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बिजनेस

नेस्ले के शेयर में गिरावट, दिसंबर तिमाही के नतीजों में कमजोर प्रदर्शन है कारण

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Nestle India Share Price

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नई दिल्ली। देश की दिग्गज एफएमजीसी कंपनी नेस्ले के शेयर में आज के शुरुआती कारोबार में 4 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। कंपनी के शेयर में गिरावट का कारण दिसंबर तिमाही के नतीजों में बाजार की अपेक्षाओं से कमजोर प्रदर्शन को माना जा रहा है।

दोपहर 1:00 बजे तक की बात करें तो कंपनी का शेयर में हल्की रिकवरी देखी गई और फिलहाल ये 3.11 प्रतिशत गिरकर 19,018 पर कारोबार कर रहा है। शेयर ने आज 19,575 के लेवल पर खुला था और दिन का न्यूनतम स्तर 18,822 रुपये था। मौजूदा शेयर के भाव के हिसाब से कंपनी का मार्केट कैप करीब 1.83 लाख करोड़ रुपये के करीब है।

नेस्ले के दिसंबर तिमाही के नतीजे

नेस्ले इंडिया ने गुरुवार को तीसरी तिमाही के नतीजे पेश किए थे, जिसमें कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 66 प्रतिशत बढ़कर 628 करोड़ पर पहुंच गया है। पिछले साल समान तिमाही में 379 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।

कंपनी की कुल बिक्री दिसंबर तिमाही में 14 प्रतिशत बढ़कर 4,233 करोड़ रुपये हो गई है, जबकि पिछले साल समान तिमाही में यह आंकड़ा 3,715 करोड़ रुपये का था। वहीं, परिचालन से आय भी 14 प्रतिशत बढ़कर 4257 करोड़ रुपये हो गई है।

डिविडेंड का किया एलान

नेस्ले इंडिया के EBITDA तीसरी तिमाही में 14 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 973 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि समान अवधि में वित्त वर्ष 2021-22 में 851 करोड़ रुपये का था। कंपनी ने 75 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का एलान किया है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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