Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ पुलिस को गाइड करेगा ऐप, क्विक रिस्पॉन्स में होगा मददगार

Published

on

Loading

महाकुम्भ। महाकुम्भ-2025 के प्रारंभ होने की घड़ी नजदीक आते ही योगी सरकार ने महाकुम्भ के महाआयोजन को लेकर अपनी समस्त तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस बार महाकुम्भ दिव्य-भव्य होने के साथ ही डिजिटल भी होने जा रहा है और इसी डिजिटल महाकुम्भ में जल्द ही एक और कड़ी जुड़ने वाली है। सीएम योगी के विजन अनुसार, महाकुम्भ में तैनात पुलिसकर्मियों की चुनौतियों को ध्यान में रखकर एक ऐसे ऐप का विकास होने जा रहा है जिसके जरिए उन्हें मेला क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध होगी। इसमें रूट्स, महत्वपूर्ण स्थल और पुलिस अधिकारियों के नंबर समेत कई फीचर्स होंगे, जो पुलिसकर्मियों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा। इसे विशेष तौर पर क्राउड मैनेजमेंट के दृष्टिगत निर्मित कराया जा रहा है, जिसके जरिए मेला क्षेत्र में किसी भी आपात स्थिति में क्विक रिस्पॉन्स मैनेजमेंट प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।

महाकुम्भ मेला 2025 पुलिस मोबाइल ऐप विकसित करने का उद्देश्य इस बड़े आयोजन के दौरान पुलिस बल की दक्षता, समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाना है। करोड़ों आगंतुकों के आने की उम्मीद के साथ, ऐप का उद्देश्य एक मजबूत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करना है जो पुलिस कर्मियों के बीच निर्बाध संचार, प्रभावी घटना प्रबंधन और वास्तविक समय की जानकारी साझा करने में सक्षम बनाता है।

केंद्रीकृत समन्वय व संचार समेत विभिन्न प्रक्रियाओं की पूर्ति का बनेगा माध्यम

योजना के अनुसार, ऐप सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने, कानून और व्यवस्था बनाए रखने और आपात स्थितियों पर तेज़ी से प्रतिक्रिया करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में काम करेगा। यह केंद्रीकृत समन्वय व संचार से लैस होगा जो चैट कार्यक्षमता व घटना रिपोर्टिंग के माध्यम से विभिन्न रैंक के अधिकारियों के बीच वास्तविक समय के संचार की सुविधा प्रदान करेगा। यह उचित अपडेट पहुंचाने के लिए प्रासंगिक जानकारी तक पहुंचाने, वास्तविक समय की स्थिति अपडेट के साथ ऐप के माध्यम से घटनाओं की आसान लॉगिंग व ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध कराएगा।

इन कार्यों की पूर्ति में भी ऐप होगा मददगार

▪️ऐप की रिपोर्टिंग प्रणाली के भीतर एस्केलेशन के माध्यम से निर्णय लेने की प्रक्रिया में आएगी तेजी।

▪️महत्वपूर्ण एसओपी व दिशा-निर्देशों तक प्रत्येक पुलिसकर्मियों की डिजिटल पहुंच को सुनिश्चित करेंगी।

▪️पुलिस कर्मियों को आयोजन के दौरान लागू नवीनतम प्रोटोकॉल और योजनाओं की जानकारी देने में होगा मददगार।

▪️सभी पुलिस अधिकारियों के संपर्क विवरण तक त्वरित पहुंच प्रदान कर बेहतर अंतर-विभागीय समन्वय की सुविधा होगी सुनिश्चित।

▪️भाषिणी ऐप के साथ एकीकृत कर कई भाषाओं का समर्थन मिलेगा जिससे पुलिस कर्मियों को विविध भाषाई पृष्ठभूमि के नागरिकों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत करने में सक्षम बनाया जा सकेगा।

▪️नियंत्रण कक्ष, सहायता डेस्क व आपातकालीन निकास जैसे महत्वपूर्ण स्थानों के साथ मेला क्षेत्र का अद्यतित मानचित्र प्रदर्शित करने में व चयनित अधिकारियों को महत्वपूर्ण सूचनाएं भेजने में मदद मिलेगा।

