Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

दिल्ली-NCR में ग्रैप-4 की पांबदियां लागू, डीजल वाहनों पर प्रतिबंध; AQI अभी भी गंभीर स्तर पर

Published

on

Grape-4 restrictions implemented in Delhi-NCR

Loading

दिल्ली/नोएडा। दिल्ली-NCR में लगातार हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। इसके चलते रविवार से ग्रैप के चौथे चरण पाबंदी को लागू किया गया है। हालांकि इसका भी असर अभी तक दिखाई नहीं दे रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की ताजा जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है।

दिल्ली के कई इलाकों का एक्यूआई (Delhi AQI) 400 के पार बना हुआ है। इसके चलते ग्रैप-4 के तहत दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है। इस दौरान सिर्फ आवश्यक सामान वाले और सीएनजी वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।

5 दिन से जहरीली हवा में सांस ले रहे लोग

दिल्ली में सोमवार सुबह औसत AQI 417 और गुरुग्राम में 516 दर्ज किया गया है। वहीं, नोएडा के लोग पिछले पांच दिनों से जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। AQI रोजाना बढ़ता जा रहा है। सोमवार सुबह को नोएडा का AQI 402 दर्ज किया गया। वहीं ग्रेटर नोएडा का AQI भी 400 रहा।

दिल्ली-एनसीआर में एक अक्टूबर से लागू है ग्रैप

दिल्ली-NCR में एक अक्टूबर से ग्रैप लागू है। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से ग्रैप को चार चरणों में लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। बढ़ते प्रदूषण के कारण जिले में चौथे चरण की पाबंदी लागू हुई है, लेकिन प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बावजूद जिले में किसी प्रकार की कोई पाबंदी दिखाई नहीं दे रही है।

जिन विभागों को प्रदूषण कम करने की जिम्मेदारी दी गई है वह भी कुछ नहीं कर रहे। सड़क पर धूल, धुआं सब बरकार है। सड़कों की सफाई अभी भी मैनुअल की जा रही है। धुआं छोड़ते वाहनों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई को लेकर कोई अभियान नहीं चलाया गया।

प्रशासनिक अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। शहर में धड़ल्ले से कालोनियों व सेक्टरों में निर्माण कार्य जोरों पर चल रहे हैं। इनकी रोकथाम के लिए प्राधिकरण की तरफ से कार्रवाई नहीं की जा रही।

लोगों को सांस लेने में होने लगी दिक्कत

सुबह स्मॉग की चादर तो रही। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। हवा में दुर्गंध फैलने लगी। स्माग से आंखों में जलन और सांस के मरीजों को दिक्कतें हो रही हैं। डॉक्टर ने कहा है स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा।

धुएं में पाए जाने वाले केमिकल आंखों एवं त्वचा पर जलन उत्पन्न करते हैं श्वसन मार्ग में जाने पर खांसी, सांस फूलना, बलगम आदि उत्पन्न करते हैं। धुएं में केमिकल्स की बदबू होने के कारण असहनीय दुर्गंध आती है।

स्माग के कारण हुई परेशानियों के लिए केवल एंटीएलर्जिक, सांस की दवाइयां लेना तर्क संगत नहीं है बल्कि हमें इससे बचाव के उपायों का प्रयोग करना चाहिए।

नेशनल

दिल्ली में हुई हल्की बारिश, हवाओं में होगा सुधर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए सोमवार की सुबह अच्छी खबर लेकर आई। दिल्ली में हुई हल्की बारिश के बाद लोगों को खराब हवा से छुटकारा मिलने के आसार हैं। शांत हवाओं और सर्द मौसम के कारण देश की राजधानी दिल्ली लगातार गैस चेंबर में तब्दील होती जा रही है। ऐसे में बारिश होने पर हवा का स्तर सुधरेगा। सोमवार को दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश के आसार हैं। बारिश होने पर दिल्ली का एक्यूआई तेजी से कम हो सकता है।

दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को और खराब हो गई और 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 409 पर पहुंच गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

शनिवार को 400 से कम था एक्यूआई

शनिवार को एक्यूआई 370 दर्ज किया गया था, जो ‘बहुत खराब” आता है। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है। रविवार को राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया और 39 निगरानी केन्द्रों में से 37 ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ में श्रेणी में बताया। कुछ क्षेत्रों में एक्यूआई का स्तर 474 तक दर्ज किया गया। दिल्ली अब भी ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) का चौथे चरण लागू है जिसमें कड़े प्रदूषण-रोधी उपाय शामिल हैं।

Continue Reading

Trending