उत्तर प्रदेश
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला का हुआ उद्घाटन, सीएम योगी बोले- प्रदेश समृद्ध राज्य बनने की ओर
नोएडा। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में यूपी के पहले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला का शुभारंभ हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसकी शुरुआत की। पांच दिनी व्यापार मेले में दो हजार से अधिक उत्पादक और 300 ब्रांड भाग ले रहे हैं। इसमें 22 से 25 सितंबर तक आम जनता को नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा। सरकार को उम्मीद है कि मेले में 60 देशों समेत करीब दो से ढाई लाख लोग पहुंचेंगे।
उत्तर प्रदेश के पहले अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह उत्तर प्रदेश का पहला ट्रेड शो है। उत्तर प्रदेश ने पिछले 6 वर्षों में एक बिमारू राज्य से उभरकर आज देश की अर्थव्यवस्था के एक समृद्ध राज्य की ओर कदम बढ़ाया है और उसको प्रदर्शन करने का अवसर अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो हमारे सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा इसमें 2,000 से अधिक प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं और करीब 70 देशों की सहभागिता इस अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो के सामने नए भारत के नए उत्तर प्रदेश को प्रस्तुत करती है।
यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में लोगों को हॉल नंबर 12 में मिनी ऑटो एक्सपो भी देखने को मिलेगा। वहां पर ऑटोमोबाइल जगत की 32 कंपनियां अपने वाहनों का प्रदर्शन करेंगी। ज्यादातर वाहन इलेक्टि्रक होंगे। इनमें कीया, एमजी मोर्ट्स, टाटा, मारुति, रेनॉल्ट, हुंडई समेत अन्य बड़ी-बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां है। कई दोपहिया कंपनियों के वाहन भी देखने को मिलेंगे।
मेले में 54 जीआई उत्पाद भी देखने को मिलेंगे
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि एक जनपद एक उत्पाद योजना के साथ 54 जीआई उत्पाद भी मेले में देखने को मिलेंगे। मेले में 60 से अधिक देशों के बायर्स आ रहे हैं। जबकि बिजनेस ऑवर के लिए अब तक 68 हजार से अधिक पंजीकरण हो चुके है।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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