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खेल-कूद

भारत बना जूनियर एशिया कप हॉकी का चैम्पियन, फाइनल में पाकिस्तान को पीटा

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India became the champion of Junior Asia Cup Hockey

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नई दिल्ली। भारत ने ओमान के सलालाह में हुए पुरुष हॉकी के जूनियर एशिया कप 2023 के रोमांचक फाइनल मुकाबले में अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 2-1 से हराकर ख़िताब अपने नाम कर लिया है। भारत के अंगद बीर सिंह, और अरिजीत सिंह हुंदल के शुरूआती गोलों ने मैच में भारत की पकड़ सुनिश्चित कराई, जबकि गोलकीपर शशिकुमार मोहिथ के कुछ शानदार बचावों ने पूरे मैच में भारत को बढ़त बनाए रखने में मदद की।

इस जीत के साथ ही भारत ने मेंस जूनियर एशिया कप हॉकी में सबसे ज्यादा खिताब जीतने का नया रिकॉर्ड बना लिया है। भारत ने यह ख़िताब चौथी बार जीता है। टीम ने इससे पहले 2004, 2008 और 2015 में चैंपियन बनी थी, जबकि पाकिस्तान ने 1988, 1992, 1996 में टूर्नामेंट जीता था।

बता दें कि इस बार टूर्नामेंट आठ साल बाद हो रहा था। कोरोना महामारी की वजह से 2021 में इसका आयोजन नहीं हो सका था। वर्षों बाद हुए इस मुकाबले को देखने के लिए स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। भारत ने आक्रामक शुरुआत करते हुए पाकिस्तानी गोल पर पहले ही क्वार्टर में कई शानदार हमले किए, लेकिन टीम को 12वें मिनट में पहली कामयाबी अंगद बीर ने दिलाई। दूसरे क्वार्टर में भी भारत का दबदबा देखने को मिला। भारतीय फ़ॉरवर्ड प्लेयर अरिजीत ने 19वें मिनट में दूसरा गोल दागा। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 8 गोल दागे हैं।

हाफटाइम में पाकिस्तान के शाहिद ने एक शानदार गोल करने की कोशिश की, जिसे मोहित पूरी मुस्तैदी के साथ बचाने में कामयाब रहे। वहीं तीसरे क्वार्टर के सातवें मिनट में शाहिद ने भारतीय डिफेंडरों को छकाते हुए गेंद बशारत को सौंप दी। उन्होंने भारतीय गोलकीपर को चकमा देते हुए गोल कर दिया। बाद में पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन पाकिस्तान को सफलता नहीं मिली, और भारत ने यह मैच 2-1 से जीत लिया।

खेल-कूद

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की तबियत खराब, हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया

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मुंबई। भारतीय टीम के क्रिकेटर विनोद कांबली का अभी सचिन तेंदुलकर के साथ वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह सचिन को अपने बैठने के लिए कहते हैं। दोनों पुराने दोस्त कोच रमाकांत आचरेकर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मिले थे। इस कार्यक्रम में भी कांबली की हालत खराब लग रही थी। कांबली का जब तेंदुलकर के साथ वीडियो वायरल हुआ। उसके बाद भारत के लिए वनडे वर्ल्ड कप 1983 का खिताब जीतने वाले सदस्य उनकी मदद के लिए सामने आए। कपिल देव आर्थिक तौर उनकी मदद के लिए तैयार थे। अब फैंस के लिए दिल तोड़ने वाली खबर आई है। कांबली की तबियत अचानक खराब हो गई है और उन्हें ठाणे के प्रगति हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। फिलहाल डॉक्टर्स की टीम उनकी देखभाल कर रही है और सभी जरूरी टेस्ट किए जा रहे हैं।

करियर की शुरुआत में भारत के किया दमदार प्रदर्शन

विनोद कांबली ने भारतीय टीम के लिए साल 1991 में वनडे में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के लिए टेस्ट में साल 1993 में टेस्ट में डेब्यू किया। शुरुआत में तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए दमदार प्रदर्शन किया था। वह भारत के लिए सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे। उन्होंने 14 पारियों में ऐसा किया था। लेकिन बाद में वह प्रदर्शन को छोड़कर निजी जीवन के लिए फेमस रहे।

ऐसा रहा है विनोद कांबली का करियर

विनोद कांबली ने भारतीय टीम के लिए 17 टेस्ट मैचों में कुल 1084 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने टीम इंडिया के लिए कुल 104 वनडे मैचों में कुल 2477 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। 2000 के दशक में उनका प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा और इसी वजह से वह टीम इंडिया से बाहर हो गए। उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी वनडे मैच साल 2000 में श्रीलंका के खिलाफ खेला।

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