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नेशनल

NewsClick मामले में दिल्ली पुलिस के बाद अब CBI की एंट्री, वेबसाइट के दो ठिकानों पर रेड

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Now CBI entry in NewsClick case

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नई दिल्ली। चीनी फंडिंग के मामले में न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक (NewsClick) की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। मामले में दिल्ली पुलिस के बाद आज बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने वेब पोर्टल के खिलाफ केस दर्ज किया है। इससे न्यूजक्लिक की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं।

सीबीआई अब न्यूजक्लिक के खिलाफ विदेशी फंड नियमों के उल्लंघन के आरोपों की जांच करेगी। इसी कड़ी में आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वेब पोर्टल के कार्यालय सहित दो स्थानों पर छापेमारी की गई। सीबीआई दिल्ली में न्यूजक्लिक और उसके संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के ठिकानों पर भी तलाशी ले रही है।

मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई न्यूजक्लिक के खिलाफ विदेशी फंड नियमों के उल्लंघन के आरोपों की जांच करेगी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। इसी मामले में न्यूजक्लिक के दो ठिकानों पर CBI की टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई की गई।

इससे पहले बीते दिनों दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूजक्लिक के खिलाफ कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई घंटे की रेड के बाद पूछताछ के लिए दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था। इसके बाद इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया।

38 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग का है आरोप

गौरतलब है कि इससे पहले कल मंगलवार 11 अक्टूबर को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मामले में गिरफ्तार न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक के संस्थापक व प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर हेड अमित चक्रवर्ती को 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इन पर चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने के लिए चीनी कंपनियों के माध्यम से 38 करोड़ रुपये की फंडिंग का गंभीर आरोप है।

नेशनल

पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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