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भारत बंद के दौरान पटना में जमकर हंगामा, पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी, झारखंड में भी व्यापक असर

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पटना। एससी-एसटी आरक्षण को लेकर आज भारत बंद है। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति की इस बंद का कई पार्टियों ने समर्थन किया है। भारत बंद के दौरान सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर इसका असर पड़ता दिखाई दे रहा है। भारत बंद के दौरान पटना में जमकर हंगामा हुआ। यहां बंद समर्थक पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने बंद समर्थकों पर लाठीचार्ज किया है। बंद समर्थकों का जूलूस गांधी मैदान से आगे बढ़ रहा था। इसी बीच जेपी गोलंबर के पास बैरिकेडिंग की गई थी। लेकिन बंद समर्थकों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने बैरिकेडिंग तोड़ने से रोकने की कोशिश की लेकिन बंद समर्थक आगे बढ़ते हुए डाक बंग्ला चौराहे तक पहुंच गए। हालात को काबू में करने के लिए और बंद समर्थकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

झारखंड के हजारीबाग, धनबाद, चाईबासा, गिरिडीह, रांची और रामगढ़ सहित कई अन्य शहरों में व्यापक असर पड़ा है। बंद समर्थकों ने रांची-जमशेदपुर, रांची-पटना और गिरिडीह-रांची मार्ग में कई जगहों पर जाम लगाया है। गिरिडीह में कुछ ट्रेनों को भी रोका गया है। बंद को झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। हजारीबाग में सड़क पर उतरे बंद समर्थकों ने कई राहगीरों के साथ मारपीट भी की है। यहां रांची-पटना रोड को जाम कर दिया गया। शहर और कस्बों में दुकानें बंद करा दी गईं। बस स्टैंड से गाड़ियां नहीं खुलने दी गईं। पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा में झारखंड से बंगाल और ओडिशा को जोड़ने वाले हाईवे को जाम कर दिया गया है।

इन दोनों राज्यों से आवागमन पूरी तरह ठप है। जमशेदपुर शहर में एनएच 33 डिमना चौक व कांदरबेड़ा रोड को जाम कर दिया गया है। चाईबासा में बंद समर्थकों ने बाजार और दुकानें बंद करा दीं। यहां शहर में प्रवेश करने वाली सभी सड़कों को जाम कर दिया गया है। धनबाद जिले में भी भारत बंद का असर देखने को मिला है। यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जगह-जगह बंद समर्थक ने सड़कों पर बैरिकेडिंग लगा दी है। रांची शहर में स्कूल बंद रखे गए हैं।

हरमू, दलादिली, कोकर चौक और मोरहाबादी में बैरिकेडिंग लगाकर एवं टायरों में आग लगाकर आवागमन रोका गया। रांची से लंबी दूरी की बसें भी नहीं खुलीं। सुरक्षा बलों की व्यापक पैमाने पर तैनाती की गई है। साहिबगंज जिले के बरहेट और बोरियो प्रखंडों में बंद का व्यापक असर है। बाजार बंद करा दिए गए हैं। रामगढ़ में रांची-पटना हाईवे पर जाम की वजह से वाहनों की लंबी कतार लगी है। यहां कुछ एंबुलेंस को भी रोके जाने की सूचना है।

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पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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