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मुख्य समाचार

शराब समझकर टॉयलेट क्लीनर की पूरी बोतल पी गया बुजुर्ग, मौत

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पौड़ी। उत्तराखंड के पौड़ी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामले सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग शख्स नशे ही हालत में टॉयलेट क्लीनर की बोतल को शराब समझकर पी गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान भगवान सिंह (67) के तौर पर हुई है जो यहां जामला गांव के रहने वाले थे।

पौड़ी पुलिस थाने के प्रभारी अमरजीत सिंह ने परिजनों के हवाले से बताया कि अपनी भतीजी के शादी समारोह में शामिल होने के बाद रविवार रात घर लौटे सिंह ने नशे की हालत में गलती से ‘टॉयलेट क्लीनर’ पी लिया।

टॉयलेट क्लीनर पीने के बाद सिंह की तबियत बिगड़ने लगी जिसके बाद परिजन उन्हें गांव से लगभग 13 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल पौड़ी लाए जहां सोमवार को सिंह ने दम तोड़ दिया।

पौड़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। भगवान सिंह की मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं गांव वाले भी इस तरह की घटना से हैरान हैं।

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उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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