खेल-कूद
ऑस्ट्रेलिया ने जीता दूसरा टेस्ट मैच, भारतीय बल्लेबाजों का रहा बुरा हाल
एडिलेड। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में पांच मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने यह डे नाइट मुकाबला 10 विकेट से अपने नाम किया। तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा। भारत के कप्तान रोहित ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन बल्लेबाजों के खराब फॉर्म के कारण भारत को एडिलेड में एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है. भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से हरा दिया. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को केवल 19 रनों का टारगेट दिया था जिसे ऑस्ट्रेलिया ने चौथे ओवर में ही हासिल कर लिया.
भारतीय बल्लेबाजों का बुरा हाल
एडिलेड टेस्ट में भारत का कोई भी बल्लेबाज जमकर नहीं खेल पाया. भारत की हार का यह एक अहम कारण रहा है. खासकर ओपनर और मध्यक्रम के बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने खुद को संभाल नहीं पाए और एक के बाद एक पवेलियन लौटते चले गए.
कोहली और रोहित का फ्लॉप शो
पहले टेस्ट में विराट कोहली ने शानदार शतक जमाया था तो उम्मीद थी कि एडिलेड में भी कोहली का बल्ला जमकर बोलेगा. लेकिन एक बार फिर स्विंग गेंद और ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई गेंद पर आउट होने की उनकी कमजोरी सामने आई और दोनों पारियों में सस्ते में निपट लिए गए. कोहली ने पहली पारी में 7 रन औऱ दूसरी पारी में 11 रन की पारी खेली.
खेल-कूद
पूर्व भारतीय कोच कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ आज मना रहे हैं अपना 51वां जन्मदिन
मुंबई। पूर्व भारतीय कोच, कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का आज 51वां जन्म दिन हैं। 11 जनवरी 1973 को इंदौर में जन्मे राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट के मैदान पर ढेरों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। इनमें कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी हैं, जिन्हें तोड़ पाना आसान नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में जब द्रविड़ मैदान पर बल्ला लेकर उतरते थे तो दुनिया का हर गेंदबाज कांप जाता था।
टेस्ट क्रिकेट में द्रविड़ लंबी पारियों के लिए जाने जाते थे। वे 10 -10 घाटे क्रीज़ पर टिके रहते थे और गेंदबाजों की हालत खस्ता कर देते थे। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 31258 गेंदों का सामना किया है। इस दौरान उन्होंने कुल 736 घंटे क्रीज पर समय बिताया। शायद यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में शुमार स्टीव वॉ ने एक बार अपनी टीम से कहा था कि ’15 मिनट में द्रविड़ का विकेट लेना है और अगर ऐसा नहीं कर पाए तो बाकी 10 खिलाड़ियों को आउट करने के बारे में सोचना।’
वॉ का यह बयान बताता है कि द्रविड़ को आउट करना कितना मुश्किल था। राहुल की बल्लेबाजी के बारे में पाकिस्तान के दिग्गज तेज शोएब अख्तर ने कहा था, ‘द्रविड़ को गेंदबाजी करना सचिन से ज्यादा मुश्किल था। राहुल के डिफेंस को भेदना आसान नहीं था, इसीलिए उन्हें द वॉल कहा गया।’ अख्तर ने यह तक कहा था कि द्रविड़ नेट्स में भी आउट नहीं होते थे।’
द्रविड़ ने 17 साल की उम्र में कर्नाटक के लिए खेलना शुरू किया। राहुल ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में अपना टेस्ट डेब्यू किया। इस मैच में वे शतक से चूक गए थे और 95 पर आउट हुए थे। लॉर्ड्स में शतक बनाना द्रविड़ के लिए एक बड़े सपने जैसा था। जो उनके करियर के अंत में पूरा हुआ जब द्रविड़ ने अपने आखिरी इंग्लैंड दौरे पर इस मैदान पर शतक जड़ा।
द्रविड़ अपने क्रिकेट करियर में कभी गोल्डन डक पर आउट नहीं हुए। उन्होंने 164 टेस्ट मैचों में स्लिप में 210 कैच लपके जो एक रिकॉर्ड है। राहुल ने अपने करियर का एकमात्र टी20 मैच इंग्लैंड के खिलाफ साल 2011 में खेला था। इसमें उन्होंने 31 रन बनाए थे और लगातार तीन छक्के भी जड़े थे।
राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में कुल 164 टेस्ट मैचों की 286 पारियों में 52.31 के शानदार औसत से 13288 रन बनाए। इस दौरान दिग्गज बल्लेबाज ने 36 शतक और 63 अर्धशतक ठोके। वहीं वनडे क्रिकेट में द्रविड़ ने 344 मैचों की 318 पारियों में 39.17 की औसत से 10889 रन बनाए। वनडे में द्रविड़ ने 12 शतक और 83 अर्धशतक जड़े। द्रविड़ वनडे और टेस्ट में 10 हज़ार से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे भारतीय हैं।
उनसे पहले यह कारनामा सचिन तेंदुलकर ने किया था।
साल 2021 में राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का हेड कोच बनाया गया, जिसमें टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी शानदार देखने को मिला। विदेशी सरजमीं पर भी टेस्ट सीरीज में भारत ने इस दौरान काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। द्रविड़ की कोचिंग में क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारत तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 रैंक पर आया। साल 2023 में भारत में खेले गए वर्ल्ड कप में भले ही भारतीय टीम को फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा लेकिन पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया का एकतरफा प्रदर्शन देखने को मिला था।
लेकिन द्रविड़ यहीं नहीं रुके अंत में जाते -जाते वे 2024 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत ही गए और भारत ने 13 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म किया। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में वे राजस्थान रॉयल्स (RR) के कप्तान और कोच रेह चुके हैं। टीम इंडिया का कोच बनाने के बाद द्रविड़ को आईपीएल से दूर रहना पड़ा था। लेकिन अब द्रविड़ आईपीएल 2025 में एकबार फिर से राजस्थान रॉयल्स टीम के लिए हेड कोच की भूमिका में दिखाई देंगे।
-
नेशनल2 days ago
जितना काम आम आदमी पार्टी ने पूर्वांचल समाज के लिए किया है, उतना किसी ने नहीं किया: केजरीवाल
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
महाकुंभ में कैलाश मानसरोवर शिविर का आयोजन, एनआरआई हरि गुप्ता करेंगे मानसरोवर से जुड़े रहस्यों का पर्दाफाश
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर टॉप ट्रेंड हुआ डिजिटल महाकुम्भ हैशटैग
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
डिजिटल महाकुम्भ: तकनीक बनी हथियार, 2,750 एआई सीसीटीवी संदिग्ध गतिविधियों पर रख रहे नजर
-
प्रादेशिक1 day ago
थके हुए मुख्यमंत्री ने रिटायर्ड अधिकारियों के साथ मिलकर बिहार के युवाओं की आशाओं को निराशाओं में बदल दिया – तेजस्वी यादव
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
महाकुम्भ के दृष्टिगत जनपद प्रयागराज के चारों तरफ बना सुरक्षा का अभेद्य चक्रव्यूह
-
मनोरंजन1 day ago
मॉडल और एक्ट्रेस चुम दरांग के सपोर्ट में आए अरुणाचल प्रदेश के CM पेमा खांडू
-
अन्तर्राष्ट्रीय1 day ago
14 जनवरी को अपना आखिरी भाषण देंगे जो बाइडेन