उत्तर प्रदेश
किसान पथ के जरिए धरातल पर उतर रहा है अटल जी का सपना : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। विकास का जो मॉडल हमें लखनऊ में देखने को मिल रहा है वह अटल जी का ही सपना है, जो धरातल पर उतर रहा है। आज किसान पथ के उद्घाटन के साथ लखनऊ की जाम की समस्या का समधान होने जा रहा है। इसके अलावा लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से ग्रीन कॉरीडोर बनाया जा रहा है, यह गोमती नदी के कट को लेते हुए शहीद पथ को जोड़ेगा, जिससे लखनऊ सिटी को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। ये बातें सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के ज्यूपिटर हॉल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ₹3,666 करोड़ की 206 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम से किया लखनऊ आउटर रिंगरोड का उद्घाटन
वहीं दूसरी तरफ गुरुग्राम (हरियाणा) में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश में विस्तारित एक लाख करोड़ रुपये की 112 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसमें उत्तर प्रदेश में ₹5,500 करोड़ की लागत से 8 लेन की 104 किमी लखनऊ आउटर रिंग रोड (किसान पथ) के तीन पैकेज का उद्घाटन शामिल है। आउटर रिंग रोड यानी किसान पथ के लोकार्पण से इसका लाभ बाराबंकी, गोरखपुर, अयोध्या, सीतापुर, गोंडा, हरदोई, कानपुर, वाराणसी, रायबरेली, सुल्तानपुर समेत अन्य जिलों के लोग उठा सकेंगे। इस रिंग रोड के बन जाने से इन शहरों में जाने के लिए लखनऊ में प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। वे बिना शहर में प्रवेश किए सीधे गंतव्य को जा सकेंगे। इससे लखनऊ वालों को भी जाम से छुटकारा मिल जाएगा।
युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के नये अवसर : योगी
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि ग्रीन कॉरीडोर के फर्स्ट फेज का कार्य आज पूरा होन जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां डीआरडीओ की मदद से रक्षा मत्रालय ने लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल के सेंटर का भी उद्घाटन किया जा रहा है। ये हमारे युवाओं को स्टार्टअप और रोजगार के नये अवसर प्रदान करेगा। आज लखनऊ मं फॉरेंसिक रिसर्च इंस्ट्रीट्यूट का उद्घाटन और अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी के लोकार्पण का कार्य होने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने लखनऊ में विकास कार्यों का श्रेय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को देते हुए कहा कि लखनऊ ने जो यशस्वी नेतृत्व प्राप्त किया है, वह देश की रक्षा के साथ ही लखनऊ के विकास के लिए समर्पित हैं।
इस अवसर पर लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना, केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जितिन प्रसाद, एके शर्मा, सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेन्द्र सिंह ‘भोले’, डॉ दिनेश शर्मा, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक डॉ नीरज बोरा, योगेश शुक्ल, डॉ राजेश्वर सिंह, जय देवी, अमरेश कुमार, विधान परिषद् सदस्य डॉ महेन्द्र सिंह, मुकेश शर्मा, राम चंद्र सिंह प्रधान, डॉ लालजी प्रसाद ‘निर्मल’, मोहसिन रजा, उमेश द्विवेदी, बुक्कल नवाब, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
लखनऊ से लोकार्पित होने वाली प्रमुख परियोजनाएं
मोहनलालगंज में इंट्रास्टेंट ट्रांसमिसन प्रोजेक्ट, वसंत कुंज योजना के सेक्टर- आई में 3,800 प्रधानमंत्री आवास ग्रीन कॉरिडोर के अंतर्गत गऊगाट पर सेतु, आईआईएम रोड से हार्डिंग ब्रिज तक बंधा एवं सड़क, यूपी दर्शन पार्क (वेस्ट टू वंडर), केजीएमयू में सेंटर फॉर ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी, एसजीपीजीआई में एडवांस्ड ऑप्थेमलॉजी भवन एवं एडवांस्ड डायबिटिक सेंटर, मेडिकल टेक्लोलॉजी के छात्रों के लिए 200 बेड का छात्रावास, द्वितीय मेन गेट, रोड एवं पर्किग, कल्ली पश्चिम स्थित नवीन पुलिस लाइन में 4 ब्लॉक का ट्रांजिट हॉस्टल, हर घर नल योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए 34 परियोजनाएं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामुदायिक मनोरंजन केंद्र, एबीडी एरिया में 11 स्मार्ट मार्ग का निर्माण एवं विकास, 75 पब्लिक हेल्थ एटीएम सेंटर, कलेक्ट्रेट परिसर में भूमिगत मल्टीलेवल पार्किंग, जनेश्वर मिश्र पार्क में मल्टीमीडिया लेजर शो, बिजनौर-माती-परवर मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद का कार्यालय भवन, कैप्टन मनोज पांडेय उत्तर प्रदेश में सैनिक स्कूल में महिला छात्रावास, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 200 बेड का सावित्री भई फुले महिला छात्रावास- एनाएच-56 से गंगागंज-नगराम रोड का लोकार्पण किया गया।
लखनऊ से शिलान्यास होने वाली प्रमुख परियोजनाएं
अवध चौराहे पर अंडरपास, गोसाईगंज-बनी मोहन मार्ग पर अनूपगंज में रेलवे कॉलिन संख्या 188 स्पेशल पर 4 लेग रेल उपरिणामी सेतु, किसान पथ से भटगांव डिफेंस नोड पार्सल संपर्क मार्ग, पक्का पुल से डालीगंज एवं गोमती नदी के ब्रिज तक 2 लेन आरओबी कम फ्लाईओवर, हनुमान सेतु से समतामूलक चौराहे तक सीधे रोड कनेक्टिविटी के लिए निशातगंज बंधा का चौड़ीकरण, हनुमान सेतु पर दो नए पुल, सरोजनीनगर में 100 बेड क्रिटिकल केयर ब्लॉक, एस.जी.पी. जी. आई. में 500 बेड का एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर (फेज-एक), ग्रीन कॉरिडोर के अंतर्गत निशातगंज में सेतु का शिलान्यास किया गया।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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