प्रादेशिक
सीएम योगी की मंशा के अनुरूप, लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश में नई निर्माण योजनाओं को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया की शुरू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने प्रदेश में मार्गों व अवसंरचनाओं के निर्माण की रफ्तार को गति देने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस क्रम में योगी सरकार द्वारा पहले ही लक्ष्यों का निर्धारण किया जा चुका है तथा विस्तृत कार्ययोजना के क्रियान्वयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप, लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश भर में विभिन्न योजनाओं के तहत जारी कार्यों को गति देने के लिए वित्तीय आवंटन व धनराशि स्वीकृति दी है। इसी कड़ी में लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश के तीन स्थानों पर आरआईडीएफ योजना के तहत 3 रेलवे ओवरब्रिज व 7 दीर्घ सेतु समेत कुल 10 चालू निर्माण कार्यों को गति देने के लिए 124.57 करोड़ रुपए की धनराशि अवमुक्त कर दी है। वहीं, वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंतर्गत 2 निर्माणाधीन बाईपास-रिंग रोड व फ्लाईओवर निर्माण की परियोजनाओं के लिए 44.86 करोड़ रुपए के धनावंटन को स्वीकृत करते हुए इसकी कार्रवाई को आगे बढ़ा दिया है। इसके अतिरिक्त, प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ग्रामीण संपर्क मार्गों के नवनिर्माण के मद में कुल 22 सड़कों के लिए 7.36 करोड़ रुपए की धनराशि अवमुक्त करते हुए परियोजनाओं के अंतर्गत जारी निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाएगी।
दो फेज में जारी की गई है धनराशि
रेलवे ऑफ इंडिया डेवलपमेंट फंड (आरआईडीएफ) की योजना के आधीन 3 रेलवे ओवरब्रिज व 7 दीर्घ सेतु समेत कुल 10 निर्माणाधीन परियोजनाओं में प्रस्तावित कार्यों को गति देने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 124.57 करोड़ रुपए की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। इस क्रम में दो फेज में 98.15 व 26.42 करोड़ रुपए अब तक जारी किए गए हैं। जिन कार्ययोजनाओं को इस स्वीकृति के बाद गति मिलेगी उनमें सहारनपुर के आल्हणपुर से सोन्धेबांस मार्ग पर यमुना नदी सेतु व अतिरिक्त पहुंच मार्ग से संबंधित सुरक्षात्म कार्य निर्माण, मुजफ्फरनगर में ग्राम काटका व मंदौड़ के बीच ऊपरी गंग नहर पर बने क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर नए सेतु व पहुंच सड़क प्रमुख हैं। फतेहपुर व रायबरेली के मध्य भिटौरा में गंगा नदी पर सेतु-सेतु पहुंच मार्ग और अतिरिक्त पहुंच मार्ग व सुरक्षात्मक कार्य, प्रयागराज में टोंस नदी पर दो लेन सेतु व पहुंच मार्ग तथा अतिरिक्त पहुंच मार्ग व सुरक्षात्मक कार्य का निर्माण कार्य, महोबा में राठ-पनवारी मार्ग पर दीर्घ सेतु निर्माण, जालौन में नून नाले पर सेतु, बस्ती के कुआनो नदी पर पर सेतु निर्माण के लिए भी धनराशि आवंटित की गई है। वहीं, प्रयागराज में इलाहाबाद-वाराणसी रेल मार्ग पर 4 लेन रेल ओवरब्रिज, प्रयागराज में इलाहाबाद-मुगलसराय रेलवे सेक्शन में 2 लेन ओवरब्रिज व बागपत में दिल्ली-शामली-शाहदरा व सहारनपुर सेक्शन के अंतर्गत दो लेन रेल ओवरब्रिज के निर्माण के लिए भी धनावंटन होने से अब इन परियोजनाओं की पूर्ति की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
सीतापुर में बाईपास व गोरखपुर में फ्लाईओवर परियोजना को मिलेगी गति
सीतापुर में महमूदाबाद कस्बे में 2.10 किमी के बाईपास व गोरखपुर में बरगदवा-कौवाबाद जेल बाईपास 4 लेन मार्ग पर स्थित खजांची चौराहे पर फ्लाईओवर के निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए कुल मिलाकर 44.86 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। 100 करोड़ की लागत वाली इन परियोजनाओं के लिए मौजूदा धनावंटन दूसरी किस्त के तौर पर जारी की गई है। इससे पहले भी इन कार्यों को पूर्ण करने के मद में 48 करोड़ रुपए की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है।
11 जिलों के कुल 22 ग्रामीण संपर्क मार्गों का होगा नवनिर्माण
इसी प्रकार मुजफ्फरनगर, श्रावस्ती, बांदा, वाराणसी, अयोध्या, बिजनौर, औरेया, पीलीभीत, गाजियाबाद, बुलंदशहर व हापुड़ में कुल 22 ग्रामीण संपर्क मार्गों के नवनिर्माण के मद में 7.36 करोड़ रुपए आवंटित किए जाने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इन सभी धनावंटन प्रक्रियाओं को प्रदेश सरकार की रूलबुक के अनुसार पूर्ण किया जाएगा और परियोजनाओं की पूर्ति का दायित्व प्रमुख अभियंता (विकास) व लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष को सौंपा गया है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि
लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।
देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई
🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।
🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।
🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।
इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.
‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।
मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!
यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…
वनावरण
1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण
1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)
सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद
1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड
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