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खेल-कूद

रोनाल्डो ने रचा इतिहास, 200 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले फुटबॉलर

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Ronaldo created history, the first footballer to play 200 international matches

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लिस्बन। पुर्तगाल फुटबाल टीम के कप्तान और सर्वकालिक महान फुटबॉल खिलाड़ियों में एक क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। वह अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में 200 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।

रोनाल्डो यूरो 2024 के क्वालिफाइंग मैच में आइसलैंड के खिलाफ इस मौके को खास भी बनाया। उन्होंने मैच समाप्त होने से ठीक पहले 89वें मिनट में गोल कर टीम को 1-0 से जीत दिलाई। 38 वर्षीय रोनाल्डो ने डेब्यू करीब 20 साल बाद पुर्तगाल के लिए 200 मैच पूरे कर लिए।

उन्हें इस उपलब्धि पर आइसलैंड के खिलाफ मैच से पहले सम्मानित भी किया गया। रोनाल्डो का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। ग्रुप जे में रोनाल्डो ने पुर्तगाल को चौथी जीत दिलाई। टीम चार मैच में चार जीत हासिल कर चुकी है। रोनाल्डो के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब 123 गोल हो गए हैं।

यह अविश्वसनीय उपलब्धि है

रोनाल्डो ने 200 मैच खेलने के बाद यूईएफए (UEFA) के वेबसाइट के हवाले से कहा, ”मैं बहुत खुश हूं। यह उस तरह का क्षण है जिसकी आप कभी उम्मीद नहीं करते हैं। 200 अंतरराष्ट्रीय मैच मेरे लिए अविश्वसनीय उपलब्धि है।” रोनाल्डो सहित उनकी टीम ने मैच में कई मौके गंवाए, लेकिन अंत में पुर्तगाल की टीम को सफलता मिल गई। रोनाल्डो ने इस मैच से एक बार फिर साबित कर दिया कि वह यूरो कप 2024 के लिए तैयार हैं।

मेसी से काफी आगे रोनाल्डो

सबसे ज्यादा मैच की बात करें तो रोनाल्डो के बाद दूसरे नंबर पर कुवैत के बदर अल मुतावा हैं। उन्होंने 196 मैच खेले हैं। मेसी 175 मैचों के साथ लिस्ट में 11वें स्थान पर हैं, जबकि भारत के सुनील छेत्री ने 137 मैच खेले हैं। अंतरराष्ट्रीय गोल के मामले में रोनाल्डो के बाद ईरान के पूर्व फुटबॉलर अली डेई का नाम आता है। उन्होंने 148 मैचों में 109 गोल दागे थे। पिछले साल फीफा वर्ल्ड कप में रोनाल्डो ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया था।

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खेल-कूद

मनु भाकर को मिल सकता है खेल रत्न

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नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए शूटिंग में युवा मनु भाकर ने दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था। तब उन्होंने पहल पदक 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट और दूसरा पदक 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ जीता। वह एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला प्लेयर बनीं। भाकर की इस साल ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के लिए उपेक्षा किए जाने की खबरों के बीच खेल मंत्रालय के एक शीर्ष सूत्र ने कहा है कि अभी नाम तय नहीं हुए हैं और एक हफ्ते में पुरस्कारों का खुलासा होने पर उसका नाम लिस्ट में होगा।

फाइनल लिस्ट में मनु का नाम होने की संभावना

खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा कि अभी आखिरी लिस्ट तय नहीं हुई है। खेलमंत्री मनसुख मांडविया एक या दो दिन में इस पर फैसला लेंगे और फाइनल लिस्ट में मनु का नाम होने की पूरी संभावना है। उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत जज वी रामासुब्रमम की अध्यक्षता वाली 12 सदस्यीय अवॉर्ड कमेटी में भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल समेत पूर्व खिलाड़ी भी हैं। मंत्रालय के नियमों के तहत खिलाड़ियों को अपना नामांकन खुद भरने की भी अनुमति है। कमेटी उन नामों पर भी विचार कर सकती है जिन्होंने आवेदन नहीं किया है। मंत्रालय ने दावा किया कि मनु ने आवेदन नहीं किया है।

मनु के पिता बोले-उसने किया है आवेदन

जबकि दूसरी तरफ मनु भाकर के पिता रामकिशन भाकर ने कहा कि उसने आवेदन किया है । उन्होंने कहा कि भारत में ओलंपिक खेलों की कोई अहमियत नहीं है क्योंकि दो ओलंपिक पदक जीतने के बावजूद मनु की खेलरत्न पुरस्कार के लिए उपेक्षा की गई। देश के लिए खेलने और पदक जीतने का क्या फायदा जब सम्मान के लिए हाथ फैलाने पड़े। वह पिछले दो तीन साल से लगातार सारे पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही है और मैं इसका गवाह हूं। इसमें खेलरत्न, पद्मभी और पद्मभूषण सम्मान शामिल है।

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