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ODI WC 2023

IND vs NZ: आज अबतक अजेय टीमों का मुकाबला, ICC टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड का पलड़ा रहा है भारी  

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IND vs NZ

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धर्मशाला (हिप्र)। क्रिकेट के एकदिवसीय फॉर्मेट के विश्व कप 2023 में अब तक अजेय भारत (IND) और न्यूजीलैंड (NZ) का मुकाबला आज रविवार हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में होगा। इस मैच में दोनों टीम के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। न्यूजीलैंड की टीम अंक तालिका में शीर्ष पर और भारतीय टीम दूसरे स्थान पर है। हालांकि, इस मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम का मनोबल बढ़ा हुआ होगा, क्योंकि आईसीसी टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है।

2003 विश्व कप के बाद से टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ ICC टूर्नामेंट में छह मैच खेल चुकी है। इसमें से पांच मैच कीवी टीम ने जीते। जबकि, 2019 वनडे विश्व कप में ग्रुप स्टेज का मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था।

न्यूजीलैंड ने 2019 के विश्व कप सेमीफाइनल में भारत को हराकर उसके चैंपियन बनने का सपना तोड़ा था। टीम इंडिया उस हार का भी बदला लेना चाहेगी। न्यूजीलैंड के पास उनके नियमित कप्तान केन विलियम्सन नहीं हैं। बावजूद इसके यह टीम किसी को भी धराशाई करने का माद्दा रखती है।

भारत और न्यूजीलैंड की टीम आईसीसी टूर्नामेंट यानी वनडे विश्व कप, टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को मिलाकर 14 बार आमने सामने आ चुकी है। इसमें से भारत ने सिर्फ तीन मुकाबले जीते हैं, जबकि न्यूजीलैंड को 10 में जीत मिली है।

टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 1987 वर्ल्ड कप में दो बार हराया था। इसके बाद 2003 वर्ल्ड कप में सात विकेट से शिकस्त दी थी। इसके बाद किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया न्यूजीलैंड पर जीत हासिल करने में नाकाम रही है।

ODI विश्व कप में दोनों टीमें नौ बार भिड़ चुकीं

दोनों टीमें आईसीसी टूर्नामेंट में पहली बार 1975 वर्ल्ड कप में आमने-सामने आई थी। तब न्यूजीलैंड ने भारत को चार विकेट से हराया था। वनडे विश्व कप में दोनों टीमें अब तक नौ बार भिड़ चुकी हैं। इसमें से कीवी टीम ने पांच मैचों में जीत हासिल की, जबकि भारत सिर्फ तीन मैच जीत सका है। एक मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।

2003 विश्व कप के बाद भारत और न्यूजीलैंड इस टूर्नामेंट में दो बार भिड़ चुके हैं। एक मैच न्यूजीलैंड ने जीता और एक का कोई नतीजा नहीं निकला। पिछली बार दोनों टीमें 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में आमने-सामने आई थी। तब न्यूजीलैंड ने भारत को 18 रन से शिकस्त दी थी।

चैंपियंस ट्रॉफी में एक बार और T20 विश्व कप में दो बार हुआ आमना-सामना

दोनों टीमें 2000 के चैंपियंस ट्रॉफी (ODI फॉर्मेट) के फाइनल में भी आमने-सामने आ चुकी हैं। तब कीवी टीम ने भारत को चार विकेट से हराया था। टी20 विश्व कप में दोनों टीमें दो बार भिड़ चुकी हैं। 2007 T20 वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड ने भारत को 10 रन से हराया था। 2016 T20 WC के सुपर-10 में न्यूजीलैंड ने भारत को 47 रन से हराया था। यह वही मैच है जब 127 रन के टारगेट का पीछा करते हुए टीम इंडिया 79 रन पर ऑलआउट हो गई थी।

2021 में WTC फाइनल में भिड़ी थीं भारत-न्यूजीलैंड की टीम

भारत और न्यूजीलैंड 2019 से शुरू हुए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भी आमने-सामने आईं थीं। 2021 में खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को आठ विकेट से हरा दिया। यह न्यूजीलैंड का दूसरा ICC ट्रॉफी भी रहा। इससे पहले उन्होंने 2000 चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी।

