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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी की सख्ती से बहराइच में बेदम हुए उपद्रवी, स्थिति हुई सामान्य

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लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती और पल-पल की मॉनीटरिंग से कुछ ही घंटों में बहराइच की घटना को कंट्रोल कर लिया गया। सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ग्राउंड जीरो पर उच्च अधिकारियों ने उतर कर बहराइच में सुनियोजित तरीके से माहौल बिगाड़ने की साजिश को नाकाम कर दिया। बहराइच में सोमवार को ही स्थिति को कंट्रोल कर शांति व्यवस्था को कायम कर लिया गया था। वहीं पुलिस की विभिन्न टीमों द्वारा जिला प्रशासन के साथ उपद्रवियों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। घटना से प्रभावित इलाकों को जोन में बांटा गया और बैरियर लगाकर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा यूपी पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। सीएम योगी की सख़्ती का असर है कि कुछ ही घंटों में उपद्रवी बेदम हो गए।बता दें कि सीएम योगी की उत्तर प्रदेश दंगा निरोधक नीति का ही असर है कि प्रदेश में पिछले साढ़े सात वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ है।

प्रभावित इलाकों की नौ सेक्टर के जरिये की जा रही मॉनीटरिंग, दो शिफ्टों में तैनात किये गये अधिकारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच की घटना का संज्ञान लेने के बाद स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए उच्च अधिकारियों को ग्राउंड जीरो पर भेजा था। सीएम योगी के निर्देश के बाद एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश, गृह सचिव संजीव गुप्ता, एडीजी जोन गोरखपुर, आईजी रेंज, डीआईजी, मंडलायुक्त देवीपाटन शशि भूषण सुशील ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को कंट्रोल किया। वहीं स्थिति के कंट्रोल हाेते ही उपद्रवियों की तलाश तेज की गयी। मंडलायुक्त देवीपाटन शशि भूषण सुशील ने बताया कि पूरे शहर में शांति व्यवस्था कायम है। उन्होंने बताया कि घटना से प्रभावित इलाकों को नौ सेक्टर में विभाजित कर पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इन सभी सेक्टर में पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों की दो शिफ्टों में तैनात किया गया है, जो इन एरिया में लगातार गश्त कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इसके अलावा प्रभावित एरिया में नौ बैरियर बनाये गये हैं। इनके जरिये इन इलाकों में आने-जाने वालों की चेकिंग और पूछताछ की जा रही है।

स्थापित किया गया कंट्रोल रूम, प्रभावितों की मदद को कराया जा रहा सर्वे

बहराइच डीएम मोनिका रानी ने बताया कि घटना से प्रभावित इलाकों में लोगों से कम्यूनिकेशन मजबूत करने के लिए प्रधान, कोटेदार, लेखपाल, सचिव आदि की ड्यूटी लगायी गयी है। यह सभी गांववासियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। साथ ही उनकी समस्याएं और घटना को लेकर अन्य जानकारियां जुटा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जिसके जरिये लोगों की मदद की जा रही है। घटना से प्रभावित परिवार को राहत किट प्रदान की गयी है। साथ ही राजस्व टीम द्वारा नुकसान का सर्वे किया जा रहा है ताकि प्रशासन की ओर से उनकी हर संभव मदद की जा रही है। इसके अलावा इन इलाकों में साफ सफाई का काम चल रहा है।

एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस टीम कर रही पड़ताल, उपद्रवियों की खंगाली जा रही हिस्ट्री, दर्ज मुकदमों को जुटाई जा रही डिटेल

एडीजी लॉ एंड आर्डर अभिताभ यश ने बताया कि घटना में लिप्त उपद्रवियों की धर पकड़ की जा रही है। उन्होंने बताया कि उपद्रवियों की हिस्ट्री खंगालने के लिए एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस टीम लगायी गयी है। वहीं उपद्रवियाें के पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को खंगालने के साथ उनके मुकदमों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पूरे शहर के साथ प्रभावित इलाकों में लगातार फोर्स का मूमेंट हो रहा है। इसके अलावा कुछ संदिग्धों पर विशेष टीम द्वारा नजर रखी जा रही है। एडीजी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि बहराइच में अतिरिक्त वरिष्ठ अधिकारी सेक्टरवार गश्त कर रहे हैं।

अब तक 52 उपद्रवी भेजे गये जेल, दो और एफआईआर की गई दर्ज

बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि अब तक 52 उपद्रवियों को जेल भेजा जा चुका है। इसमें सोमवार और मंगलवार को 26-26 उपद्रवियों को जेल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में उच्च अधिकारियों के साथ लगातार गश्त की जा रही है। वहीं मामले में दो और एफआईआर दर्ज की गयी है। इसके अलावा वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस टीम द्वारा लगातार रेड की जा रही है। उन्होंने बताया कि पूरे शहर में शांति व्यवस्था कायम है और राेजमर्रा की तरह सामान्य गतिविधियां संचालित हैं। एसपी ने बताया कि अराकतत्वों पर सोशल मीडिया के जरिये नजर रखी जा रही है ताकि शांति व्यवस्था कायम रहे।

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उत्तर प्रदेश

खान-पान की चीजों में मानव अपशिष्ट/गंदी चीजें मिलना संज्ञेय अपराध, शीघ्र आएगा कठोर कानून: मुख्यमंत्री

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कानून के उल्लंघन पर कारावास और अर्थदंड का होगा प्रावधान

● मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में हाल के दिनों में घटित जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया। विशेष बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गए प्रमुख दिशा-निर्देश…

● हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। यह सामाजिक सौहार्द पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किया जा सकते।

● खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक है। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, स्ट्रीट वेंडर से जुड़ी इन गतिविधियों के संबंध में सुस्पष्ट कानून तैयार करें। कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कारावास और अर्थदंड की सजा सुनिश्चित होनी चाहिए। ऐसे अपराध को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।

● अपनी पहचान छुपा कर असामाजिक तत्वों को खान-पान की वस्तुओं एवं पेय पदार्थ में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट में रोकने की एक भी गतिविधि न हो, इसे कानून के माध्यम से सुनिश्चित करना होगा। ऐसी असामाजिक गतिविधियों पर कड़ाई से लगाम लगाया जाना चाहिए।

● हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके। इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य हो। खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना अनिवार्य हो। छद्म नाम रखने, गलत जानकारी देने वालों के विरुद्ध कठोरतम सजा का प्रावधान होना चाहिए।

● प्रत्येक खाद्य प्रतिष्ठान द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि उसके प्रतिष्वान में कोई भी भोजन दूषित न हो। खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य हो, जिसकी न्यूनतम एक माह की फुटेज जिला प्रशासन द्वारा मांगे जाने पर हर समय उपलब्ध कराई जाए।

● रसोईघर में भोजन पकाते समय और भोजन प्रतिष्ठान में उसे परोसते समय सिर दकना, मास्क पहनना और दस्ताने पहनना अनिवार्य होना चाहिए। खाद्य कारोबारकर्ता द्वारा प्रतिष्ठान में कार्यरत कार्मिकों का विवरण सम्बंधित धाने को उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

● यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो इनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। कानून में इस संबंध में स्पष्ट प्रावधान किया जाए।

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