▪️यह पुश नोटिफिकेशन इनेबल्ड होगा तथा इसे खोया-पाया, रिसोर्स ट्रैकिंग, रियल टाइम इंसीडेंट व ऐनालिटिक्स डैशबोर्ड, ड्यूटी रोस्टर मैनेजमेंट, सिटिजन फीडबैक सिस्टम, विजिटर मैनेजमेंट व इमर्जेंसी ब्रॉडकास्ट सिस्टम से भी लैस होगा।

मेला से पहले हर पुलिसकर्मी के मोबाइल में होगा ऐप
एसएसपी महाकुम्भ राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि यह ऐप महाकुम्भ मेला क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए सहायक सिद्ध होगा। यह विशेष रूप से महाकुम्भ मेला क्षेत्र में डिप्लॉय होने वाले पुलिसकर्मियों के लिए कारगर होगा। उन्हें मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टर्स, रूटमैप और विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्राप्त हो सकेंगी। इससे उन्हें सुगमता से मेला क्षेत्र के किसी भी एरिया में मूवमेंट करने में मदद मिलेगी। यह ऐप महाकुम्भ शुरू होने के पहले कार्य करना शुरू कर देगा और हर पुलिसकर्मी के मोबाइल में इसे डाउनलोड कराया जाएगा। ऐप के विकास के लिए कार्यदायी संस्था के चयन की प्रक्रिया जारी है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

अयोध्या में बोले सीएम योगी- जिस औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ा, उनके वंशज आज रिक्शा चला रहे हैं

Published

on

Loading

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में हैं। यहां वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां उन्होंने हनुमान जी की आरती उतारी। इसके बाद वह राम मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने रामलला का आशीर्वाद लिया। इसके बाद सीएम योगी प्रसिद्ध पीठ अशर्फी भवन पहुंचे, जहां उन्होंने जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य महाराज के सानिध्य में चल रही पंचनारायण महायज्ञ में आहुति दी।

पंचनारायण महायज्ञ में आहुति देने के बाद उन्होंने कहा कि सनातन ही देश का राष्ट्रीय धर्म है। उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम त्रेता युग की अवधारणा को जिंदा कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विश्व को बचाना है तो सनातन धर्म को सुरक्षित करना ही होगा। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि औरंगजेब की वंशजों का आज क्या हाल है। जिस औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ा उनका कुल और वंश खत्म हो गया। आज उनके वंशज रिक्शा चला रहे हैं। यह दुर्गति हुई है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर विश्व मानव सभ्यता को बचाना है तो सनातन का सम्मान करना होगा। हमारे ऋषि मनीषियों ने हजारों वर्ष पहले वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही। सीएम योगी ने कहा “दुनिया के अंदर सनातन धर्म ही ऐसा धर्म है, जिसने हर मजहब को विपत्ति के समय शरण दिया है, लेकिन कभी हिंदुओ के साथ ऐसा हुआ क्या?? क्या हुआ बांग्लादेश में, उससे पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान में क्या हुआ था?”

योगी आदित्यनाथ ने काशी और अयोध्या के साथ संभल का जिक्र करते हुए कहा “कभी काशी विश्वनाथ धाम, कभी अयोध्या में, कभी संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि, कभी भोजपुर में। हर समय हिंदुओ के मंदिरों को तोड़ा गया। पता चला कि औरंगजेब के खानदान का व्यक्ति कोलकाता के पास रिक्शा चला रहा था। कभी उसने ईश्वर की दुर्गति नही की होती तो उसकी औलादों को ये दिन न देखना पड़ता।”

योगी आदित्याथ सहित अन्य नेता अयोध्या के साथ काशी और मथुरा का जिक्र करते रहे हैं। काशी और मथुरा दोनों जगह मंदिर और मस्जिद को लेकर विवाद है। हालांकि, संभल का जिक्र अब तक नहीं होता था। पिछले महीने स्थानीय अदालत के आदेश पर एएसआई की टीम सर्वे करने मस्जिद पहुंची थी। इस दौरान उग्र भीड़ और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प के बाद प्रशासन सख्त हुआ और आरोपियों पर कार्रवाई शुरू हुई। बिजली चोरी की जांच के बीच पुराना मंदिर मिला, जो 46 साल से बंद था। इस मंदिर के पास खुदाई में कुआं मिला और कुएं में मूर्तियां भी मिलीं। इसके बाद से संभल भी चर्चा में आ गया है। हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी और जिस जगह पर मस्जिद बनी है, वहां पूजा करने का अधिकार हिंदुओं का है।

Continue Reading

Trending