दोनों टीमों का ओवरऑल रिकॉर्ड

दोनों टीमों के ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो भारत और न्यूजीलैंड के बीच कुल 116 वनडे खेले गए हैं। इसमें से भारत ने 58 और न्यूजीलैंड ने 50 मैच जीते हैं। एक मैच टाई रहा और सात मुकाबले बेनतीजा रहे। भारत का अपने घर में वनडे में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है।

भारतीय सरजमीं पर दोनों के बीच 38 वनडे खेले गए हैं। इसमें से भारतीय टीम ने 29 मैच और न्यूजीलैंड ने आठ मैच जीते हैं। एक मैच बेनतीजा रहा। भारतीय सरजमीं पर वनडे विश्व कप में दोनों टीमें दो बार आमने-सामने आ चुकी हैं।

यह दोनों मुकाबले 1987 विश्व कप में खेले गए थे। भारत ने यह दोनों मैच जीते हैं। भारत में आईसीसी टूर्नामेंट्स में दोनों टीमें तीन बार आमने-सामने आ चुकी हैं। 1987 के दोनों वनडे विश्व कप के मुकाबले भारत ने और 2016 टी20 विश्व कप का मुकाबला न्यूजीलैंड ने जीता था।

 

ODI WC 2023

असम सीएम ने कहा- इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर खेला गया, इसीलिए भारत फाइनल हार गया

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हैदराबाद। गुजरात के अहमदाबाद में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक शब्द ट्रेंड हुआ ‘पनौती’। इस शब्द को लेकर राहुल गांधी ने भाषण भी दिया। इस ‘पनौती’ शब्द का उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था। इसे लेकर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ देते हुए कहा हिमंत ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी के जन्म वर्षगांठ पर खेला गया और इसीलिए भारत हार गया। तेलंगाना के भाग्यनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ हैं।

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह BCCI से कहना चाहते हैं कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन के दिन अंतिम मैच का आयोजन न हो।

हिंदू हूं, दिन देखता हूं

असम सीएम ने कहा, ‘यह भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया था। हम हर मैच जीत रहे थे। फाइनल में हार गए। फिर मैं आया और देखा। वह दिन क्या था? हमने इसे क्यों खो दिया? हम हिंदू हैं और मैं दिन आदि के अनुसार जाता हूं। फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।’

गांधी परिवार के किसी भी शख्स के जन्मदिन पर न हो मैच

हिमंत ने कहा, ‘विश्व कप फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित किया गया था और देश हार गया था। इसलिए, मैं बीसीसीआई को बताना चाहता हूं कि अगर आपके पास विश्व कप फाइनल मैच है, तो एक गणना करें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा, देश हार जाएगा।

उन्होंने सभा को इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने के लिए कहा जब अंतिम मैच खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती थी। उन्होंने कहा कि BCCI से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, परेशानी होगी।

राहुल गांधी ने बताया था पीएम को पनौती

असम सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। हालांकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है।’ हालांकि बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की।

अकबरुद्दीन औवैसी की धमकी पर दिया यह जवाब

AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धमकी देने के विवाद का जिक्र करते हुए सरमा ने सभा से पूछा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या किसी में पुलिस को गाली देने का साहस होगा। यहां चारमीनार में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि अगर एक बार भाजपा की सरकार बनती है तो तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी।

कांग्रेस और बीआरएस पर भड़के

हिमंत ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब किसी ने मुझे हवाई अड्डे पर यह वीडियो दिखाया। उस वीडियो को देखकर मुझे लगा कि क्या देश में लोकतंत्र चल रहा है या देश में मुगल या रज़ाकार शासन अभी भी चल रहा है।’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस समाज के एक वर्ग को खुश करने का काम कर रहे हैं जैसे कि राज्य में अन्य वर्ग मौजूद नहीं हैं। तेलंगाना में सरकार बदलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बननी चाहिए।

इजराइल और हमास पर क्या बोले असम सीएम

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमास के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘उनका डर है कि अगर वे हमास के खिलाफ बोलते हैं, तो देश के अंदर हमास उनसे नाखुश होगा।’

सरमा ने यह भी कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो हैदराबाद का नाम आधे घंटे में भाग्यनगर के रूप में बदला जा सकता है, हालांकि अब यह एक कठिन काम लगता है।

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