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खेल-कूद

एशियन हॉकी: मलयेशिया को हराकर भारत ने चौथी बार जीता खिताब, पीएम मोदी ने दी बधाई

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India vs Malaysia Asian Champions Hockey 2023

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चेन्नई। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी 2023 के फाइनल में भारत ने मलयेशिया को 4-3 से हराकर चौथी बार यह खिताब अपने नाम किया, जबकि मलयेशिया कभी यह खिताब नहीं जीत पाया है। दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। भारत ने 1-3 से पिछड़ने के बाद भी 4-3 से जीत हासिल की। इस शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई दी है।

ट्विटर पर दिए अपने बधाई सन्देश में पीएम मोदी ने लिखा, “एशियाई चैम्पियनशिप में शानदार जीत पर हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई! यह भारत की चौथी जीत है और यह हमारे खिलाड़ियों अथक समर्पण, कठोर प्रशिक्षण और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। उनके असाधारण प्रदर्शन ने पूरे देश में अत्यधिक गर्व की भावना जगाई है।हमारे खिलाड़ियों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं”

भारत चौथी बार बना चैंपियन

मलयेशिया के खिलाफ रोमांचक फाइनल में भारत एक समय 1-3 से पीछे चल रहा था, इसके बाद तीसरे क्वार्टर में एक मिनट के अंदर दो गोल दाग टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की। चौथे क्वार्टर में चौथा गोल दाग भारतीय टीम ने 4-3 से मैच जीता और चौथी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर कब्जा जमाया। अब भारत सबसे ज्यादा चार बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाला देश बन गया है। पाकिस्तान ने तीन बार यह खिताब जीता है।

इससे पहले भारत ने 2011, 2016 और 2018 में यह ट्रॉफी जीती थी। 2018 में भारत और पाकिस्तान संयुक्त रूप से विजेता रहा था, क्योंकि फाइनल बारिश की वजह से रद्द हो गया था। पांच साल बाद एक बार फिर टीम इंडिया चैंपियन बनी है। भारतीय टीम इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। भारतीय हॉकी टीम को अब हांगझोऊ एशियन गेम्स में हिस्सा लेना है। ऐसे में इस जीत से जरूर भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा होगा।

हाफटाइम तक भारत का खराब खेल

हाफटाइम तक मलयेशिया की टीम 3-1 से आगे थी। सबसे खराब बात यह रही है कि टीम इंडिया ने मैच का पहला गोल दागा था। जुगराज सिंह ने नौवें मिनट में गोल कर भारतीय टीम को 1-0 से बढ़त दिलाई थी। हालांकि, इसके बाद से भारतीय टीम पटरी से उतर गई और मलयेशिया ने लगातार काउंटर अटैक किए।

14वें मिनट में अजराई अबु कमाल ने फील्ड गोल कर मलयेशिया को बराबरी कराई। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में रहीज राजी ने 18वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर और 28वें मिनट में मोहम्मद अमिनुद्दीन ने पेनल्टी कॉर्नर पर ही ड्रैगफ्लिक से गोल दाग अपनी टीम को भारत के खिलाफ 3-1 से आगे कर दिया। पहले दो क्वार्टर में भारत ने कुछ आसान पेनल्टी कॉर्नर भी गंवाए।

तीसरे-चौथे क्वार्टर में टीम इंडिया की वापसी

तीसरे क्वार्टर में भारत ने जबरदस्त वापसी की। एक मिनट के अंदर दो गोल दाग भारतीय टीम ने स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। हाफ-टाइम के बाद भारत ने काउंटर अटैक जारी रखा। इसका फल मैच के 45वें मिनट में जाकर मिला, जब भारत के काउंटर अटैक पर अपने बॉक्स के अंदर मलयेशिया ने फाउल किया। इस पर भारत को रेफरी ने पेनल्टी स्ट्रोक अवॉर्ड किया।

इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल दाग स्कोर 3-2 कर दिया। इसी मिनट (45वें मिनट) में गुरजंत सिंह ने काउंटर अटैक पर फील्ड गोल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। भारतीय टीम ने चौथे क्वार्टर मं 56वें मिनट में अपना चौथा गोल दागा। आकाशदीप सिंह ने काउंटर अटैक कर बेहतरीन फील्ड गोल किया और इस तरह टीम इंडिया चैंपियन बनी।

खेल-कूद

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की तबियत खराब, हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया

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मुंबई। भारतीय टीम के क्रिकेटर विनोद कांबली का अभी सचिन तेंदुलकर के साथ वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह सचिन को अपने बैठने के लिए कहते हैं। दोनों पुराने दोस्त कोच रमाकांत आचरेकर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मिले थे। इस कार्यक्रम में भी कांबली की हालत खराब लग रही थी। कांबली का जब तेंदुलकर के साथ वीडियो वायरल हुआ। उसके बाद भारत के लिए वनडे वर्ल्ड कप 1983 का खिताब जीतने वाले सदस्य उनकी मदद के लिए सामने आए। कपिल देव आर्थिक तौर उनकी मदद के लिए तैयार थे। अब फैंस के लिए दिल तोड़ने वाली खबर आई है। कांबली की तबियत अचानक खराब हो गई है और उन्हें ठाणे के प्रगति हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। फिलहाल डॉक्टर्स की टीम उनकी देखभाल कर रही है और सभी जरूरी टेस्ट किए जा रहे हैं।

करियर की शुरुआत में भारत के किया दमदार प्रदर्शन

विनोद कांबली ने भारतीय टीम के लिए साल 1991 में वनडे में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के लिए टेस्ट में साल 1993 में टेस्ट में डेब्यू किया। शुरुआत में तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए दमदार प्रदर्शन किया था। वह भारत के लिए सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे। उन्होंने 14 पारियों में ऐसा किया था। लेकिन बाद में वह प्रदर्शन को छोड़कर निजी जीवन के लिए फेमस रहे।

ऐसा रहा है विनोद कांबली का करियर

विनोद कांबली ने भारतीय टीम के लिए 17 टेस्ट मैचों में कुल 1084 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने टीम इंडिया के लिए कुल 104 वनडे मैचों में कुल 2477 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। 2000 के दशक में उनका प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा और इसी वजह से वह टीम इंडिया से बाहर हो गए। उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी वनडे मैच साल 2000 में श्रीलंका के खिलाफ खेला।

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