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प्रादेशिक

श्रमिकों के अथक परिश्रम और समर्पण से ही नॉन-स्टॉप हरियाणा प्रगति के नए शिखर तक पहुंचा है : नायब सिंह सैनी

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चंडीगढ़। मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर पर बुधवार को भारतीय मजदूर संघ के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की. कर्मचारियों ने अपनी कई मांगे पूरी होने पर सरकार का आभार प्रकट किया. सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश के हमारे श्रमिकों के अथक परिश्रम और समर्पण से ही नॉन-स्टॉप हरियाणा प्रगति के नए शिखर तक पहुंचा है.

हमारी सरकार ने कारीगरों और श्रमिकों को समृद्ध बनाने के लिए पिछले 10 वर्षों में उनके खाते में ₹3500 करोड से ज्यादा पहुंचाए हैं. सीएम सैनी ने कहा कि अब कन्यादान एवं विवाह सहायता योजना’ के तहत श्रमिकों को उनकी बेटियों की शादी के लिए 1.01 लाख रुपए मिलेंगे, जिसमें 75 प्रतिशत राशि शादी से तीन दिन पहले दे दी जाती है. मुख्यमंत्री श्रमिक पंजीकरण प्रोत्साहन योजना के तहत अब पंजीकरण पर श्रमिकों को ₹1,100 की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का प्रावधान किया है.

सिलाई मशीन, साइकिल, औजार, ई-स्कूटर खरीदने के लिए, पंजीकृत श्रमिक के मेधावी बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना, बेटी की शादी के लिए वित्तीय सहायता और कन्यादान योजना के तहत हमारी सरकार ने इसी वर्ष श्रमिकों के रुके हुए ₹80 करोड़ सीधे उनके खातों में भेजे हैं. साथ ही गरीबों को सौ-सौ गज के प्लॉट दिए हैं. सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में श्रमिकों का भविष्य सुरक्षित हो रहा है. ई-श्रम पोर्टल पर लगातार श्रमिक पंजीकरण कर अपना भविष्य सुरक्षित कर रहे हैं. हमारी सरकार न सिर्फ श्रम का सम्मान कर रही है, बल्कि सभी श्रमिकों के सामाजिक व आर्थिक उत्थान हेतु प्रतिबद्ध है.

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उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में, स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों पर गिरी गाज

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में गंभीर अनियमितताओं के चलते कड़ी कार्रवाई की है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद श्रावस्ती के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है. डिप्टी सीएम ने इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबंधित अधिकारियों को जांच करने के निर्देश भी दिए थे.

शिकायतों के कारण हुई कार्रवाई

शिकायतों में यह आरोप लगाए गए थे कि डॉ. अजय प्रताप सिंह ने अवैध निजी अस्पतालों पर प्रभावी नियंत्रण नहीं किया, टेंडरों में अनियमितताएं कीं, बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया और उच्च आदेशों की अवहेलना की. इन शिकायतों के आधार पर डॉ. सिंह को निलंबित कर दिया गया.

फतेहपुर और सुल्तानपुर में भी कार्रवाई

इसके साथ ही, फतेहपुर में तैनात चिकित्सक डॉ. पुण्ड्रीक कुमार गुप्ता को भी निलंबित कर सिद्धार्थनगर के सीएमओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी.

 

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