Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

पीएम मोदी ने असम के जोरहाट में किया लचित बोरफुकन की प्रतिमा का अनावरण

Published

on

Loading

जोरहाट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में कई विकास परियोजनों के उद्घाटन और शिलान्यास के बाद असम के जोरहाट पहुंचे, जहां उन्होंने महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की की प्रतिमा का उद्घाटन किया। ये प्रतिमा 125 फुट ऊंची बनाई है जिसे ‘स्टैच्यू ऑफ वेलर’ यानी बहादुरी की प्रतिमा नाम दिया गया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने यहां करीब 18,000 करोड़ रुपये से विकसित की गई कई विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर में किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं में स्वास्थ्य, आवास और पेट्रोलियम से जुड़े प्रोजेक्ट हैं। इनसे असम में विकास की गति और तेज होगी। मैं असम के सभी लोगों को इन परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि यहां आने से पहले मुझे काजीरंगा नेशनल पार्क की विशालता उसकी प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखने का जानने का अवसर भी मिला। काजीरंगा अपनी तरह का अनूठा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व है।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि कैसे गोलाघाट के लोगों ने हजारों दीप जलाए। असम लोगों का ये अपनापन मेरे लिए बहुत बड़ी पूंजी है। पीएम मोदी ने कहा कि, आज मुझे असम के लोगों के लिए 17500 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

Continue Reading

नेशनल

पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending