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मुख्य समाचार

पीएम मोदी ने छह नई वंदे भारत को दिखाई हरी झंडी, 24 राज्यों के 280 से अधिक जिलों को करेंगी कवर

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये नई ट्रेनें इस मॉडर्न इनोवेशन के तेजी से बढ़ते बेड़े को 54 ट्रेन सेट से बढ़ाकर 60 कर देंगी। ये ट्रेन सेट दैनिक आधार पर 120 ट्रिप्स करते हुए 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 280 से अधिक जिलों को कवर करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी आज झारखंड दौरे पर हैं। उन्होंने वर्चुअली छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। मंत्रालय ने बयान में कहा, “वंदे भारत पोर्टफोलियो का विस्तार हो रहा है, जिसमें बेहतर कनेक्टिविटी के लिए नई ट्रेन सेवाएं जोड़ी जा रही हैं।” इसमें आगे कहा गया, “मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करती हैं, जिससे लाखों यात्रियों को फायदा हो रहा है।”

इन रूट्स पर चलेंगी नई वंदे भारत ट्रेनें

ये छह नई ट्रेनें टाटा नगर-पटना (Tatanagar-Patna), ब्रह्मपुर-टाटा नगर (Brahmapur-Tatanagar), राउरकेला-हावड़ा (Rourkela-Howrah), देवघर-वाराणसी (Deoghar-Varanasi), भागलपुर-हावड़ा (Bhagalpur-Howrah) और गया-हावड़ा (Gaya-Howrah) के बीच चलेंगी।

तीर्थयात्रियों को होगी आसानी

इन नई वंदे भारत ट्रेनों के जरिए देवघर में बैद्यनाथ धाम, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, कोलकाता में कालीघाट और बेलूर मठ जैसे धार्मिक स्थलों तक तीर्थयात्रियों को जल्दी पहुंचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा इन ट्रेनों से धनबाद में कोयला खदान उद्योग, कोलकाता में जूट उद्योग और दुर्गापुर में लौह और इस्पात उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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