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रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट: NIA को बड़ी सफलता, मुख्य संदिग्ध से मिलने वाला एक शख्स गिरफ्तार

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बेंगलुरु। एनआईए ने बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे आईईडी विस्फोट मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ जारी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शब्बीर नाम के संदिग्ध को कर्नाटक के बेल्लारी जिले से पकड़ा गया। अभी तक उसकी पूरी पहचान नहीं बताई गई है। इस शख्स की सीसीटीवी फुटेज से जारी तस्वीर के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। कर्नाटक पुलिस के सूत्रों ने बताया कि रामेश्वरम कैफे विस्फोट का मुख्य संदिग्ध जिस रास्ते से भागा, उस रास्ते की सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से सुरागों को जोड़ा गया और विश्लेषण किया गया। संदिग्ध ने बेल्लारी जाने के लिए दो अंतर-राज्यीय सरकारी बसों से यात्रा की थी। संदिग्ध ने एक अन्य अज्ञात गंतव्य तक भी यात्रा की थी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शब्बीर को भी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट मामले में एक प्रमुख संदिग्ध के रूप में देखा जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसने बेल्लारी में एक मार्च को धमाके के मुख्य संदिग्ध से मुलाकात की थी। शब्बीर ने बेल्लारी में कथित तौर पर उससे बातचीत की थी।

इससे पहले संदिग्ध को आखिरी बार विस्फोट के लगभग आठ घंटे बाद 1 मार्च को बेल्लारी बस स्टैंड पर देखा गया था। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध एनआईए के रिकॉर्ड के मुताबिक विस्फोट के पांच दिन बाद एनआईए ने इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) मॉड्यूल के चार लोगों को हिरासत में लिया। NIA की जांच के बारे में सूत्रों ने बताया कि रामेश्वरम कैफे धमाके के संदिग्ध ने कैफे से लगभग 3 किमी दूर जाने के बाद अपनी पोशाक बदल ली। पहले से पहनी गई बेसबॉल टोपी और शर्ट बदलकर उसने एक कैजुअल टी-शर्ट पहन ली।

नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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