,197 रह गए हैं। बीते 24 घंटे में मात्र 173 नए पॉजिटिव केस आये और 348 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए। उत्तर प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 68 लाख 07 हज़ार 529 कोविड टेस्ट हो चुके हैं।

सीएम योगी ने कहा कि कोविड वैरिएंट की गहन पड़ताल के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। आज से केजीएमयू लखनऊ में 100 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग का कार्य प्रारंभ हो रहा है। इसके नतीजे, डेल्टा+ वैरिएंट की आशंका के दृष्टिगत बचाव के लिए जरूरी प्रयास करने में उपयोगी होंगे। कोविड के नित नए वैरिएंट के परीक्षण-अध्ययन के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा को बढ़ाया जाना आवश्यक है। केजीएमयू की तर्ज पर वाराणसी और नोएडा के चिकित्सा संस्थानों में इस संबंध में सुविधाएं बढ़ाई जाएं। आवश्यकतानुसार निजी क्षेत्र से भी सहयोग लिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए। पीकू/नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेज हो। विगत दिवस सहारनपुर में 50 पीकू बेड की बढ़ोतरी हुई है। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू बेड की संख्या 5869 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में भी पीकू/नीकू स्थापना की कार्यवाही जारी है। सभी ज़िलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अस्पतालों में उपकरणों की कमी न रहे। बाइपैक मशीन, पीडियाट्रिक आईसीयू, मोबाइल एक्सरे मशीन सहित सभी जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। इनके निर्माता कम्पनियों से सीधे संवाद होना चाहिए। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है। इनके माध्यम से अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए। पीडियाट्रिक विशेषज्ञ हो, नर्सिंग स्टाफ हो अथवा तकनीशियनों की जरूरत, जिलावार स्थिति का आकलन करते हुए पर्याप्त मानव संसाधन की व्यवस्था कराएं। पीडियाट्रिक विशेषज्ञों के रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूरी की जाए।

सीएम योगी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से संचालित “स्मार्ट सिटी मिशन” में उत्तर प्रदेश के प्रयासों को देश में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। आगरा और वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिशों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा भी विभिन्न नगरों को ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में विकसित करने की योजना संचालित है। नगर विकास विभाग इस योजना को भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ क्रियान्वित कराये। इसकी सतत समीक्षा की जाए। कोरोना से बचाव के लिए टीका-कवर उपयोगी है। हम 03 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज लगाने वाले पहले प्रदेश बनने जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 02 करोड़ 98 लाख 76 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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