Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

इमरान मसूद का बसपा पर हल्ला बोल, कहा- पांच करोड़ नहीं दे पाया तो निकाल दिया

Published

on

Imran Masood attack on BSP

Loading

सहारनपुर। बहुजन समाज पार्टी से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद ने पार्टी पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने कहा कि सदस्यता के लिए सहारनपुर से पार्टी के लिए पांच करोड़ रुपये मांगे गए थे। कहा कि मेरी औकात नहीं है कि मैं पांच करोड़ रुपये दूं।

मसूद ने कहा मैंने बहनजी से पहले ही कह दिया था कि मेरे पास आदमी हैं, वोट हैं, मगर नोट नहीं हैं। बहनजी ने जो आशीर्वाद दिया था, उसके वजन को मैं समझता हूं, मैंने बसपा के उत्थान के लिए काम किया। चुनाव में मिले वोट से भी पार्टी को पता चल गया है कि मेरे पास कितने वोट हैं। वह मेयर चुनाव में दिखाई भी दिया।

उन्होंने कहा कि पार्टी में शामिल बहनजी ने किया था, निष्कासन जिलाध्यक्ष कर रहा है। आगे की रणनीति पर उन्होंने कहा कि यह आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन लोकसभा चुनाव मैं हर हाल में लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि बहनजी गठबंधन में नहीं गईं तो प्रदेश में जीरो पर आउट हो जाएंगी।

जीरो पर आउट होगी बसपा

इमरान मसूद ने कहा, ”मैं तो मिशन को जोड़ने के लिए आया था। जो बाबा साहब ने शुरू करके और मान्यवर काशीराम ने जिसे पोषने का काम किया। यदि बसपा गठबंधन के साथ नहीं जाती है, तो 2024 के चुनाव में जीरो पर आउट होगी, यह साफ दिखाई दे रहा है। मैंने जीरो पर आउट होने से बचाने के लिए यह बात कही।

उन्होंने कहा मैं पार्टी के वोट बैंक से नहीं, अपने दम पर चुनाव लड़ता हूं। योद्धा कभी दबता नहीं है और हम योद्धा हैं। हमने विपरीत परिस्थतियों में हमेशा लड़ा है। हार के डर से मैं कभी घर नहीं बैठता हूं। मैं तो निकाय चुनाव में पार्टी को 8 हजार से डेढ़ लाख वोट पर ले गया। उसके बाद भी बसपा समझ नहीं पा रही है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के अतरैला टोल प्लाजा पर एसटीएफ ने मारा छापा, 120 करोड़ रुपये के घोटाले का किया पर्दाफाश

Published

on

Loading

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने NHAI के अतरैला टोल प्लाजा पर छापा मारकर देशभर में फैले टोल वसूली के नेटवर्क से 120 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है. लखनऊ एसटीएफ ने बीते मंगलवार को मिर्जापुर के लालगंज स्थित अतरैला टोल प्लाजा पर छापा मारकर टोल मैनेजर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने आरोपियों के पास से 5 मोबाइल, दो लैपटॉप, प्रिंटर समेत 19 हजार रुपये भी किये बरामद किये हैं. एसटीएफ के इंस्पेक्टर दीपक सिंह ने बताया कि एनएचएआई के दर्जनों टोल प्लाजा पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

इस तरह NHAI को लगा रहे थे चूना

टोल टैक्स में हो रहे इस घोटाले में बिना फास्ट टैग वाली गाड़ियों या फ़ास्ट टैग एकाउंट में कम पैसे वाली गाड़ियों के ज़रिए हो रहा था। पूरे देश मे ऐसी गाड़ियों से टोल पर दोगना टोल लिया जाता है। इस सॉफ्टवेयर के ज़रिए बिना फास्ट टैग वाली गाड़ियों या फ़ास्ट टैग एकाउंट में कम पैसे वाली गाड़ियों से दोगना पैसा तो लिया जाता था। फर्ज़ी रसीद भी दी जाती थी, लेकिन ये पैसा कर्मचारी आपस मे बांट लेते थे।

ये NHAI के खाते में नहीं जमा होता था। टोल का 50 फीसदी पैसा NHAI के खाते में जमा होता है। रोजाना इस सॉफ्टवेयर के ज़रिए इस अकेले टोल से 40 से 50 हज़ार रुपये की कमाई होती है। इस टोल पर पिछले दो साल से इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर करीब 120 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है।

42 टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर इंस्टाल करने का दावा

एसटीएफ के मुताबिक इस घोटाले का मुख्य आरोपी आलोक कुमार सिंह ने MCA किया हुआ है। आलोक ने एसटीएफ को बताया कि देश के करीब 200 टोल पर इस तरह का घपला हो रहा है और उसने खुद 42 टोल प्लाजा पर ये सॉफ्टवेयर इंस्टाल किया है। अब एसटीएफ बाकी टोल प्लाजा में लगे इस सॉफ्टवेयर को पकड़ने की कोशिश कर रही है। फिलहाल एसटीएफ ने अभी यह खुलासा नहीं किया है कि जिन 42 टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर इंस्टाल किए गए हैं वे किन जगहों पर हैं।

 

 

 

 

 

Continue Reading

Trending