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हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का केंद्र है मप्र: शाजापुर की रैली में भाजपा पर बरसे राहुल गांधी
शाजापुर (मप्र)। आज शनिवार को मध्यप्रदेश के शाजापुर के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहाँ के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पोलायकला में प्रदेश की भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा। इसके साथ ही उन्होंने ओबीसी आरक्षण, जातिगत जनगणना, पेपर लीक और किसानों की आत्महत्या जैसे मुद्दों को भी उठाया।
अदाणी मुद्दे को अपनी सांसदी जाने से जोड़ा
अपने संबोधन के शुरुआत में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मैंने संसद में जैसे ही अदाणी जी की बात शुरू की। वैसे ही मेरी लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी। आप सोचिए, अदाणी की रक्षा करने के लिए एकदम मेरी लोकसभा की सदस्यता को रद्द कर दिया। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं सच्च बोलता हूं। सरकार का रिमोट कंट्रोल अदाणी जी के हाथ में है। सच्चाई अदाणी जी से बड़ी है।
मध्यप्रदेश हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का केंद्र है
राहुल ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य की शिवराज सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि मप्र हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का केंद्र है जितना भ्रष्टाचार बीजेपी के लोगों ने मप्र में किया है, पूरे देश में नहीं किया है।
बच्चों के फंड्स, मिड-डे मील के फंड्स, स्कूल यूनीफॉर्म के फंड्स चोरी किए। महाकाल कॉरिडोर में भाजपा ने पैसा चोरी किया। व्यापमं स्कैम को आप सब जानते हैं। एक करोड़ युवाओं को नुकसान पहुंचाया। सीट्स बेची जाती है। पेपर लीक किए जाते हैं।
महिला आरक्षण की शर्तों का मुद्दा उठाया
पिछले दिनों संसद से पारित होने के बाद शुक्रवार को नारी शक्ति वंदन कानून लागू हो गया। हालांकि, इसके प्रभावी होने से पहले जनगणना और परिसीमन की शर्तों को पूरा करना होगा। राहुल ने सभा में महिला आरक्षण से जुडी इन्हीं शर्तों का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा ने महिला आरक्षण की बात की। हमने एक सवाल उठाया। भाजपा ने कोई जवाब नहीं दिया। हमने पहले कहा कि महिला आरक्षण अच्छा है लेकिन इसमें आपने दो छोटी लाइनें लिख रखी है। इन्हें मिटाइए।
एक लाइन थी- महिला आरक्षण से पहले सर्वे करने की जरूरत है। दूसरी लाइन थी- महिला आरक्षण करने से पहले हमें परिसीमन करना है। इससे महिला आरक्षण दस साल बाद होगा। आज नहीं होगा। हमने कहा कि यह दो लाइन बदलिए।
महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं है?
राहुल ने महिला आरक्षण के जरिए ओबीसी के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा। राहुल ने कहा कि हमने सवाल पूछा कि महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं है? नरेंद्र मोदी जी आप कहते हैं कि आप ओबीसी नेता हैं। ओबीसी के लिए काम करते हैं। आपने महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं किया?
ओबीसी सचिवों की कमी के मुद्दे पर जोर
राहुल संसद में देश में ओबीसी सचिवों की कमी के मुद्दे के जरिए सरकार बरसे थे। आज मध्यप्रदेश में भी उन्होंने कहा कि ओबीसी की आबादी कितनी है, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। ओबीसी की आबादी हिंदुस्तान में लगभग 50 प्रतिशत है। 90 अफसरों में सिर्फ तीन अफसर ओबीसी के हैं। दो-तीन साल पहले देखते तो हिंदुस्तान की सरकार में 90 में से शून्य अफसर ओबीसी से थे। यह देश की सच्चाई है।
हमारा पहला काम जातिगत जनगणना होगा
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के सामने सिर्फ एक मुद्दा है- जातिगत जनगणना। कांग्रेस की सरकार बनी तो पहला काम यही होगा। हमारी सरकार थी तब हमने जातिगत जनगणना करवाई थी। नरेंद्र मोदी जानते हैं कि हिंदुस्तान में ओबीसी कितने हैं। वह बताना नहीं चाहते कि ओबीसी कितने हैं? वह आपको सच्ची शक्ति नहीं देना चाहते हैं। हमारा पहला काम जातिगत जनगणना होगा। हमारी सरकार आएगी तो हम देश को बता देंगे कि कितने ओबीसी हैं।
किसानों के लिए कर्ज माफी की बात की
