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इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव है भयावह ट्रेन हादसे का कारण: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

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Cause of horrific train accident found

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नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर में हुई भयावह ट्रेन हादसे के कारण का पता लग गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। यह कहना है केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का। अश्विनी वैष्णव ने आज लगातार दूसरे दिन दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने ट्रेन हादसे की वजह के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। रेल मंत्री ने खुलासा किया कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है।

उन्होंने कहा कि कल प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर तेजी से काम चल रहा है। कल रात एक ट्रैक काम लगभग पूरा हो गया। आज एक ट्रैक की पूरी मरम्मत करने की कोशिश रहेगी। सभी डिब्बों को हटा दिया गया है। शवों को निकाल लिया गया है। कार्य तेजी से चल रहा है। कोशिश है कि बुधवार की सुबह तक सामान्य रूट चालू हो जाए। रेल मंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मरम्मत कार्य को देखने के लिए दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं।

अब तक 288 लोगों की मौत

बता दें कि ओडिशा के बालासोर के बहनागा बाजार में शुक्रवार को हुए इस भयानक रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 तक पहुंच गई है। 1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

लूप लाइन पर चली गई थी कोरोमंडल एक्सप्रेस

हादसे की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनगा बाजार स्टेशन से पहले मुख्य के बजाय लूप लाइन पर चली गई थी, जहां उसकी टक्कर पहले से खड़ी मालगाड़ी से हुई।

सूत्रों की मानें तो प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस के लिए अप मेनलाइन का सिग्नल दिया गया और बाद में हटा लिया गया। इससे ट्रेन लूप लाइन में घुस गई। मालगाड़ी से टकराने के बाद उसके कुछ कोच पटरी से उतर गए। इस बीच बंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस डाउन मेन लाइन से गुजरी और उसके दो कोच पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के कोच से टकराने के बाद पलट गए।

128 किमी की गति से दौड़ रही थी ट्रेन

कोरोमंडल एक्सप्रेस 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी, वहीं बंगलूरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 116 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी।

2,500 से अधिक थे यात्री

दोनों ट्रेनों में 2,500 से अधिक यात्री सवार थे। हादसे के बाद भटके 1,500 यात्रियों को विशेष ट्रेनों से उनकी मंजिल तक पहुंचाया जा रहा है। शनिवार को 1,000 यात्रियों को हावड़ा पहुंचाया गया। एक अन्य ट्रेन से 200 यात्री बालासोर से हावड़ा लाए जा रहे हैं। भद्रक से चेन्नई के लिए विशेष ट्रेन में 250 यात्री रवाना हुए। इनमें 133 यात्री चेन्नई, 41 विशाखापट्टनम व बाकी अन्य शहरों में उतरेंगे।

200 एंबुलेंस, वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर तैनात

अधिकारियों ने बताया, 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 मोबाइल स्वास्थ्य यूनिट दुर्घटनास्थल पर काम कर रही थीं। वायुसेना ने गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बाहर निकालने के लिए डॉक्टरों की टीम के साथ दो एम-आई हेलिकॉप्टर तैनात किए थे।

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उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की दिल खोलकर की तारीफ, कहा- आपने बिना गड़बड़ी के चुनाव कराए, 4 महीने में वादा पूरा किया

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जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सोनमर्ग में बनी जेड मोड़ टनल का उद्घाटन किया। टनल के उद्घाटन के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की तारीफ की। सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री दिलों की दूरी और दिल्ली से दूरी दोनों को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं। इस तरह के प्रोजेक्ट से वाकई दिलों की दूरी दूर होती है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से पिछले 35-37 वर्षों में, हजारों लोगों ने देश की प्रगति के लिए, जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।

उमर अब्दुल्ला ने कहा, प्रधानमंत्री साहब, आज इस सुरंग के उद्घाटन कार्यक्रम में आपकी उपस्थिति उन लोगों को करारा जवाब है, जो लोग आतंकी हमलों को अंजाम देते हैं, जो लोग इस देश की भलाई नहीं चाहते हैं, जो लोग शांति नहीं देखना चाहते हैं। जम्मू में उनकी जड़ें जमाने की कोशिश और कश्मीर हथियाने का सपना कभी सफल नहीं हो सकता। उन्हें यहां हमेशा हार का सामना करना पड़ेगा। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को श्रीनगर में अपने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 3 बहुत महत्वपूर्ण बातें कही थीं। आप दिल की दूरी और दिल्ली से दूरी खत्म करने पर काम कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर से दिल्ली की दूरी) वास्तव में आपके काम से साबित हुई है। उस दौरान आपने जम्मू कश्मीर के लोगों से कहा था कि बहुत जल्द चुनाव होंगे। लोगों को अपने वोट के माध्यम से अपनी सरकार चुनने का मौका मिलेगा। आपने अपनी बात रखी और 4 महीने के अंदर चुनाव हो गए। सबसे बड़ी बात यह रही कि कहीं कोई अनियमितता की शिकायत नहीं आई, सत्ता के दुरुपयोग की कोई शिकायत नहीं आई। इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है। आपके सहकर्मी और भारत के चुनाव आयोग को जाता है।

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मेरा दिल कहता है कि बहुत जल्द प्रधानंत्री मोदी राज्य का दर्जा बहाल करने का अपना वादा पूरा करेंगे। आज इस अवसर पर आपको तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं कि इतनी ठंड में यहां आए। वाकई जम्मू-कश्मीर से आपका बहुत पुराना रिश्ता है और हमें उम्मीद है कि आप बार-बार यहां आएंगे, हमारे बीच रहेंगे और हमारी खुशियों में शामिल होंगे। श्रीनगर-लेह हाईवे NH-1 पर बनी 6.4 किलोमीटर लंबी डबल लेन टनल श्रीनगर को सोनमर्ग से जोड़ेगी, जो बहुत बड़ी उपलब्ध होगी, क्योंकि बर्फबारी के कारण हाईवे 6 महीने बंद रहता है। टनल खुलने से लोगों को ऑल वेदर कनेक्टिविटी जम्मू कश्मीर के अन्य शहरों से मिलेगी। श्रीनगर-लेह हाईवे पर गगनगीर से सोनमर्ग के बीच की दूरी 15 मिनट में पूरी होगी।

 

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