प्रादेशिक
Adani Group राजस्थान में करेगा 7.5 लाख करोड़ रु का निवेश, चार नए सीमेंट प्लांट होंगे स्थापित
जयपुर। जयपुर में सोमवार को राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड के एमडी करण अदानी ने एलान करते हुए कहा कि समूह द्वारा अगले पांच वर्षों में राजस्थान में कई बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में 7.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। करण अदाणी ने कहा कि राज्य में ग्रुप द्वारा चार नए सीमेंट प्लांट स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि हम यहां दुनिया का सबसे बड़ा इंटीग्रेडेट ग्रीन एनर्जी इकोसिस्टम बनाने की योजना बना रहे हैं, जिसमें 100 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी, 2 मिलियन टन हाइड्रोजन और 1.8 गीगावाट पंप हाइड्रो स्टोरेज शामिल है। ये निवेश राजस्थान में बड़ी संख्या में ग्रीन एनर्जी सेक्टर में नौकरियां पैदा करेंगे। अदाणी ग्रुप जयपुर में एयरपोर्ट के डेवलपमेंट में भी अहम भूमिका निभाएगा। इससे राज्य की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और एक निवेश डेस्टिनेशन के रूप में राजस्थान की छवि में सुधार होगा।
करण अदाणी ने आगे कहा कि वे राजस्थान में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और आईसीडी भी विकसित करेंगे, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सहारा मिलेगा। शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में करण अदाणी ने राजस्थान के प्रति समूह की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता व्यक्त करते कहा कि राज्य अपनी समृद्ध विरासत, प्राकृतिक संसाधनों और बढ़ते निवेशक विश्वास के कारण तेजी से विकास के लिए तैयार है।
भारत मौजूदा समय में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले एक दशक में आर्थिक तौर पर देश का काफी विकास हुआ है। इस दौरान जीडीपी दोगुनी हुई है और निर्यात में भी बढ़ोतरी देखी गई है। कोलियर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक भारत द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर में 143 लाख करोड़ रुपये निवेश किए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में, स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों पर गिरी गाज
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में गंभीर अनियमितताओं के चलते कड़ी कार्रवाई की है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद श्रावस्ती के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है. डिप्टी सीएम ने इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबंधित अधिकारियों को जांच करने के निर्देश भी दिए थे.
शिकायतों के कारण हुई कार्रवाई
शिकायतों में यह आरोप लगाए गए थे कि डॉ. अजय प्रताप सिंह ने अवैध निजी अस्पतालों पर प्रभावी नियंत्रण नहीं किया, टेंडरों में अनियमितताएं कीं, बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया और उच्च आदेशों की अवहेलना की. इन शिकायतों के आधार पर डॉ. सिंह को निलंबित कर दिया गया.
फतेहपुर और सुल्तानपुर में भी कार्रवाई
इसके साथ ही, फतेहपुर में तैनात चिकित्सक डॉ. पुण्ड्रीक कुमार गुप्ता को भी निलंबित कर सिद्धार्थनगर के सीएमओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी.
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
उम्र बढ़ने का असर नहीं दिखेगा त्वचा पर, बस करना होगा यह काम
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली विस चुनाव: ‘आप’ ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची, मनीष सिसोदिया की सीट में बदलाव
-
नेशनल2 days ago
तकनीकी गड़बड़ी के कारण विमान की करवानी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग, 117 यात्री थे सवार
-
नेशनल3 days ago
किसानों को शंभू बॉर्डर से हटाने की मांग वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज
-
राजनीति3 days ago
78 साल की हुई पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पीएम मोदी समेत बड़े नेताओं ने दी बधाई
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर भागे
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस जांच में जुटी
-
खेल-कूद3 days ago
पाकिस्तान के पूर्व स्टार ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के बिगड़े बोल, भारत को लेकर कही बड़ी बात