राहुल ने कहा कि आप किसान हैं। आप लोग यहां सोयाबीन उगाते हैं। किसानों ने हमें बताया कि सरकार यहां उचित दाम नहीं देती है। हमने मप्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ समेत हर राज्य में किसानों की कर्ज माफी की थी। कमलनाथ जी किसानों का कर्ज माफ कर रहे थे। यहां बीजेपी वालों ने आपको धोखा देकर सरकार चुरा ली।
किसानों की आत्महत्या का मुद्दा उठाया
राहुल ने भाषण में आरोप लगाया कि पिछले 18 साल में यहां 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। हर रोज तीन किसान यहां मरते हैं। यहां इनकी सरकार है। यह लोग चुने हुए लोगों के लिए काम करते हैं। हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार किसान टैक्स दे रहे हैं। इन्होंने किसानों को दबाने, खत्म करने के काले कानून लाए। नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि किसानों के फायदे के लिए यह कानून लाए हैं। जब उनके फायदे का है तो किसान सड़क पर क्यों उतरे हैं।
कांग्रेस की गारंटियों का जिक्र किया
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने कई राज्यों में लोगों के लिए गारंटियों का एलान किया है। सभा में राहुल ने कहा, ‘कर्नाटक में हमने किसानों, महिलाओं, गरीबों के लिए पांच गारंटी दी। कर्नाटक की महिलाएं बस में जाने के लिए एक रुपया नहीं देती है। कहीं भी जाना हो, फ्री में जाती हैं। हर महीने उनके बैंक खातों में सरकार सीधे पैसा देती है।
छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ किया। किसानों को सही दाम दिलवाते हैं। राजस्थान में मुफ्त में दवा मिलती है। 15 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज होता है। हार्ट सर्जरी करानी हो तो वह फ्री में होती है। सरकार जनता के लिए होनी चाहिए, किसी संगठन या एक-दो उद्योगपतियों के लिए नहीं चलनी चाहिए। ऐसी ही सरकार हम यहां मध्यप्रदेश में चलाना चाहते हैं।’
भारत जोड़ो यात्रा को किया याद
राहुल गांधी ने कहा कि हमारी विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस है और दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस। एक तरफ गांधी जी और दूसरी तरफ गोडसे। एक तरफ नफरत और एक तरफ मोहब्बत है। यह लोग जहां जाते हैं, वहां नफरत फैलाते हैं।
मप्र में किसान, युवा इनसे नफरत करने लगा है। इन लोगों ने जो जनता के साथ किया, वह अब जनता उनके साथ कर रही है। इस वजह से हमने यह सात जन आक्रोश यात्राएं मप्र में निकाली हैं। इससे पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले थे। मप्र में लगभग 370 किमी हमारी भारत जोड़ो यात्रा चली थी।
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भारत के इस राज्य में मिला मंकीपॉक्स का मरीज, दुबई से आया था शख्स
कर्नाटक। कर्नाटक में मंकीपॉक्स बीमारी का एक मामला सामने आया है। हाल ही में दुबई से आया 40 वर्षीय एक व्यक्ति जांच में वायरस से संक्रमित पाया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी गुरुवार को दी। अधिकारियों ने कहा कि यह राज्य में इस साल मंकीपॉक्स का पहला मामला है। स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि 22 जनवरी, 2025 को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी), पुणे द्वारा करकला (उडुपी जिले) के मूल निवासी 40 वर्षीय पुरुष में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) की पुष्टि हुई है। वह पिछले 19 वर्षों से दुबई में रह रहा था और 17 जनवरी, 2025 को मंगलुरु आया था।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उसके यहां पहुंचने पर, उसमें चकत्ते के लक्षण दिखे और दो दिन पहले उसे बुखार भी हुआ था। विभाग के अनुसार उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में पृथक रखा गया और उसका नमूना बैंगलोर मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) और उसके बाद एनआईवी, पुणे भेजा गया। व्यक्ति की हालत स्थिर है और उसे जल्द ही छुट्टी मिल सकती है। विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे बीमारी की प्रकृति और इसकी बहुत कम संक्रामकता को देखते हुए मामले की जानकारी देने में घबराएं नहीं।
चकत्ते और बुखार के लक्षण दिखे
कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जब शख्स दुबई से वापस आया तब उसमें चकत्ते के लक्षण दिखे। इससे दो दिन पहले उसे बुखार भी आया था। इसके बाद शख्स को तुरंत ही एक प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया। इसके बाद शख्स का नमूना लेकर बैंगलोर मेडिकल कॉलेज और उसके बाद एनआईवी, पुणे भेजा गया।
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