Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

लंदन में मिली यूपी से चोरी हुई 8वीं सदी की मूर्तियां, जयशंकर बोले- इनकी स्वदेश वापसी का इंतजार

Published

on

Statues stolen from UP found in London

Loading

लंदन। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लंदन में भारत से चुराई गईं और हाल ही में इंग्लैंड में खोजी गईं 8वीं सदी की दो मंदिरों की मूर्तियों की स्वदेश वापसी समारोह की अध्यक्षता की।

मूर्तियों के स्वदेश वापसी का इंतजार

जयशंकर ने ब्रिटेन की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन इंडिया हाउस में मूर्तियों का अनावरण किया और कहा कि वह उनकी स्वदेश वापसी का इंतजार कर रहे हैं। जयशंकर ने कहा, आज यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम एक-दूसरे की संस्कृति की सराहना करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान कानूनी, पारदर्शी और नियम-आधारित हो।

20 योगिनी मूर्तियां हुईं बरामद

विदेश मंत्री ने कहा कि जब भी ऐसा हुआ है, मुझे लगता है कि मूर्तियां वापस करना बहुत महत्वपूर्ण बात है, क्योंकि ये कोई नहीं करता है और यह होना रिश्तों को और बेहतर करता है। माना जाता है कि लोखारी मंदिर में 20 योगिनी मूर्तियां हैं, जिन्हें जानवरों के सिर के साथ सुंदर महिलाओं के रूप में दर्शाया गया है।

1970 में यूपी से चुराई गईं थी मूर्तियां

बता दें कि साल 1970 के दशक के अंत और 1980 के दशक की शुरुआत के बीच उत्तर प्रदेश के लोखारी में एक मंदिर से ये मूर्तियां चुराई गई थीं। चुराई गई योगिनी चामुंडा और योगिनी गोमुखी की मूर्तियों को लंदन में भारतीय उच्चायोग ने इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट और आर्ट रिकवरी इंटरनेशनल की मदद से बरामद किया है।

राजस्थान और महाराष्ट्र से थे चोर

गौरतलब है कि 1970 के दशक में मंदिर को लुटेरों के एक गुट ने चुरा लिया था। ये सभी चोर राजस्थान और महाराष्ट्र से स्विट्जरलैंड के रास्ते यूरोप में माल की तस्करी करते थे। उस समय अज्ञात संख्या में मूर्तियां चोरी हो गईं, अन्य को तोड़ दिया गया और शेष बची हुई मूर्तियों को बाद में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हटा दिया गया और छिपा दिया गया।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी

Published

on

Loading

सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।

25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी

बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।

रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध

अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।

असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण

सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।

Continue Reading

Trending