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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश, 76 लोगों को पुलिस ने किया अरेस्ट

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नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। मामले में 9 महिलाओं समेत 76 लोगों को अरेस्ट किया गया है। ये लोग अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे। लोगों को लोन प्रोसेस और तकनीकी सहायता के नाम पर फर्जी मैसेज और लिंक भेजे जाते थे। इस गिरोह के 4 सरगना कई बार पहले भी जेल जा चुके हैं। आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में लैपटॉप, हेडफोन और अमेरिकी बैंकों के फर्जी चेक बरामद किए गए हैं। DCP सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस ने स्वॉट और सीआरटी की टीमों के साथ मिलकर रेड की थी।

पहले भी जेल जा चुके हैं सरगना

सेक्टर-63 के E ब्लॉक में आरोपी इंस्टा सॉल्यूशन के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। आरोपियों ने 1500 अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी की वारदात कबूली हैं। पैसा बिट क्वाइन, गिफ्ट कार्ड आदि के जरिए लिया जाता था। आरोपी एक बार में 99 से 500 अमेरिकी डॉलर की ठगी करते थे। हवाला के जरिए भारत में पैसा ट्रांसफर किया जाता था। साइबर टीम आरोपियों से बरामद इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के डाटा की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार गिरोह को सौरभ राजपूत, कुरुनाल रे, साजिद अली और सादिक ठाकुर चलाते थे। चारों आरोपी गुजरात की जेल में बंद रह चुके हैं।

आरोपी टेक सपोर्ट, माइक्रोसाफ्ट और पे डे के नाम पर लोगों से ठगी करते थे। कॉल सेंटर में कई सेक्शन बनाए गए थे, जहां स्काइप ऐप का यूज किया जाता था। आरोपी ग्राहकों को व्यक्तिगत डाटा खरीदने के बाद अमेरिकी लोगों के कंप्यूटर में बग भेजते थे। एक बार में 10 हजार लोगों को मैसेज जाता था। बग से कंप्यूटर में खराबी आने के बाद इसकी स्क्रीन नीली हो जाती थी। इसके बाद एक नंबर सामने वाले शख्स को दिखता था। उस पर कॉल करने के लिए कहा जाता था। जिसके बाद कॉल को अपने सर्वर पर लैंड करवाया जाता था। इसके बाद पीड़ित से 99 या इससे अधिक डॉलर की डिमांड खराबी ठीक करने के नाम पर की जाती थी।

पुलिस ने बताया कि विदेशी ग्राहकों को अमेजन पार्सल के नाम पर वॉयस नोट भेजा जाता था. इसमें ग्राहकों को बताया जाता था कि उनका अकाउंट हैक हो गया है. डर का फायदा उठाकर उनसे नया अमेजन अकाउंट बनाने के लिए डॉलर मांगे जाते थे. ग्राहकों के कंप्यूटर में जानबूझकर तकनीकी खराबी पैदा की जाती थी. स्क्रीन पर दिखने वाले नंबर पर कॉल करने पर, आरोपी माइक्रोसॉफ्ट अधिकारी बनकर समस्या हल करने के लिए भुगतान मांगते थे.

 

 

उत्तर प्रदेश

प्रयागराज महाकुम्भ में आस्था और आधुनिकता का अनोखा संगम, पहली बार आगंतुक ले सकेंगे डोम सिटी का आनंद

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महाकुम्भ नगर  से त्रिवेणी के तट पर आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ को दिव्य भव्य और नव्य स्वरूप प्रदान करने का योगी सरकार का संकल्प है। इसे मूर्त रूप देने के लिए पर्यटन विभाग भी निजी संस्थाओं के साथ मिलकर नए प्रतिमान बना रहा है। महाकुम्भ नगर के अरैल क्षेत्र में तैयार हो रही डोम सिटी इसी की एक झलक देता है।

आस्था और आधुनिकता का अद्भुत मेल

संगम की रेती पर महाकुम्भ की शुरुआत के पूर्व ही आस्था और अध्यात्म की दुनिया आकार लेने लगी है। इस आयोजन के साक्षी बनने जा रहे करोड़ों पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए कुम्भ क्षेत्र आधुनिकता का एक ऐसा भव्य शहर तैयार हो रहा है जिसे देखकर हर किसी की आँखें चौंधिया जाए। आधुनिकता, भव्यता और अध्यात्म का यह अद्भुत मेल है डोम सिटी जिसे पर्यटन विभाग के सहयोग से एक निजी कंपनी ईवो लाइफ स्पेस प्रा. लि. तैयार कर रही है। कंपनी के निदेशक अमित जौहरी का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पर्यटन के नए कीर्तिमान स्थापित किए है। इसी श्रृंखला में उनकी यह कल्पना त्रिवेणी की रेत पर साकार हो रही है जिसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से सवा तीन हेक्टेयर जमीन उन्हें मिली है जिसमें देश की पहली डोम सिटी तैयार हो रही है।

महाकुम्भ में हिल स्टेशन का फील कराएगी डोम सिटी

यह पहला मौका होगा जब महाकुंभ में किसी स्थान पर स्टे करने के समय पर्यटक या श्रद्धालु किसी हिल स्टेशन की अनुभूति का अहसास कर सकेंगे। इस अनुभव का साक्षी बनने के लिए 51 करोड़ की लागत से तैयार हो रही है डोम सिटी। डोम सिटी बना रही ईवो लाइफ के डायरेक्टर अमित जौहरी के मुताबिक 15 से 18 फीट की ऊंचाई पर डोम सिटी बनाई जा रही है, जिसमें 32×32 के कुल 44 डोम बन रहे हैं। इसमें 360 डिग्री पोली कार्बन शीट के डोम हैं। ये पूरी तरह बुलेट प्रूफ और फायर प्रूफ हैं। पर्यटक इसमें अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 24 घंटे रहकर कुम्भ का नजारा देख सकते हैं। इसका अनुभव किसी हिल स्टेशन से महाकुम्भ का अवलोकन करने जैसा है।

डोम के साथ लग्जरी कॉटेज का भी मिलेगा लुत्फ

इस पूरी डोम सिटी में 176 कॉटेज भी बनाए जा रहे हैं जहां ठहरने की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद रहेंगी। 16×16 की हर एक कॉटेज में एसी, गीजर और सात्विक आहार की व्यवस्था होगी। कॉटेज का किराया स्नान पर्व के दिन 81 हजार और सामान्य दिनों में 41 हजार होगा। इसी तरह डोम का किराया स्नान पर्व के दिन 1लाख 10 हजार और सामान्य दिनों के लिए 81 हजार रखा गया है। डोम की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है। कॉटेज के वातावरण को आध्यात्मिक बनाने के लिए यहां धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन की प्रस्तुतियों की भी व्यवस्था होगी। नव्यता का यह प्रयास महाकुम्भ में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पर्यटन की सुविधाओं का एक कीर्तिमान बनाने की तरफ ले जाएगी। कंपनी के निदेशक अमित जौहरी का कहना कि 23 दिसंबर को महाकुम्भ की तैयारियों का निरीक्षण करने आ रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ टेंट सिटी के निरीक्षण के समय डोम सिटी का भी निरीक्षण कर सकते हैं।

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