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पीएम मोदी बोले- न देश का खजाना लूटने दूंगा, न कांग्रेस नेताओं की तिजोरी भरने दूंगा

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PM modi in jabalpur today

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जबलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर आज जबलपुर आए। यहां उन्होंने रानी दुर्गावती स्मारक समेत 12 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस ने देश में लूट मचा रखी थी। इन्हें सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने में लगे थे। सरकार बनने के बाद हमने कांग्रेस की नीतियों को बदला।

हमने 11 करोड़ लोगों के नाम सरकारी दफ्तारों से हटाए। ये लोग बिना जन्म लिए ही गरीबों का पैसा खा रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग मुझ पर इसलिए गुस्सा करते हैं कि मैंने उनका कट (कमीशन) बंद कर दिया। मैं न देश का खजाना लूटने दूंगा, न कांग्रेस के नेताओं की तिजोरी भरने दूंगा।

उन्होंने कहा कि जब हमारी कोई माता-बहन चूल्हे पर खाना बनाती है तो 400 सिगरेट जितना धुंआ, एक दिन में उनके अंदर जाता है। भाजपा ने माताओं-बहनों को इस धुंए से छुटकारा दिलाया। क्या कांग्रेस ये पहले नहीं कर सकती थी लेकिन, उनकी ऐसा करने की नियत ही नहीं थी। अब केंद्र सरकार 600 रुपए में उज्ज्वला योजना का सिलेंडर देगी। इसका हमारी माता-बहनों को फायदा मिलेगा।

पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत मां नर्मदा को नमन करते हुए कहा कि जबलपुर में जोश है, महाकौशल में उत्साह और उमंग है। ये दिखाता है कि महाकौशल के मन में क्या है। इसी उत्साह के बीच आज पूरा देश वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जन्म जयंती मना रहा है। आज हम सब लोग अपने पूर्वजों के रण का कर्ज चुकाने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं।

PM ने कहा कि रानी दुर्गावती स्मारक बनने के बाद देश को लोगों का यहां आने का मन करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी देश में रानी दुर्गावती जैसी नायक या नायका होती तो वह उछलकूद करता, लेकिन आजादी के बाद हमारे महापुरुषों, वीरों और वीरांगनाओं को भुला दिया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरांगना रानी दुर्गावती के स्मारक का शिलान्यास किया। रानी दुर्गावती गोंडवाना साम्राज्य की रानी की थी। उनके 500वीं जयंती पर डाक टिकट भी जारी किया गया है। इसके बाद पीएम मोदी ने एक क्लिक से 12 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ की किया।

पीएम मोदी ने इन परियोजनाओं का किया शिलान्यास

वीरांगना रानी दुर्गावती स्मारक का भूमिपूजन

बालाघाट-गोंदिया खंड को चार लेन की आधारशिला

झरखेड़ा-बैरसिया-ढोलखेड़ी को जोड़ने वाली सड़क आधारशिला

देशगांव से रूढ़ी चार लेन सड़क की आधारशिला

टेमागांव से चिचोली खंड को चार लेन की आधारशिला

बोरेगांव को शाहपुर से जोड़ने वाली सड़क को चार लेन की आधारशिला

शाहपुर को मुक्ताईनगर से जोड़ने वाली सड़क को चार लेन की आधारशिला

नागपुर-जबलपुर खंड (317 किमी) की मुंबई नागपुर झारसुगुड़ा पाइपलाइन परियोजना की आधारशिला

मंडला, जबलपुर और डिंडोरी जिलों में 2350 करोड़ रुपये से अधिक की कई जल जीवन मिशन परियोजनाओं की आधारशिला

जबलपुर में करीब 147 करोड़ रुपये की लागत से बने नये बॉटलिंग प्लांट का शुभारंभ

विजयपुर-औरैया-फूलपुर पाइपलाइन परियोजना का शुभारंभ

एनएच 347सी के खलघाट से सरवरदेवला को जोड़ने वाली सड़क के उन्नयन कार्य का शुभारंभ

इंदौर में लाइट हाउस प्रोजेक्ट का उद्घाटन

जल जीवन मिशन के तहत सिवनी में परियोजनों की सौगात देंगे

कटनी-विजयसोटा (102 किलोमीटर) और मारवासग्राम-सिंगरौली (78.50 किलोमीटर) को जोड़ने वाली रेल लाइन का दोहरीकरण को राष्ट्र को समर्पित

वीरांगना रानी दुर्गावती पर स्मारक सिक्के और डाक टिकट जारी

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पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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