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नेशनल

पैंगॉन्ग पर राहुल गांधी ने पिता को दी श्रद्धांजलि, दिल्ली में सोनिया-प्रियंका ने किया याद

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Rahul Gandhi paid tribute to his father on Pangong

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लद्दाख/नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर लद्दाख में पैंगोंग झील के तट पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। वहीं, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा दिल्ली में ‘वीर भूमि’ पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता राजीव गांधी की जयंती पर ट्वीट किया कि ‘पापा, आप की आंखों में भारत माता के लिए जो सपने थे, इन अनमोल यादों से छलकते हैं। आपके निशान मेरा रास्ता हैं- हर हिंदुस्तानी के संघर्षों और सपनों को समझ रहा हूं, भारत मां की आवाज सुन रहा हूं।’

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया। स्थानीय लोगों ने कहा कि चीन की सेना घुसी है। लोग कहते हैं कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया।

राहुल गांधी ने कहा कि लद्दाख के लोगों की बहुत सारी शिकायतें थी। वे उस दर्जे से खुश नहीं हैं, जो उन्हें दिया गया है। वे प्रतिनिधित्व चाहते हैं और उनके सामने बेरोजगारी की समस्या है। लोग कह रहे हैं कि राज्य को नौकरशाही द्वारा नहीं चलाया जाना चाहि, बल्कि राज्य को लोगों की आवाज से चलाया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि यहां के लोगों ने कहा है कि चीन की सेना इलाके में घुस आई है और उनकी चरागाह जमीन छीन ली गई है, लेकिन पीएम ने कहा कि एक इंच जमीन नहीं ली गई। सच क्या है यह आप यहां किसी से भी पूछ सकते हैं।

रक्षा विशेषज्ञ संजय कुलकर्णी ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे बयान देना गलत होगा और जब बातचीत चल रही हो तो किसी को भी बयान नहीं देना चाहिए।

नेशनल

पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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