Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

लद्दाख: 60 फीट गहरी खाई में गिरा सेना का ट्रक, 9 जवान शहीद; एक गंभीर

Published

on

Army truck fell into a deep gorge Ladakh

Loading

लद्दाख। लद्दाख में शनिवार को सेना की एक गाड़ी 60 फीट खाई में गिर गई। जिसमें 9 जवान शहीद हो गए। सेना के काफिले में पांच गाड़ियां शामिल थीं। जिसमें 34 जवान सवार थे। इस हादसे में एक जवान घायल भी है।

लेह के SSP पीडी नित्या ने बताया कि वाहन के ड्राइवर ने गाड़ी पर कंट्रोल खो दिया। जिससे ट्रक खाई में जा गिरा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने हादसे पर दुख जताया है।

काफिले में एंबुलेंस समेत 5 गाड़ियां शामिल थीं

एक एंबुलेंस समेत पांच वाहनों का काफिला शनिवार शाम को लेह से लद्दाख के क्यारी के लिए निकला था। ये जवान क्यारी में बने सेना के डिवीजनल हेडक्वॉर्टर जा रहे थे। लेह से क्यारी की दूरी करीब 110 किमी है।

काफिला क्यारी पहुंचने ही वाला था कि 7 किमी पहले न्योमा के पास सेना का एक ट्रक सड़क से फिसल गया और 60 फीट गहरी खाई में जा गिरा। इस ट्रक में 10 जवान सवार थे जिसमें एक जेसीओ भी थे। इनमें 9 की मौत हो गई, एक गंभीर रूप से घायल है।

हादसे में जान गंवाने वाले जवानों के नाम हैं – सिपाही अनुज कुमार, गनर तरणदीप सिंह, गनर चन्द्रशेखर, लांस नायक तेजपाल सिंह, नायब सूबेदार रमेश लाल, लांस नायक मनमोहन सिंह, डीएमटी अंकित कुंडू, हवलदार विजया कुमार, हवलदार महेंद्र सिंह सिकरवार और डीएमटी वैभव भोइते।

पीएम, राष्ट्रपति समेत तमाम नेताओं ने जताया दुख

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर  लिखा, लेह के पास दुर्घटना से दुख हुआ जिसमें हमने भारतीय सेना के जवानों को खो दिया है। राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा सदैव याद रखी जायेगी। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएँ।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, लद्दाख में लेह के पास एक दुर्घटना में भारतीय सेना के जवानों की मौत से दुखी हूं। हम अपने राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। मेरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताते हुए लिखा, लद्दाख में सड़क दुर्घटना से बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने अपने बहादुर सैनिकों को खो दिया, दुख की इस घड़ी में पूरा देश शोक संतप्त परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

राहुल गांधी ने दुख जताते हुए लिखा, लद्दाख में सेना की गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण हमारे कई जवानों की शहादत का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

नेशनल

पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending